Aayudh

पत्नी ने लगाया डॉक्टर पति पर देह व्यापार और दहेज प्रताड़ना का केस

देह व्यापार

मध्यप्रदेश के इंदौर में एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। जहां पर एक महिला ने अपने पति पर देह व्यापार करने के लिए दबाव बनाने और दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज कराया है। इंदौर के विजय नगर की रहने वाली महिला ने अपने डॉक्टर पति पर संगीन आरोप लगाए। उसका दावा है कि शादी के बाद जर्मनी ले गए डॉक्टर पति ने कई अनचाही मांगे रख दी, जो पूरा करना मेरे बस में नहीं था । जैसे-तैसे घऱ वापस लौटी, और फिर पति पर केस दर्ज कराया । इधर खबर है कि पत्नी के अचानक भारत(इंदौर) लौटने से पति घबरा गया । वह उसके पीछे-पीछे इंदौर आ गया,मंगलवार को आरोपी यही था। नवविवाहित डॉक्टर पत्नी के पति पर आरोप मैं मूल रूप से इंदौर में विजय नगर इलाके की रहने वाली हूं। पेशे से डॉक्टर हूं। मेरा परिवार इंदौर में ही रहता है। फरवरी 2023 में एक साल पहले मेरी शादी विजय नगर में ही रहने वाले दोस्त से हुई थी । हम दोनों के बीच प्यार था इसलिए हमने शादी कर ली थी । शादी के बाद में पति के साथ जर्मनी शिफ्ट हो गई थी,शुरूआत में कुछ दिनों तक सब ठीक-ठीक चलता रहा । फिर पति का रवैया बदला-बदला सा लगने लगा ,कुछ दिन में बहुत ज्यादा परिवर्तंन हो चुका था और एक दिन उसने अचानक मेरे साथ मारपीट कर दी । फिर बोला कि तुम्हारे मायके वालों ने दहेज में कुछ नहीं दिया, तुम ही मेरी सम्पत्ति(प्रॉपर्टी) हो । मै जो कहता हूं वो करो, नहीं तो मैं अपने संबंध बनाते समय,तुम्हारे नहांने समय और कपड़े बदलने तक के फोटो खींच रखे है,यदि मेरी बात नहीं सुनी तो वायरल कर दूंगा । देह व्यापार सहित डॉक्टर पति पर लगे ये आरोप उसने कहा कि जर्मनी में देह व्यापार जायज है, तुम यही करके रूपये कमाओं,यह सुनकर मेरे पैरों तले से जमींन खिसक गयी । मैंने साफ मना कर दिया और कहा कि मैं एक संस्कारी लड़की हूं। यह सुनकर वह बौखला गया और मारपीट करने लगा । फिर बोला कि ऐसा नहीं कर सकती हो,तो अपने पिता से एक करोड़ रूपये लाकर दो । इसके बाद जैसे-तैसे जर्मनी से इंदौर लौटकर आई और परिवार के सामने सच बयां कर दिया । महिला डॉक्टर की शिकायत के आधार पर पुलिस ने दहेज प्रताड़ना,धमकाने समेत अन्य धाराओं में एफआईआर दरक्ज कर ली है । पुलिस नोटिस भेजकर उससे पूछताछ कर सकती है । अभी तक जो धाराएं लगाई गई हैं उसमें सजा का प्रावधान अधिकतम 7 साल है । यह भी पढ़ें- मध्य प्रदेश में भी किसान-आंदोलन को लेकर पुलिस सख़्ती

वापस आए भारत देश के 8 पूर्व नेवी अफसर, रिहाई में शाहरुख खान का हाथ

शाहरुख खान

भारत सरकार एक बार फिर अपने सैनिकों को दुश्मन के चंगुल से छुड़ा लाई है। भारत देश के जो 8 पूर्व नेवी अफसर कतर की जेल में बंद थे भारत सरकार उनको वापस रिहा करा लाई है। पिछले साल के दिसंबर महिने में कतर कोर्ट ने अल-ग्लोबल केस में भारत के आठ पूर्व नेवी सैनिकों को मौत की सजा सुना दी थी। लेकिन कुछ कारणों से उस सजा को उम्र कैद में बदल दिया था। दरअसल इन अफसरों पर जासूसी का आरोप लगा था। जिसके चलते ये कतर जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे थे लेकिन भारत सरकार ने इन अफसरों को रिहा करवा लिया है। एैसा कहा जा रहा है कि इन अफसरों की रिहाई ने शाहरुख खान का हाथ है। क्या ये साच है कि अफसरो की रिहाई ने शाहरुख खान का हाथ है? ‘शाहरुख खान’ को लेकर भाजपा नेता ने दिया था ये बयान जिन अफसरों को भारत सरकार वापस रिहा करवा लाई है। रिहाई के बाद भारत देश वापस लौटने पर बीजेपी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी का कहना है कि- इन अफसरों की रिहाई में बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान का भी हाथ है। भाजपा नेता का ये बयान सुनने के बाद खान की टीम ने सोशल मीडिया पर नेता सुब्रमण्यम स्वामी के बयान का जवाब देते हुए शाहरुख खान की मैनेजर पूजा ददलानी ने शाहरूख खान के सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर कि- नेवी अफसरों की रिहाई में एक्टर शाहरुख खान का कोई कनेक्शन नहीं हैं. जैसे पूरा भारत देश नेवी अफसरों के वापसी पर खुशी मना रहा है वैसे ही हम भी खुश है। ये भी पढ़ें- Farmer protest: किसान आंदोलन में नज़र आए खालिस्तानी आतंकी के पोस्टर

UAE : यूएई में हो रहे मंदिर उद्घाटन पर कट्टरपंथियों ने उगला ज़हर

UAE

भारत के अयोध्या स्थित राम मंदिर के बाद अब मुस्लिम देश यूएई (UAE) में एक भव्य हिंदू मंदिर बनकर तैयार हो गया है। 27 एकड़ में फैले इस मंदिर का उद्घाटन करने पीएम मोदी को अमंत्रण दिया गया है। यूएई की राजधानी अबूधाबी में पहला हिंदू मंदिर बनकर तैयार हुआ है। इस खबर को लेकर अब कट्टरपंथियों की प्रक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं। यूएई (UAE) में 27 एकड़ जमीन पर बना मंदिर यूएई में बनने वाले इस BAPS हिंदू मंदिर को 27 एकड़ जमीन पर बनाया गया है। मंदिर का निर्माण साढ़े तेरह एकड़ की भूमि पर है और बाकी साढ़े तेरह एकड़ भूमि पर मंदिर के लिए पार्किंग का इंतजाम है। यह भूमि संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान द्वारा दान की गई थी। जिस पर BAPS स्वामीनारायण संस्थान द्वारा मंदिर का निर्माण कराया गया। पीएम मोदी करेंगे यूएई (UAE) का दौरा मंदिर का उद्घाटन भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों से होगा। इससे जुड़ी जानकारी पीएम ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर दी है कि वह अगले दो दिन तक विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे जिसके लिए वह यूएई और कतर का दौरा करेंगे। वह आगे कहते हैं कि इससे इन देशों के भारत के साथ दि्वपक्षीय संबंध गहरे होंगे। कट्टरपंथियों ने साधा निशाना यूएई में हिंदू मंदिर बनने को लेकर लोगों के कई तरह के कमेंट सामने आ रहे हैं। एक ओर जहां यूएई के राजदूत अब्दुल नासिर अल शाही ने मंदिर उद्घाटन को यूएई के लिए खास मौका बताया है वहीं दूसरी ओर कट्टरपंथियों ने मुस्लिम राष्ट्र में मंदिर निर्माण पर निशाना साधा है। सोशल मीडिया पर एक यूजर ने लिखा कि मुस्लिम देश में मूर्ति पूजा,मतलब क्या अरब भी हिंदूत्व को अपना सकता है। एक यूजर लिखता है कि इस्लामिक देश इस तरह के इवेंट को क्यों मना रहे हैं। एक अन्य यूजर लिखता है कि वह आपकी मस्जिद तोड़ रहे हैं आप उनके लिए मंदिर बनवा रहे हैं। यह भी पढ़ें- भारत के पीएम UAE में करेंगे पहले हिन्दू मंदिर का उद्घाटन

डायबिटीज रोगियों को कभी नहीं खानी चाहिए गेहूं के आटे की रोटी

डायबिटीज

डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो खाने पीने की आदतों, वजन और जीवनशैली की बदलती विचारधारा के साथ बढ़ती है। इस बीमारी को नियंत्रित रखने के लिए उचित आहार बहुत महत्वपूर्ण है। खासकर, अनाज का चयन करते समय इन रोगियों को सावधानी बरतनी चाहिए। गेहूं की बजाय कुछ अन्य अनाजों का चयन करना सही हो सकता है। डायबिटीज के रोगियों को अक्सर लगता है कि उन्हें अनाज खाने के लिए कुछ कम ऑप्शन ही हैं, लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है। कई अन्य अनाज जैसे कि जौ, बाजरा, रागी, और किनोआ डायबिटीज के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। इन अनाजों में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जिसे खाने के बाद रक्त शर्करा का स्तर कम बढ़ता है, जिससे डायबिटीज के रोगियों के लिए बेहतर होता है। गेहूं की बजाय इन अनाजों का उपयोग करके डायबिटीज के रोगियों को स्वस्थ और संतुलित आहार मिल सकता है जिससे उनके रक्त शर्करा का स्तर भी नियंत्रित रहता है। इसके अलावा, इन अनाजों में विटामिन्स, मिनरल्स और अन्य पोषक तत्व भी होते हैं जो शरीर के लिए आवश्यक होते हैं। डायबिटीज रोगियों को खाना चाहिए ये अनाज जौ के आटे से बनी रोटी में फाइबर, प्रोटीन और विटामिन्स की अच्छी मात्रा होती है जो डायबिटीज के रोगियों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती है। बाजरा की रोटी में भी इसी तरह की गुणकारी विशेषताएं होती हैं। बाजरा खाने से रक्त शर्करा का स्तर धीरे-धीरे बढ़ता है, जिससे खाने के बाद की पीड़ितता कम होती है। रागी और किनोआ भी डायबिटीज के रोगियों के लिए उत्तम विकल्प हो सकता हैं। इनमें अनेक प्रकार के पोषक तत्व होते हैं जो स्वस्थ जीवनशैली के लिए आवश्यक होते हैं। ये भी पढ़ें- भारत के पीएम UAE में करेंगे पहले हिन्दू मंदिर का उद्घाटन

मध्य प्रदेश में भी किसान-आंदोलन को लेकर पुलिस सख़्ती

किसान-आंदोलन

इंदौर के सांवेर मे किसान नेताओं की धरपकड़ और छापे की खबर सामने आई है। वही एक को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया । 13 फरवरी को दिल्ली में किसान आंदोलन में इंदौर से जुड़े संयुक्त किसान सम्मलित ना हो इसके लिए दो दिनों से पुलिस की धरपकड़ जारी है। दरअसल देशव्यापी किसान-आंदोलन में मध्यप्रदेश के अलग-अलग किसान संगठनों के किसान उसमें सहभागी न बने इसके लिए धरपकड़ की जी रही है। सोमवार सुबह 11 बजे सांवेर थाने से तीन पुलिस कर्मी किसान नेता बब्लू जाधव के घर पहुँचे । पुलिस कर्मियों ने कहा कि टीआई साहब ने कुछ चर्चा के लिए बुलाया है,ऐसा कहकर गाड़ी में बैठाकर ले गए । जब वह काफी समय तक घऱ नहीं लौटे तो किसान साथियों ने जानकारी निकाली तो पता चला कि इसी कड़ी मे पुलिस ने संयुक्त किसान मोर्चा के नेता तथा भारतीय किसान मजदूर सेना के प्रदेशाध्यक्ष बब्लू जाधव को गिरफ्तार कर लिया और बाद में एसडीएम कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया। संयुक्त मोर्चा के नेता रामस्वरूप मंत्री के उषा नगर निवास पर भी अन्नपूर्णा पुलिस कई बार पहुंची लेकिन वे नहीं मिले । उनकें दोंनो मोबाइल बंद हैं, पुलिस उन्हें पकड़ने की धरपकड़ में जुटी रही । एक अन्य किसान नेता शैलेंन्द्र पटेल के नैनोद स्थित निवास पर भी पुलिस पकड़ने पहुंची लेकिन वे नहीं मिले । इसी बीच अधिकतर किसान नेताओं ने अपने मोबाइल बंद कर लिए। बताया जा रहा है कि अभी तक डेढ़ सौ से ज्यादा अलग-अलग जिलों मे हुए गिरफ्तार किसानों को लेकर इंदौर में अंदरूनी विरोध चल रहा है। भोपाल में किसान-आंदोलन वहीं दूसरा मामला भोपाल के स्टेशन से सामने आया है। जहां पर कर्नाटक के किसानों को दिल्ली जाने से रोका गया । वह कर्नाटक एक्सप्रेस से दिल्ली जा रहे थे जब ट्रेन भोपाल स्टेशन पर रूकी तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया और ट्रेन से नीचे उतार दिया । वहीं धारवाड़(कर्नाटक) के किसान नेता ने बताया हम कर्नाटक एक्सप्रेस से दिल्ली किसान-आंदोलन में सम्मलित होने जा रहे थे । भोपाल स्टेशन पर पुलिस ने हमें जाने से रोक दिया और 70 लोंगो सहित जबरदस्ती ट्रेन से उतार लिया । यह भी पढ़े-Aditya narayan: शो के दौरान सामने आया आदित्य नारायण का असली चेहरा

भारत के पीएम UAE में करेंगे पहले हिन्दू मंदिर का उद्घाटन

UAE पीएम मोदी

भारत देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर विदेशी दौरे करते रहते है। वर्तमान में नरेंद्र मोदी 13 फरवरी दिन मंगलवार को अबू धाबी के शेख जायद स्टेडियम में भारतीय कार्यक्रम हैलो मोदी को संबोधित करने गए है। ये कार्यक्रम खत्म करने के बाद प्रधान मंत्री बुधवार को UAE की राजधानी में बोचासनवासी श्री अक्षर पुरूषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) हिन्दू मंदिर के समापन समारोह में जाएंगे। आपको बता दें कि 14 फरवरी को भारत देश के प्रधान मंत्री और महंत स्वार्म महाराज मंदिर का उद्घाटन करेंगे। UAE में जिस मंदिर का उद्घाटन करने मोदी गए है, उस मंदिर को पिछले तीन साल से राजस्थान और गुजरात के दो हजार से ज्यादा कारीगरों और मजदूरों ने मिलकर तैयार किया है। दुनिया के इन बड़े मुस्लिम देशों में हैं हिन्दू मंदिर नम्बर तीन- 1.7 करोड़ से ज्यादा अबादी वाले मुस्लिम बांग्लादेश में 15 प्रतिशत हिन्दू रहते हैं। यहां ढाका के ढाकेश्वरी मंदिर में बड़ी संख्या में हिन्दू श्रध्दालु दर्शन करने पहुंचते हैं। नम्बर दो- ओमान की राजधानी मस्कट में शिव मंदिर, श्रीकृष्ण मंदिर और एक गुरुद्वारा भी है। फरवरी 2018 में भारत देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी भी मस्कट के शिव मंदिर दर्शन करने गए थे। इस मंदिर में बड़ी संख्या में हिन्दू श्रध्दालु भी जाते रहते हैं। नम्बर एक- इंडोनेशिया दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम देश है। यहां के लोग अपनी संस्कृती में हिन्दू तौर-तरीकों को भी अपनाते हैं। इंडोनेशिया में कई बड़े अद्भूत हिन्दू मंदिर है। यहां के प्रम्बानन हिन्दू मंदिर को देखने के लिए अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा भी जा चुके हैं। ये भी पढ़े- farmer protest: किसान आंदोलन 2.0 के लिए तैयार है दिल्ली पुलिस

Farmer protest: किसान आंदोलन में नज़र आए खालिस्तानी आतंकी के पोस्टर

farmer protest

आज किसानों ने दिल्ली की ओर कूच कर दिया है। लगातार बड़े-बड़े मॉडिफाई ट्रैक्टर के साथ किसान दिल्ली को बार्डर पर एकत्रित हो रहे हैं। इसी बीच फतेहगढ़ साहिब से आ रहे एक ट्रैक्टर पर खालिस्तानी आतंकवादी भिंडरवाले के पोस्टर वाला झण्डा दिखा है। जिसने सभी को ये सोचने पर मजबूर कर दिया है कि किसान आंदोलन (Farmer protest) करने वाले किसान हैं या खालिस्तानी समर्थक। किसानों ने मॉडिफाई कराए ट्रैक्टर 13 फरवरी को पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और पश्चिम उत्तरप्रदेश के किसानों ने दिल्ली चलो आंदोलन की शुरूआत कर दी है।यह आंदोलन पिछले आंदोलन की तरह नहीं दिखाई देता क्योंकि इस बार किसानों ने अपने ट्रैक्टर्स को इस तरह मॉडिफाई कराया है जिससे वह पुलिस की लाख कोशिशों के बाद भी आगे बड़ सकते हैं। दिल्ली पुलिस की तैयारियाँ भी इस बार अलग है पुलिस ने ड्रोन की मदद से आंसु गैस के गोले छोड़े और कीलें, तार , दीवार हर सम्भव वस्तु का इस्तमाल किसानों को रोकने के लिए किया है। किसान आंदोलन (Farmer protest) में दिखे भिंडरवाले के पोस्टर पिछले किसान आंदोलन के समय किसानों के पास खालिस्तानी आतंकी भिंडरवाले के पोस्टर थे। जिसके बाद खूब नारे लगाए गए थे कि भंडरवाले तेरी सोच पर राज करेगा। कुछ इसी तरह के पास्टर अब इस किसान आंदोलन में भी सामने आने लगे हैं। बता दें कि जब जब खालिस्तानी आतंकी के पोस्टर सामने आते हैं तब तब किसानों का क्रूर स्वरूप सामने आ जाता है। आंदोलन में इन पोस्टर्स के दिखने के बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि यह आंदोलन एक बड़ा और उग्र रूप ले सकता है। यह भी पढ़ें- Farmer protest: सामने आई किसान आंदोलन से जुड़ी सबसे बड़ी अपडेट

Farmer protest: सामने आई किसान आंदोलन से जुड़ी सबसे बड़ी अपडेट

Farmer protest: किसान आंदोलन

एक बार फिर से किसानों ने दिल्ली की ओर कूच कर दिया है। किसानों ने 13 फरवरी यानी आज दिल्ली चलो आंदोलन (farmer protest) की शुरूआत करदी है। इस आंदोलन को मुख्य संयुक्त किसान मोर्चा की जगह संयुक्त किसान मोर्चा की अगुवाई में किया जा रहा है। किसानों को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने भी पूरे इंतज़ाम कर लिए हैं और पूरे शहर में धारा 144 लागू कर दी है। नेताओं का बातचीत का कोई नतीजा भी नहीं निकला है। किसान आंदोलन (farmer protest) के कारण लगाई धारा 144 बतादें कि इस आंदोलन में हरियाणा, राजस्थान, पश्चिम उत्तरप्रदेश समेत पंजाब के किसान शामिल हुए है।और ये सभी लोग बड़े बड़े ट्रेक्टरों पर सवार होकर दिल्ली में आ रहे हैं।किसान अपने साथ राशन का सामान ट्रेक्टरों पर लादे हुए हैं। इस किसानों को दिल्ली पहुँचने से रोकने के लिए हरयाणा और दिल्ली पुलिस ने सारे इंतज़ाम कर रखे हैं। दिल्ली पुलिस ने 13 फरवरी से लेकर 12 मार्च तक पूरे शहर में धारा 144 लागू कर दी है। नहीं निकला किसानों से बातचीत करने का परिणाम पुलिस द्वारा दिल्ली की सभी सीमाएं सील कर दी गई हैं वहीं किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने 3 लेयर सिक्योरिटी तैयार कर दी है।किसान आंदोलन (farmer protest) को लेकर सरकार द्वारा किसानों से बात करने की कोशिश की गई थी मंत्रियों और किसानों के बीच पहली बातचीत 08 फरवरी को हुई और जिसके बाद कल भी तीन कैंद्रीय मंत्रियों ने किसानों से बात की लोकिन फिर भी किसानों ने दिल्ली की ओर कूच कर दिया था जिससे ये साफ हो गया है कि नेताओं की बातचीत का कोई प्रभाव नहीं हुआ है। क्या किसान आंदोलन (farmer protest) को रोक पाएगी दिल्ली पुलिस वैसे तो पुलिस द्वारा किसानों को रोकने के सभी प्रयास किए जा रहे हैं पर इस बार उन्होंने ट्रैक्टरों को मोडिफाई किया है और पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेडिंग को तोड़ने की भी रणनीति बनाई है। इस आंदोलन के तीन दिन बाद ही यानी 16 फरवरी को संयुक्त किसान मोर्चा ने भी भारत बंद का ऐलान किया है। इस दौरान दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक देश के सभी नेशनल हाईवे को ब्लॉक करने की रणनीति बनाई गई है। किसान आंदोलन (farmer protest) की क्या है मांग पिछली बार की तरह इस बार भी किसान संगठनों की मांग कर रहे हैं। एमएसपी की गारंटी के साथ ही बिजली की दलों में छूट और कर्ज माफी की भी माँग है। किसानों ने पिछले आंदोलन के समय दर्ज हुए मुकदमों को भी तुरंत खारिज करने की माँग की है और लखीमपुर में मारे गए चार किसानों के परिवारों के लिए सरकारी नौकरी और आर्थिक मदद की माँग कर रहे हैं। किसान स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने की माँग भी कर रहे हैं, जिसमें लागत की तुलना में एमएसपी को डेढ़ गुना करने की माँग है। यह भी पढ़ें- farmer protest: किसान आंदोलन 2.0 के लिए तैयार है दिल्ली पुलिस