Aayudh

केजरीवाल को तीन दिन में देना होगा दिल्ली क्राईम ब्रांच के नोटिस का जवाब

अरविंद केजरीवाल

आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक ओर से ईडी एक के बाद एक समन जारी करती जा रही है तो वहीं दूसरी ओर नेता को दिल्ली के क्राईम ब्रांच की ओर से भी नोटिस जारी हो गया है। इसके तहत नेता को तीन दिन के भीतर नोटिस का जवाब देना होगा। केजरीवाल ने नहीं की मुलाकात आज शनिवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर दिल्ली क्राईम ब्रांच की टीम पहुँची। टीम ने 5 घंटे सीएम का इंतजार किया लेकिन फिर भी उनसे मुलाकात नहीं हो सकी। दरअसल टीम का कहना था कि वह केजरीवाल की ही रिसीविंग चाहती हैं पर लम्बे इंतजार के बाद टीम को नोटिस पार्टी के लोगों को ही देकर लौटना पड़ा। तीन दिन में देना होगा जवाब बतादें कि अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर विधायक खरीदने का आरोप लगाया था। उनका कहना था कि बीजेपी ने आप के सात विधायको को 25 करोड़ रूपए देकर खरीदने की कोशिश की है। जिसपर बीजेपी द्वारा दिल्ली कमिश्नर को इस आरोप की जांच करने को कहा गया। साथ ही इस नोटिस में पुलिस द्वारा सीएम को तीन दिन का समय दिया गया है। इस दौरान उन्हें सबूत बताने होंगे और उन सात विधायकों के नाम भी देने होंगे जिन्हें बीजेपी ने लालच दिया था। यह भी पढ़ें- Lal Krishna Advani: आडवाणी को भारत रत्न मिलने पर गर्माई सियासत

Lal Krishna Advani: आडवाणी को भारत रत्न मिलने पर गर्माई सियासत

lal krishna advani

आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) को भारत रत्न मिलने की घोषणा की। उन्होंने इस पर अपनी खुशा ज़ाहिर की साथ ही आडवाणी से मुलाकात कर उन्हें बधाई दी। वहीं दूसरी ओर विपक्षी दलों की इस घोषणा को लेकर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। जिनमें कुछ बधाई देते नज़र आ रहे हैं तो कुछ बीजेपी पर निशाना साधते दिखाई दे रहे हैं। आडवाणी (Lal Krishna Advani) का सम्मान वोट बैंक के लिए है लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न मिलने पर अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी यह सम्मान अपने वोट बैंक के लिए कर रही है। इसके अलावा शरद पवार ने देश के उप प्रधानमंत्री और वरिष्ठ नेता को भारत का सर्वोच्च सम्मान मिलने पर बधाई दी। वह कहते हैं कि आडवाणी का देश के विकास कार्यों में बहुमूल्य योगदान है। कांग्रेस ने बीजेपी पर साधा निशाना कांग्रेस पार्टी के सांसद प्रमोद तिवारी ने इसे लेकर बीजेपी को घेर लिया है। वह कहते हैं कि निश्चित रूप से लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न मिलने पर बधाई देनी चाहिए। वह आगे बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहते हैं कि वैसे तो आडवाणी को बीजेपी का सर्वोच्च पद मिलना चाहिए पर पार्टी ने कम से कम भारत रत्न दिया इस पर आडाणी को बधाई है। वहीं आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरेवाल ने वरिष्ठ नेता को भारत रत्न मिलने पर बधाई दी है और उनकी दीर्घ आयु एवं स्वस्थ जीवन की कामना की। यह भी पढ़ें- लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) क्यों हैं भारत रत्न के हकदार

लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) क्यों हैं भारत रत्न के हकदार

लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani)

आज भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और देश के उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani)जी को भारत का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न दोने का एलान किया गया है। खबरे मिलने पर आडवाणी के पूरे परिवार के साथ साथ पीएम मोदी ने भी खुशी ज़ाहिर की है और कहा है कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें आडवाणी से सीखने का मौका मिला। सोमनाथ से अयोध्या के लिए निकाली रथयात्रा लालकृष्ण आडवाणी ने ही राममंदिर के लिए चल रहे आंदोलन को नई दिशा प्रदान की थी। नेता ने साल 1990 में सोमनाथ से अयोध्या के लिए रथयात्रा निकाली थी। बतादें कि भाजपा को नई ऊँचाईयों पर पहुँचाने में आडवाणी का ही विशेष सहियोग रहा है। उनकी हिंदूवादी राजनीति के कारण आज बीजेपी देश भर में अपनी अच्छी पकड़ बना पाई है। जिसके बाद अब उन्हें 96 साल की आयु में भारत रत्न से सम्मानित किया जाना है। लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) की हुई तारीफ पीएम मोदी ने कहा है कि आज देश ने अपने सपूत और देश के उप प्रधानमंत्री रहे लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने का निर्णय लिया है। उन्होंने भारत के उप प्रधानमंत्री के साथ, गृह मंत्री और सूचना प्रसारण मंत्री रहकर देश का सेवा की है। वह एक जागरूक एवं निष्ठावान सांसद के रूप के उभर कर आए।  वह आगे कहते हैं कि उनको दिया जाने वाला ये सम्मान ये सिद्ध करता है कि जीवन पर्यंत देश की सेवा करने वाले को देख कभी भूलता नहीं है। साथ ही वह बताते हैं कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें लालकृष्ण आडवाणी का संग मिला और उनसे सीखने का मौका मिला। इसी के साथ पीएम उनकी दीर्घ आयु की कामना बा करते हैं। यह भी पढ़ें- Khandwa: एमपी में भैंसों को मिली राज्यस्तरीय सुरक्षा

Khandwa: एमपी में भैंसों को मिली राज्यस्तरीय सुरक्षा

Khandwa

वैसे तो पुलिस कर्मियों द्वारा नागरिकों की सुरक्षा की जाती है या उन्हें किसी वरिष्ठ की सुरक्षा में तैनात किया जाता है लेकिन एमपी पुलिस इन दिनों भैंसों की सुरक्षा में तैनात है ,खंडवा (Khandwa) जिले में पुलिस कर्मियों द्वारा दिन रात भैंसों की सुरक्षा की जा रही है। खंडवा (Khandwa) में भैंसों की सेवा में जुटी पुलिस जी हां खंडवा जिले के जावर थाना में पुलिस इन दिनों 17 भैंसों की सेवा में लगी हुई है। दरअसल ये भैंस बिना परमिट के ट्रांसपोर्ट की जा रही थी । इन भैंसों को ट्रक में ठूंस- ठूंसकर लो जाया जा रहा था। जिसके बाद इन्हें पकड़ लिया गया और मामले में 4 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया था। वह आरोपी तो जेल से निकल गए पर वह भैंस अब भी पुलिस थाने में हैं। एक भैंस पर हो रहा 5000 का खर्च आमतौर पर जब कभी गायों को पकड़ा जाता है तो उन्हें गौशाला भेज दिया जाता है। पर इन भैंसों के साथ ऐसा नहीं हो सकता। क्योंकि इनमें से हर एक भैंस की कीमत 8 लाख से ज्यादा है। जिस कारण इनकी सुरक्षा में भी अब पुलिस तैनात की गई है। पुलिस कर्मियों द्वारा इन्हें चारा खिलाया जा रहा है, पानी पिलाया जा रहा है और गोबर भी साफ कराया जा रहा है। बतादें कि थाना प्रभारी जोपी वर्मा के अनुसार इनकी सेवा में रोजाना 5000 का खर्च आ रहा है जिसे वो खुद अपनी जेब से दे रहे हैं। यह भी पढ़ें- शिवपुरी के 40 जाटव परिवारों ने अचानक अपना लिया बौद्ध धर्म

शिवपुरी के 40 जाटव परिवारों ने अचानक अपना लिया बौद्ध धर्म

शिवपुरी

मध्य प्रदेश के शिवपुरी से एक बड़ा धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है। यहां पर 40 जाटव परिवारों ने बौद्ध धर्म को अपना लिया है। बताया जा रहा है कि बौद्ध भिक्षुकों ने इनका बहला फुसलाकर धर्म परिवर्तन कराया है।वही धर्म परिवर्तन करने वाले 40 परिवारों का कहना है कि उनके साथ छुआछूत की गई थी इसलिए उन्होंने हिंदू धर्म को छोड़ दिया । शिवपुरी धर्मपरिवर्तन का पूरा मामला विस्तार से दरअसल यह पूरा मामला शिवपुरी जिले के करेरा के ग्राम बहगावां का है। जानकारी के अनुसार गांव के लोगों ने एक साथ मिलकर के भागवत कथा का आयोजन कराया था । 25 साल बाद गांव में ऐसा भव्य आयोजन किया जा रहा था सभी मिलजुल कर इस कार्यक्रम में सहयोग कर रहे थे । लेकिन कथा के भंडारे के एक दिन पहले ही अचानक से जाटव समाज के 40 परिवारों ने बौद्ध धर्म को अपना लिया और हिंदू धर्म को छोड़ दिया। एक दिन में बना लिया धर्म छोड़ने का मन जाटव समाज के लोगों का यह कहना है कि उनकी समाज को भंडारे के दौरान पत्तल उठाने का काम दिया गया था ,उनके साथ छुआछूत की जा रही थी और इसी वजह से उन्होंने हिंदू धर्म को छोड़कर बौद्ध धर्म को स्वीकार कर लिया। इस पर गांव के सरपंच का कहना है कि यह सभी आरोप निराधार हैं क्योंकि इस आयोजन में सभी समाज के वर्गों को अलग-अलग काम सौंपें गए थे साथ ही उन्होंने बताया कि बौद्ध धर्म के भिक्षुक गांव में आए थे और इन सभी लोगों को बहला फुसलाकर उन्होंने बौद्ध धर्म में परिवर्तन करवाया है। शिवपुरी कलेक्टर ने दी मामले पर प्रतिक्रिया आपको बता दें कि इस पूरे मामले पर शिवपुरी कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी का कहना है कि इतने परिवारों ने एक साथ धर्म परिवर्तन क्यों किया इसकी गहराई से जांच ज़रूरी है। क्योंकि कोई भी व्यक्ति एक दिन में धर्म परिवर्तन करने के लिए तैयार नहीं होता है । यह किसी भी प्रकार से संभव नहीं है। इसलिए मामले की जांच करने के बाद ही सच सामने आ सकेगा। यह भी पढ़ें- पूनम पांडेय (poonam pandey) जिंदा है, खुद किया बड़ा खुलासा

पूनम पांडेय (poonam pandey) जिंदा है, खुद किया बड़ा खुलासा

पूनम पांडेय (poonam pandey)

बड़ी खबर सामने आ रही है कि जिस ऐक्ट्रैस और मॉडल को कल लोग श्रद्धांजलि दे रहे थे वो जिन्दा है। जी हाँ बॉलिवुड ऐक्ट्रैस और मॉडल पूनम पांडेय (poonam pandey) की मौत की खबर झूठी है। इसकी पुष्टि खुद अभिनेत्री ने एक विडियो शेयर कर की है। पूनम पांडेय (poonam pandey) जिंदा है बीते दिन एक खबर खूब सुर्खियाँ बटोरी रही थी। खबर ने बॉलिवुड की दुनिया में शोक की लहर फैला दी थी। दरअसल 2 फरवरी की सुबह बॉलिवुड अभिनेत्री और मॉडल के ऑफिशियल  इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर की गई जिसमें कहा गया कि अब वह इस दुनिया में नहीं रही उनकी मौत सर्वाइकल कैंसर के कारण हो गई है साथ ही पोस्ट में फैंस को प्राइवेसी की अपील भी की थी। विडियो शेयर कर की पुष्टि खबर की पुष्टि भी नहीं हो पा रही था। अभिनेत्री के परिवार और करीबी लोगों का फोन भी बंद आ रहा था। इसके अलावा उनकी टीम का मोबाइल भी स्विच ऑफ बताया जा रहा था। जिसके बाद आज मॉडल ने खुद एक वीडियो शेयर कर बताया है कि वो जिन्दा हैं। यह भी पढ़ें- गुना जिले के बमोरी स्थित शिव मंदिर में हुई तोड़फोड़