Aayudh

अयोध्या में चल रही है बड़े आतंकवादी हमले की साज़िश

अयोध्या

अयोध्या के नवनिर्मित राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम जोरशोर से जारी है। रामलला की नई मूर्ति की 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होगी, जिसके लिए मंगलवार 16 जनवरी से अनुष्ठान शुरू हो गया है। इस दौरान, खुफिया एजेंसियों ने अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन से पहले आतंकी हमले की साजिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। खुफिया एजेंसियों ने जारी किया अयोध्या में अलर्ट खुफिया एजेंसियों के अलर्ट के अनुसार, फर्जी पास और सरकारी वर्दी का सहारा लेकर आतंकी साजिश को अंजाम देने की आशंका है। इस बात को ध्यान में रखते हुए, अयोध्या से 100 किलोमीटर के दायरे में सुल्तानपुर, बाराबंकी, और गोंडा तक शिकंजा कस दिया गया है। उत्तर में, दिल्ली और आसपास के होटलों में पुलिस और खुफिया एजेंसिंयों की जांच जारी है, ताकि कोई संदेहास्पद व्यक्ति या सामान ना रखा जा सके। भारतीय एजेंसियों को मिली ये जानकारी सूत्रों के मुताबिक, भारतीय एजेंसियों की चौकसी को देखते हुए आतंकवादी ने नई साजिश रची है, जिसमें आतंकवादी और उनसे जुड़े लोग अब तकनीकी संसाधनों का उपयोग कर सकते हैं, जिससे वे आसानी से दिल्ली, अयोध्या, और आसपास के क्षेत्रों में प्रवेश कर सकते हैं। अलर्ट में यह भी बताया गया है कि आतंकवादी और उनसे जुड़े व्यक्तियों को सैनिक या स्थानीय पुलिस की नकली वर्दी का उपयोग करने की संभावना है। अयोध्या की सुरक्षा के किए बड़े इंतज़ाम इस साजिश का जवाब देने के लिए सुरक्षा बलों और खुफिया एजेंसियों की एक बैठक हुई, इस बैठक में ये तय किया गया है कि 22 जनवरी के दिन सुरक्षा कर्मियों को एक विशेष तरह का पास दिया जाएगा. आपको बता दें सुरक्षा बलों और खुफिया एजेंसियों का कहना है कि ये पास सुरक्षा कर्मियों को उसी दिन दिया जाएगा ताकि कोई इनकी नकल कर दूसरा पास ने बना पाए. यह भी पढ़ें- प्रधानमंत्री मोदी नहीं तो कौन है राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान का मुख्य यजमान अयोध्या और दिल्ली में समारोह के पहले ही रूट वाले रास्तों के आसपास विशेष पूछत-ताछ केंद्र भी स्थापित किए गए हैं, जहां संदेहास्पद व्यक्तियों से पूछताछ की जा सकेगी। इन विशेष इंटेरोगेशन सेंटरों में स्थानीय पुलिस के साथ-साथ खुफिया अधिकारियों की भी उपस्थिति होगी।

प्रधानमंत्री मोदी नहीं तो कौन है राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान का मुख्य यजमान

मोदी , राम मंदिर ,

श्री राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा की विधि की आज से शुरूआत हो चुकी है। आज मंदिर में कूर्मपूजन और प्रायश्चित पूजा होगी।इस लेख में आप जानेंगे कि यह पूजा क्यों की जाती है । बतादें कि यह पूजा मुख्य यजमान के हाथों होती है। मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के मुख्य यजमान प्रधानमंत्री मोदी नहीं है लेकिन फिर कौन हैं। कूर्मपूजा क्या होती है कूर्मपूजा उस पूजा को कहते हैं जिसके द्वारा मुख्य हवन वाली वेदी को जागृत किया जाता है। इस पूजा के बाद ही प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े आगे के अनुष्ठान हो सकते हैं। राम मंदिर में प्रायश्चित पूजा क्यों की गई प्रायश्चित पूजा में राम लला की मूर्ति से क्षमा मांगी जाएगी। यह क्षमा मूर्ति को बनाने के दौरान हुए कष्ट के कारण मांगी जाती है। इस पूजा के लिए मुख्य यजमान को विशेष तैयार किया जाता है। बतादें कि मुख्य यजमान का पहले 10 प्रकार से स्नान होता है। इसमें पहले गोमूत्र,फिर गोमय, गोदुग्ध, गोदधि, गोघृत, भस्म, कुशोदक,शहद मिट्टी और आखिर में पवित्र जल से स्नान किया जाता है। प्रधानमंत्री मोदी नहीं है राम मंदिर के अनुष्ठान के मुख्य यजमान अभी तक सभी को ऐसा लग रहा था कि प्रधानमंत्री मोदी ही राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के मुख्य पुजारी हैं पर ऐसा नहीं है। बतादें कि मुख्य यजमान के हाथों से ही पूर्व विधि और मुख्य अनुष्ठान होता है। इस अनुष्ठान के मुख्य यजमान श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा हैं। यह भी पढ़ें- कैलाश खैर ने 8 मिनट में बताया राम मंदिर का पूरा इतिहास

फिल्म के हीरो तेज सज्जा को बॉलीवुड में मिली पहचान

तेज सज्जा

बॉलीवुड की फिल्म मेरी क्रिसमस को भी पिछे छोड़ा साउथ एक्टर तेज सज्जा की फिल्म ‘ हनुमान’ जमकर कमाई कर रही है। साउथ के साथ-साथ हिन्दी में भी फिल्म ‘ हनुमान’ ने एक अच्छी कमाई की है। तेलुगू फिल्म ‘हनुमान’ भगवान हनुमान की शक्तियों पर आधारित है। इस फिल्म को तेलुगू भाषा में बनाया गया था, लेकिन इसका हिंदी डबिंग भी किया गया है और इसे हिंदी में भी रिलीज किया गया है। पहले दिन ही इसे बहुत ही लिमिटेड स्क्रीन्स पर रिलीज किया गया था, लेकिन जनता ने इसे शुक्रवार से ही खूबसूरत रिस्पॉन्स दिया है, और ‘हनुमान’ का रिव्यू भी अच्छा है। ये भी पढ़े- मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल राजधानी दिल्ली में कराने वाले हैं, ये भव्य आयोजन तेलुगू एक्टर तेज सज्जा स्टार ने जनता को एक बेहतर फिल्म ‘हनुमान’ दी है, और पहले वीकेंड में भी यह फिल्म सॉलिड कलेक्शन करने का दम दिखा रही है। इस फिल्म ने सोमवार को भी शानदार कमाई की है, और 4 दिनों के बाद भी इसका कलेक्शन बड़ा दमदार है। बिना किसी बड़े सुपरस्टार, बिना किसी खास प्रमोशन के इस फिल्म ने ऐसा कमाई किया है जो साउथ की कई बड़ी हिंदी हिट्स से भी बेहतर है। इसके मुकाबले, ‘पुष्पा: पार्ट 1’ ने पहले 4 दिनों में 16.38 करोड़ रुपये कमाए थे, जबकि ‘KGF: चैप्टर 1’ ने पहले 4 दिनों में 12 करोड़ से थोड़ा ज्यादा कलेक्शन किया था। ‘कांतारा’ के हिंदी वर्जन ने पहले 4 दिनों में 9 करोड़ से थोड़ा ज्यादा नेट कलेक्शन किया था। ‘हनुमान’ ने सोमवार को 3.80 करोड़ के कलेक्शन के साथ, पहले 4 दिनों में हिंदी वर्जन से 16.17 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया है, जो कि ‘पुष्पा’ के बराबर है। इसके बावजूद, ‘हनुमान’ के स्टार तेज सज्जा का चेहरा हिंदी में पॉपुलर नहीं है, लेकिन फिल्म एक बड़ी स्पीड से कमाई कर रही है। ये भी देखें- Mathura Krishna Janmbhoomi : Mathura के Shri Krishna Janmbhumi का फैसला Hindu के पक्ष में नहीं आया।

अंडे से निकले नहीं चूज़े…तहसीलदार पर हुआ एक्शन

तहसीलदार

मध्य प्रदेश के अधिकारी ने फिर कर दी जनता के साथ बदसलूकी, और ये बदसलूकी अधिकारी पर ही भारी पड़ गई। ये मामला मध्य प्रदेश के देवास जिले का है जहां की महिला तहसीलदार अंजली गुप्ता के द्वारा एक किसान के साथ बदसलूकी की गई और अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया जिस पर सीएम डॉ मोहन यादव ने सख्त एक्शन लिया और अधिकारी को अपना अभद्र व्यवहार भारी पड़ा। तहसीलदार और किसान के बीच हुई कहासुनी बतादें देवास जिले के सोनकच्छ के पास बसे कुमारिया राव गांव में खड़ी फसल के बीच बिजली के खंभे लगाने के संबंध में तहसीलदार गांव में आई थी। जहां पर किसान और तहसीलदार के बीच कहासुनी हो गई। इस बीच मामला इतना बढ़ गया कि तहसीलदार ने अभद्र भाषा का प्रयोग करना शुरू कर दिया वह ग्रामीण युवाओं को चूजे शब्द से संबोधित कर रही है । यू आर रिस्पांसिबल कहने पर भड़की तहसीलदार मामले की शुरुआत तब हुई जब किसान द्वारा तहसीलदार से अनर्गल शब्दों का उपयोग और अधिकारी से उंगली दिखाकर बात की गई इसके बाद वह भीड़ पर भड़क गई साथ ही आपको बता दें कि इस दौरान एक युवा ने अधिकारी से अंग्रेजी में यू आर रिस्पांसिबल कह दिया जिस पर अधिकारी गुस्से में डांट फटकार लगाती हुई कह रही थी कि अंडे से निकले नहीं और मरने मारने की बात करते हैं इसी बीच उन्होंने किसानों को सरकार को चुने से जुड़ी बात भी कहीं साथ ही ग्रामीणों पर सवाल खड़े किए । सीएम मोहन यादव ने लिया एक्शन मामले का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है इसके बाद सीएम डॉ मोहन यादव भी एक्शन लेते हुए दिखाई दिए हैं उन्होंने कहा कि इस तरह की अभद्र भाषा बर्दाश्त नहीं की जाएगी साथ ही जिला कलेक्टर ने तहसीलदार को जिला मुख्यालय में अटैच कर दिया है । डॉ मोहन यादव ने कहा कि सुशासन हमारी सरकार का मूल मंत्र है। यह भी पढ़ें- मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल राजधानी दिल्ली में कराने वाले हैं, ये भव्य आयोजन

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल राजधानी दिल्ली में कराने वाले हैं, ये भव्य आयोजन

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के सभी विधानसभा क्षेत्रों में सुंदरकांड के पाठ का आयोजन किया है, जिसमें AAP के सभी बड़े नेता भाग लेंगे। इसके बावजूद, विपक्षी दलों ने इस पर कई सवाल उठाए हैं। सौरभ भारद्वाज, दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री, ने भी इस आयोजन में शामिल होकर सुंदरकांड पाठ किया। उन्होंने खुद को हिन्दुओं की ठेकेदार बनाने के आरोपों का खंडन किया और सभी धर्मों के समर्थन की बात की। आप पार्टी के मुख्यमंत्री अरविंद्र केजरीवाल भी अपनी पत्नी के साथ इस कार्यक्रम में शामिल हुए। ये भी पढ़े- कैलाश खैर ने 8 मिनट में बताया राम मंदिर का पूरा इतिहास बीजेपी और आरएसएस ने इस आयोजन पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम को इसमें शामिल कर रहे हैं, जो सनातन धर्म के खिलाफ जाने जाते हैं। बीजेपी ने केजरीवाल से एक और सवाल किया, बोले क्या वह इंडिया गठबंधन में शामिल डीएमके पार्टी के नेता और तमिलनाडु सरकारक में मंत्री उदयनिधि स्टालिन को भी इस कार्यक्रम में बुला रहे है जो सनातन धर्म को एक बिमारी बताते है। ओवैसी के बयान पर बोलें राघव चड्डा ओवैसी के ‘छोटे रिचार्ज’ बयान पर आप पार्टी के नेता राघव चड्डा ने कहा, किसी भी पार्टी के किसी भी नेता से सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है. हमारे नेता केजरीवाल प्रभु राम के भक्त है और कोई भी काम शुरू करने के पहले भगवान राम और बजरंगवली का आशीर्वाद लेते हैं। फिर तीर्थ यात्रा करने भी जाते हैं। हैदराबाद से सांसद और AIMIM पार्टी के चीफ ओवैसी ने आप पार्टी को बीजेपी और आरएसएस से अलग नहीं बताया बोलें आप भी मोदी की राह पर चल रहे हैं। ये भी देखें- Indigo Passenger Beat Pilot : Flight में देरी होने की वजह से शख्स ने Pilot को मारा जोरदार मुक्का।

कैलाश खैर ने 8 मिनट में बताया राम मंदिर का पूरा इतिहास

कैलाश खैर , राम मंदिर

इन दिनों वॉट्सऐप के स्टेटस हो या इन्सट्राग्राम की स्टोरी, युवाओं के कानों में लगे ईयर फोन हो या स्पीपर्स हर जगह भगवान राम के ही गीतों की गूँज है। बॉलीवुड सिंगर्स हो या भजन गायक हर कोई श्री राम के गीत गा रहा है इसी बीच अपनी मधुर और बुलंद आवाज़ के साथ कैलाश खैर ने भी राम मंदिर को लेकर एक भजन गाया है जिसे राम का धाम एंथम कहा जा रहा है। कैलाश खैर के इस राम भाजन ने मचा दी धूम अब आप कहेंगे कि इस में कौन सी नई बात है इस समय तो हर कोई राम मंदिर और रामलला को लेकर भजन गा रहा है। लेकिन हम आपको बतादें कि ये भजन कुछ अलग है। इस भजन की धुन और लिरिक्स दिल को छू जाने वाले हैं। पहली बार सुनने पर ये भजन आपके रोंगटे खड़े कर देगा और गाने के कुछ बोल आपकी आँखे भिगाने के लिए काफी होंगे। इस भजन की ये विशेषता है कि 8 मिनट के इस गाने में कैलाश खैर ने राम मंदिर की पहली ईट रखने से लेकर आज तक का इतिहास बताया है। 8 मिनट में बताया राम मंदिर का पूरा इतिहास भजन में कारसेवकों की आज तक चल रही तपस्या, सुप्रीम कोर्ट का फैसला, भूमि पूजन सहित आज की अयोध्या , उसका विकास और राम लला का टेंट से अब राम मंदिर आना सब कुछ का जिक्र किया है। बतादें कि इस अनोखे गाने की शुरूआत शंखनाद से होती है। इस गाने में अयोध्या की खूबसूरती को भी बेहद करीब से बताया है फिर चाहे वो सरयू किनारे का दीपोत्सव हो या भगवान श्री राम की आकृति बनाने वाले लाईट शो। म्यूजिक वीडियो में राम मंदिर की हाल की सजावट और उसकी खूबसूरती को भी दिखाया है। यह भी पढ़ें- राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह की पूरी जानकारी,जानिए कब क्या होगा साथ ही इस वीडियो में पाएम मोदी भी पूजा पाठ करते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में सभी राम भक्त भक्ति में डूबे नज़र आ रहे हैं।  आपको बतादें कि कैलाश खैर के इस गाने को बीजेपी ने अपने ऑफीशियल ट्वीटर हैंडल पर शेयर किया है।

क्या श्रीराम के बाद अब श्रीकृष्ण को मिल पाएगा न्याय ?

मथुरा में श्री कृष्ण जन्मभूमी मंदिर

14 दिसंबर, 2023 को मथुरा में श्री कृष्ण जन्मभूमी मंदिर से सटी ईदगाह के परिसर का सर्वेक्षण करने के लिए अदालत की निगरानी में अधिवक्ता आयुक्त नियुक्त करने की मांग करने वाली याचिका स्वीकार कर ली गई थी। न्यायमूर्ति मयंक कुमार जैन ने याचिका स्वीकार करते हुए कहा, आयोग गठित करने के लिए वादी की याचिका स्वीकार की जाती है। 14 दिसंबर को हिन्दू पक्ष को मिली मंजूरी के बाद मुस्लिम पक्ष ने सुप्रिम कोर्ट का दरवाजा खट खटाया था। जिसके बाद हिन्दू पक्ष को एक बड़ा झटका लगा है। मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमी मामले को लेकर सुप्रिम कोर्ट ने नया फैसला सुनाया है। आपको बता दें कि सुप्रिम कोर्ट ने SC के फैसले पर रोक लगा दी है। सुप्रिम कोर्ट ने मुस्सिम पक्ष के हक मे सुनवाई करते हुए कहा, इस मामले में हाई कोर्ट में सुनवाई तो जारी रहेगी, लेकिन सर्वे करने के लिए कोर्ट कमिश्नर की नियुक्ति पर अभी अंतरिम रोक लगाई जा रही है। ये भी पढ़े- राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह की पूरी जानकारी,जानिए कब क्या होगा सुप्रिम कोर्ट ने हिन्दू पक्ष पर एक बड़ा सवाल खड़ा करते हुए कहा कि आपकी अर्जी स्पष्ट नहीं है। सुप्रिम कोर्ट को कहना है कि हिन्दू पक्ष स्पष्ट रूप से बताए कि वह चाहते क्या है। इसके अलावा ट्रांसफर का मामला भी न्यायालय में रोक कर रखा गया है। शाही ईदगाह में सर्वे की मांग करते हुए, फैसला इलाहाबाद हाई कोर्ट में एक याचिका के दायर होने के बाद। वकीलों द्वारा दावा किया गया कि भगवान श्रीकृष्ण का जन्मस्थान मस्जिद के नीचे है और वहां हिंदू मंदिर था, इसे स्थापित करने वाले कई संकेत हैं। याचिका में कहा गया कि एक कमल के आकार का स्तंभ और ‘शेषनाग’ की छवि इसे हिंदू मंदिर की पहचान में उच्च करती हैं। अदालत से अनुरोध किया गया कि स्पष्ट निर्देशों के साथ कमीशन को सर्वेक्षण के लिए नियुक्ति मिले। सुप्रिम कोर्ट का कहना है कि हिन्दू पक्ष अपनी बात साफ-साफ कोर्ट मे रखे कि वह चाहते क्या हैं। ये भी देखें- Amitabh Bacchan पर चढ़ा Ayodhya का रंग। Ram Mandir के बगल में Big B ने ख़रीदा करोड़ों का प्लॉट।

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह की पूरी जानकारी,जानिए कब क्या होगा

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह

श्रीराम जन्मभूमि पर बने भव्य राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा सोमवार 22 जनवरी को होने वाली है। इसके पहले आज 16 जनवरी से ही इसकी शुरूआत हो जाएगी। दरअसल मूर्ति की प्रतिष्ठा से पहले कुछ विधि की जाती हैं। यह विधि 21 जनवरी तक चलेगी जिसकी जानकरी खुद श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने दी। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की पूरी सूचि मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की विधि में 12 अधिवास होंगे। जिसमें 16 जनवरी को प्रायश्चित और कूर्म कुटी पूजन किया जाएगा। 17 जनवरी को मूर्ति मंदिर परिसर में लाई जाएगी। 18 जनवरी की शाम को तीर्थ पूजन और जल यात्रा होगी इसके साथ ही इस दिन जलाधिवास और गंधाधिवास होगा। 19 जनवरी को औषधाधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास और सायं काल में धान्याधिवास होगा। 20 जनवरी को प्रातः काल में शर्कराधिवास, फलाधिवास और सायं काल में पुष्पाधिवास होगा। 21 जनवरी को प्रातः काल में मध्याधिवास और सायं काल में शय्याधिवास होगा। बतादें कि सामान्य तौर पर सात अधिवास होते और न्यूनतम तीन अधिवास जरूरी होते हैं। 121 आचार्य होंगे राम मंदिर अनुष्ठान विधि में सम्मिलित मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा आगामी पौष शुक्ल कूर्म द्वादशी विक्रम संवत 2080 तदनुसार 22 जनवरी 2024 सामवार को होगी। जिसके के पूर्व विधि अनुष्ठान में 121 आचार्य होंगे। इस अनुष्ठान के संयोजक श्री गणेश्वर शास्त्री द्राविड और प्रमुख आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित होंगे। यह भी पढ़ें- राम मंदिर का शिखर निर्माण हुए बिना प्राण प्रतिष्ठा क्या शास्त्र सम्मत है ?