फिल्म आर्टिकल 370 को लेकर कश्मीर में क्या बोले पीएम मोदी

बॉलीवुड में आने वाली यामी गौतम स्टारर फिल्म आर्टिकल 370 जल्द ही रिलींज होने वाली है। फिल्म में धारा 370 से जुड़ी कहानी है जिस पर खुद पीएम मोदी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। पीएम ने जम्मू कश्मीर में जनसभा को सम्बोधित करते हुए फिल्म पर अपने रिएक्शन दिए। पीएम मोदी ने दिए अपने रिएक्शन जम्मू कश्मीर में एक सभा को सम्बोधित करते हुए पीएम मोदी ने बॉलीवुड की आने वाली फिल्म आर्टिकल 370 को लेकर बात की। पीएम ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि मैनें सुना है कि इस हफ्ते 370 को लेकर कोई फिल्म आने वाली है, वह आगे कहते हैं कि अच्छी बात है लोगों तक सही जानकारी पहुँच सकेगी। यामी गौतम स्टारर फिल्म आर्टिकल 370 जल्द होगी रिलीज़ एक्ट्रेस यामी गौतम ने पीएम का उनकी फिल्म आर्टिकल 370 के बारे में बोलते हुए वीडियो शेयर किया है। एक्ट्रेस ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंटाग्राम पर वीडियो शेयर करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को अपनी फिल्म के बारे में बात करते हुए देखना मेरे लिए गर्व की बात थी। वह आगे कहती हैं कि मैं और मेरी टीम उम्मीद करते हैं कि यह फिल्म उनकी उम्मीदों पर खरा उतरेगी। यह भी पढ़ें- चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर केजरीवाल की फिसली ज़ुबान
चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर केजरीवाल की फिसली ज़ुबान

आज सुप्रीम कोर्ट ने चंडीगढ़ मेयर चुनाव मामले में फैसला सुना दिया है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बड़ा बयान दिया है। बयान में दिल्ली के मुख्यमंत्री ने इंडिया ब्लॉक को लेकर बड़ी बात कह दी है जिसको लेकर अब चर्चाएं शुरू हो गई है। चंडीगढ़ मेयर चुनाव में आया फैसला मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर फैसला सुना दिया है। फैसले के दौरान रिटर्निंग ऑफिसर को नतीजों के खारिज कर जज ने खुद चुनावी नतीजे दिए हैं। कार्ट ने आम आदमी पार्टी के नेता कुलदीप कुमार को चंडीगढ़ का मेयर बनाया है। साथ ही रिटर्निंग आफिसर पर कार्यवाई के निर्देश दिए। केजरीवाल की फिसली ज़ुबान केजरीवाल ने प्रेस कांफ्रेंसिंग कर कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर बड़ा फैसला किया है। चंडीगढ़ मेयर चुनाव में इंडिया गठबंधन को 20 वोट मिले थे जबकि भाजपा को 16 वोट जिए गए थे लेकिन 8 वोट खराब बताकर आप नेता कुलदीप कुमार को हारा हुआ घोषित कर दिया वहीं भाजपा को जीता हुआ बताया था। केजरीवाल ने आगे कहा कि यह फैसला लोकतंत्र की जीत है। यह भी पढ़ें- अब कोई नेता नहीं छोड़ सकेगा कांग्रेस पार्टी ,रोकने के लिए होगा रूद्राभिषेक
धार के मनावर में नगर पालिका कर्मचारी की गोली मारकार हत्या

कर्मचारी की हत्या
कौन है जैन धर्म के अगले आचार्य मुनिश्री समय सागर जी महाराज

जैन धर्म के सबसे श्रेष्ठ गुरू आचार्य विद्यासागर जी महाराज ने 17 फरवरी शनिवार की रात 2:35 बजे हम सब को अलविदा कह महा समाधि में लीन हो गए। रविवार की दोपहर को महाराज जी की पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया था। जिकसे बाद आज यानि 20 फरवरी को उनकी अस्थि संचय होगी। इस बड़ी घटना के बाद सबके जहन में यहीं चल रहा होगा की आखिर आचार्य विद्यासागर महाराज जी के बाद आचार्य की उपाधि किसे दी जाएगी। आचार्य विद्यासागर जी महाराज ने पहले ही त्याग दिया आचार्य का पद आपको बता दें कि जैन संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर जी महाराज ने 6 फरवरी को मुनि योग सागर से मिलने के बाद इस विषय पर चर्चा किए और उसके बाद आचार्य पद से त्याग कर दिया था। उन्होंने मुनि समय सागर जी महाराज को आचार्य पद देने की घोषणा भी की थी। जिसके बाद मुनि समय सागर महाराज के चंद्रगिरी तीर्थ पहुंचने के बाद विधिवत सभी नियमों के साथ उन्हें आचार्य की गद्दी सौंपी जाएगी। विद्यासागर महाराज के उत्तराधिकारी बनाए गए मुनि समय दिन मंगलवार को मध्य प्रदेश के रावल वाड़ी पहुंच गए। मुनि समय महाराज 43 साधुओं के साथ पैदल यात्रा कर 22 फरवरी को बालाघाट से डोगरगढ़ पहुंचेंगे। वहां उन्हें नियम अनुसार आचार्य की गद्दी सौंप दी जाएगी। कौन है आचार्य समय सागर जी महाराज समय सागर महाराज जी जैन संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर जी महाराज के शिष्य है। प्रथम मुनि महाराज मुनिश्री समयसागर जी महाराज अभी 65 साल के हैं जो आचार्य विद्यासागर जी महाराज के सांसारिक जीवन के छोटे भाई और शिष्य भी हैं। ये मूल रूप से कर्नाटक के रहने वाले हैं। इनका जन्म स्थान कर्नाटक के वेलगाम में है। दरअसल आचार्य समय सागर जी महाराज पहले शांतिनाथ जैन के नाम से चर्चित थे। महाराज जी के पिता का नाम मल्लप्पाजी जैन है। इनकी मां का नाम श्रीमंति जी जैन है। जैन धर्म के अगले आचार्य संत शिरोमणि आचार्य समय सागर महाराज जी अपने छह भाई-बहनों में छठे नंबर पर है। संत शिरोमणि आचार्य समय सागर महाराज जी ने ब्रह्मचर्य व्रत दो मई 1975 को अपनाया। इसके बाद 18 दिसंबर 1975 को उन्होंने झुल्लक दीक्षा ली है और 31 अक्टूबर 1978 को एलक दीक्षा जैन सिद्ध क्षेत्र नैनागिरी जी के छतरपुर मध्य प्रदेश में ली इसके बाद मुनि दीक्षा 8 मार्च 1980 को जैन सिद्ध क्षेत्र द्रोणगिरी जी, छतरपुर मध्य प्रदेश में ली है। जैन संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर जी महाराज इनके सांसारिक जीवन के भाई और दीक्षा गुरू भी है। अब अपने दीक्षा गुरू की जगह वह स्वयं लेंगे। ये भी पढ़ें- Kalki Dham: कौन हैं आचार्य प्रमोद कृष्णम जिसे पीएम मोदी से मिली तारीफ