Aayudh

प्रियंका चोपड़ा की बेटी से जुड़ी बड़ी खबर आई सामने

प्रियंका चोपड़ा

बॉलीवुड की फेमस एक्ट्रेस और ग्लोबल स्टार प्रयिंका चोपड़ा फिल्मों के साथ-साथ अपनी रियल लाइफ को लेकर भी काफी खबरों में छाई रहती है। प्रियंका चोपड़ा ने साल 2018 में हॉलीवुड के फेमस सिंगर निक जोनस से शादी की थी। राजस्थान के उदयपुर में दोनों ने शादी की थी। शादी के चार साल बाद प्रियंका सरोगेसी की मदद से एक प्यारी सी बेटी की मां बनी जिसका नाम मालती मैरी जोनस है। जन्म के समय प्रियंका और निक जोनस की बेटी मालती प्रीमैच्योर थी। जिसके कारण उनको 3 महिनें तक अस्पताल में ही रखा गया था। अब मालती 2 साल की हो गई है और वह काफी फिट है। छोटी बेबी मालती अक्सर अपने माता-पिता के साथ सोशल मीडिया पर छाई रहती है। आपको बता दें कि प्रियंका ने अपनी बेटी मालती मैरी जोनस की पहली सेल्फी सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा की, ये है उनकी पहली सेल्फी। 2 साल की मालती ने पहली बार खुद से सेल्फी ली है। जिसे देखने के बाद मां प्रियंका के साथ-साथ फैंस भी काफी खुश नजर आ रहे हैं। मालती की तीन फनी सेल्फी देखते हुए फैंस ने मजेदार कमेंट्स किए। फोटोज पर एक यूजर ने लिखा, ‘ उसकी छोटी-छोटी चोटी तो देखो, फिर दूसरे ने लिखा,’वो भी अपनी मां प्रियंका की तरह सेल्फी क्वीन है। प्यारी सी मलती की अपनी खुद की फैन फॉलोइंग काफी बड़ी हैं। मैरी जोनस की फोटो हमेशा सोशल मीडिया पर छाई रहती है। ये भी पढ़े- 32 साल से रामलला की सेवा करने वाले महंत ने चुना राम मंदिर का मुख्य पुजारी

मध्य प्रदेश के शहरों में राम मंदिर के लिए चल रहीं ये तैयारियाँ

राम मंदिर

इन दिनों देश का कोना कोना राम मय हो गया है देश भर से लोग अलग अलग तरह से राम मंदिर की होने वाली प्राण प्रतिष्ठा के लिए तैयारियाँ कर रहे हैं। और आपको जानकर हैरानी होगी इस समारोह के लिए ना केवल भारतवासी अयोध्या में उपहार भेज रहे हैं बल्की विदेशों से भी उपहार अयोध्या पहुँच रहें हैं। हर गली हर शहर भक्त अपने अपने स्तर पर तैयारियाँ कर रहें हैं ऐसे में हम आपको बताएंगे कि मध्य प्रदेश के शहरों में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के ले कैसी तैयारियाँ चल रही हैं। राजधानी भोपाल में राम मंदिर के लिए दिखा उत्साह सबसे पहले बात करते हैं राजधानी भोपाल की ,भोपाल के अशोका गार्डन क्षेत्र का मोहौल तो अभी बिलकुल देखने लायक है। शहर के क्षेत्र को पूरी तरह से राम मय कर दिया है। दरअसल यहाँ दो दिन का एक कार्यक्रम आयोजित किया जाना है जिसके चलते दो दिन क्षेत्र को ही अयोध्या माना जाएगा साथ ही लगातार दो दिन तक राम धुन क्षेत्र में अखंड रूप से चलती रहेगी। बतादें कि कार्यक्रम में साज धाज करने के लिए कारीगिर दक्षिण भारत बुलाए गए हैं ताकि कार्यक्रम में कोई कमी ना रह जाए। विदिशा में चलाई ये पहल वहीं प्रदेश के विदिशा में तो एक अनोखी ही पहल चल रही हैं। दरअसल विदिशा शहर के जागरूक हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता यहां के हर गली मुहोल्ले में घरों में रोजाना अक्षत वितरण कर रहे हैं। इस के साथ ही वह रोज शहर के नागरिकों को याद दिला रहे हैं कि बस इतने दिन और फिर राम लला अपने जन्मस्थान पर आ रहे हैं। उज्जैन से राम मंदिर को भेजे जाएंगे 5 लाख लड्डू अब बात करते हैं प्रदेश की सांस्कृतिक राजधानी इंदौर की। तो इंदौर के उज्जैन से बाबा महाकाल भी राम लला के लिए उपहार भेज रहे हैं। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं  क्योंकि बाबा महाकाल की नगरी से अयोध्या के लिए 5 लाख प्रसाद के लड्डू जाएंगे। बतादें कि सीएम डॉ मोहन यादव ने खुद इस बात का ऐलान किया है। साथ ही इंदौर में 22 जनवरी के दिन विशाल दीपोत्सव मनाया जाएगा जिसके चलते शहर में 1 करोड़ 8 लाख दिए जलाए जाएंगे। यह भी पढ़ें- 32 साल से रामलला की सेवा करने वाले महंत ने चुना राम मंदिर का मुख्य पुजारी इस दिन शहर की 56 दुकानों पर रामोत्सव मनाया जाएगा। शहर में मिठाई नमकीन संगठन के द्वारा पूरे शहर में 2 हजार किलो की मिठाई बटवाई जाएगी। इस दिन शहर में दूध बेंचने वाले लोग सादा नहीं केसर वाला दूध बेंचेंगे। पैट्रोल पम्प पर गुब्बारों से सजावट होगी और होटल और मॉल भी राम मय सजावट से खिलेगे। मतलब कुल मिलाकर प्रदेश भर में राम मंदिर के लिए जोरों शोरों से तैयारियां जारी हैं। यह भी पढ़ें- एक्टर संजय दत्त ने बिहार के गया में किया माता-पिता का पिंड दान

32 साल से रामलला की सेवा करने वाले महंत ने चुना राम मंदिर का मुख्य पुजारी

राम मंदिर , मुख्य पुजारी

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में बेहद कम समय बाकी है। आने वाली 22 जनवरी को राम लला टेंट से अपने भव्य मंदिर में विराजेंगे। बतादें कि 1992 के बाबरी विध्वंस के समय से राम लला की पूजा अर्चना टेंट में होती आई है जिसकी पूरी जिम्मेदारी आज तक मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने निभाई है। कौन बनेगा राम मंदिर का मुख्य पुजारी अब अपनी बढ़ती उम्र को देखते हुए वह अपने उत्तराधिकारी की खोज में हैं। बताया जा रहा था कि उनका उत्तराधिकारी भी मिल गया है जिसका नाम मोहित पांडे है। मोहित पांडे दूधेश्वर विद्ध्या पीठ के छात्र हैं वह उन पंडितों में शामिल हैं जिन्हें राम मंदिर की समिति द्वारा 3000 आवेदनों में से चुना गया।बताया जा रहा है कि मोहित पांडे में वो सभी खूबियाँ हैं जो राम मंदिर के मुख्य पुजारी में होनी चाहिए और वह मौजूदा पुजारी सत्येंद्र दास को भी बहुत पसंद आए हैं। यह भी पढ़ें- कौन है मुन्नन खाँ जिसने सत्ता का गलत इस्तेमाल कर कारसेवकों की करी हत्या मोहित पांडे रोज सुबह सूर्योदय से पहले उठ जाते हैं और भगवान की पूजा पाठ इत्यादि में संलग्न हो जाते हैं। वह रोजाना ध्यान भी करते हैं और रामानंनीय सम्प्रदाय की पूजा पद्दति से भी बखूबी वाकिफ हैं। इतना ही 22 साल के पुजारी मोहित पांडे सभी प्रकार के सोशल मीडिया प्लेटफार्म से भी कोसों दूर रहते हैं। मोहित पांडे के ज्ञान और वैराग्य को देखते हुए ही उन्हें मुख्य पुजारी के तोर पर चुना गया। मोहित पांडे के मुख्य पुजारी बनने की खबर का सच लेकिन आप ये जानकर हैरान हो जाएंगे कि ये सारी खबर ही फेक है क्योंकि बीते कुछ दिन पहले ही श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने एक फेसबुक पोस्ट के जरिए इन खबरों को गलत बताया है। उनका कहना है कि कुछ पुजारियों को चुना गया है पर अभी उनकी ट्रेनिंग चल रही है। साथ ही मुख्य पुजारी के पद पर अभी भी सत्येंद्र दास ही रहेंगे। अभी उनके उत्तराधिकारी को चुनने जैसे कोई बात नहीं हुई है। ये हैं राम मंदिर के मुख्य पुजारी आपको बतादें कि सत्येंद्र दास 32 सालों से राम लला की सेवा कर रहे हैं। बाबरी विध्वंस के समय उन्होंने अपने आप को राम लला को समर्पित कर दिया था। उस समय उन्हें प्रतिमाह 100 रूपए मिला करते थे जो बढ़कर 13000 हो गए थे। बतादें कि सत्येंद्र दास जी को मुख्य पुजारी बनाने वाले भाजपा के पूर्व सांसद विनय कटियार और विश्व हिंदू परिषद के प्रमुख रहे अशोक सिंघल थे। जब बाबरी विध्वंस हुआ उस वक्त भी सत्येंद्र वहाँ मौजूद थे उन्होंने उस वक्त राम लला की प्रतिमा को दूर ले जाकर रख दिया। यह भी पढ़ें- रावण और राजा जनक ने भी भेजा राम मंदिर के लिए उपहार

एक्टर संजय दत्त ने बिहार के गया में किया माता-पिता का पिंड दान

संजय दत्त

संजय दत्त हाल ही में बिहार के ‘गया’ गए थे और वहां अपने स्वर्गीय माता-पिता के पिंड दान कराए. पिंड दान करीने के बाद अपने माता-पिता की आत्मा की शांति के लिए भगवान से कामना भी की. इसी बीच मीडिया से बातचीत करते समय उन्होंने बताया कि वह अयोध्या के राम मंदिर भी जाना चाहते है. संजु, जो एक प्रमुख बॉलीवुड एक्टर हैं, और जाने-माने एक्टर सुनील दत्त और नरगिस के बेटे संजय अक्सर ही चर्चा में रहते हैं. ये भी पढ़े- शाहरूख खान ने कितनी मुश्किलों से बचाया था आर्यन को ड्रग केस से गया से मुन्ना भाई की तस्वीरें आई हैं, जहां उन्हें सफेद धोती और कुर्ता पहने देखा जा सकता है. गले में गमछा डाले हुए, संजय दत्त पंडितों के साथ पूजा करते हुए नजर आए. इस दौरान, गया की फल्गु नदी, विष्णुपद मंदिर और अक्षय वट वृक्ष पर पिंड दान करने में उन्होंने दो घंटे बिताए. गुरुवार को पिंड दान करने के बाद, संजय दत्त ने मीडिया से बातचीत में राम मंदिर जाने की इच्छा जताई. अयोध्या जाने के बारे में मीडिया ने उनसे सवाल किया तो उन्होंने कहा, ‘क्यों नहीं जाएंगे, जरूर जाएंगे.’ इसके साथ ही संजु ने ‘जय भोले’ और ‘जय श्री राम’ का नारा भी लगाया. उनकी फिल्म ‘द वर्जिन’ ट्री जल्द ही रिलीज होने वाली है, जिसमें मौनी रॉय, सनी सिंह और पलक तिवारी भी होंगे. संजय दत्त की आगामी फिल्म ‘वेलकम टू द जंगल’ में भी वह, अक्षय कुमार के साथ नजर आएंगे, जो 20 दिसंबर 2024 को रिलीज होगी. ये भी पढ़े- Shahrukh Khan ने बेटे Aryan Khan के बारे में पहली बार की बात। बताया कितना मुश्किल था ड्रग केस।

विधायक कमलेश्वर डोडियार ने दिया विधानसभा में हैरान कर देने वाला भाषण

विधायक कमलेश्वर डोडियार

आज हम उस विधायक के बारे में बात करेंगे जिन्होंने हमेशा से आदिवासी जनजाति के लिए कार्य किया है। जिसने विधानसभा में तो जीत हासिल की ही लोकसभा में भी हर हालात में जीतने का दावा किया ये विधायक कभी बाईक से हजारों किलोमीटर का सफर तय करते देखे जाते है तो कभी अधिकारियों को जमकर फटकार लगाते। अब तक तो आप समझ ही गए होंगे हम बात कर रहे है, भारत आदिवासी पार्टी के विधायक और मध्यप्रदेश के सबसे गरीब विधायक कमलेश्वर डोडियार की जो एक लम्बी यात्रा के बाद अपना सफर पूराकर विधानसभा में पहुचे है। विधानसभा में कमलेश्वर डोडियार द्वारा दिया गया भाषण एक बार आप सभी को सुनना चाहिए। कमलेश्वग डोडियार ने बताया कि मैं ना तो सत्ता पक्ष से आया हुं और ना ही विपक्षी पार्टी से आया हुं मैं एक बीच के रास्ते से आया हुं और लोगों की भलाई करना चाहता हुं। कमलेश्वर डोडियार पश्चिम मध्यप्रदेश के रतलाम जिले सैलाना से विधायक के रूप में चुने गए है। आगे का भाषण देते हुए कमलेश्वर डोडियार ने बताया कि मैं आदिवासी इलाके से चुनकर आया हुं। महोदय अब मैं बीच के रास्ते से निकलना चाहता हुं ताकि लोगों का भला हो सके। मैं ये कहना चाहता हुं की आदिवासी जनजाति के लोगों की जमीनों पर व्यापार करने से पहले उनकी आजीविका का इंतज़ाम किया जाए। ये भी पढ़े- कौन है मुन्नन खाँ जिसने सत्ता का गलत इस्तेमाल कर कारसेवकों की करी हत्या पढ़े कमलेश्वर डोडियार का भषण आज मुझे ये बात रखने का अवसर मिला है। आदिवासी इलाके में जो बड़े-बड़े तालाब बनाए जा रहे हैं और जो बड़े-बड़े डैंम बनाए जा रहे हैं। मेरा कहना है कि तालाब और डैम छोटे-छोटे बनाए जाए जिससे आदिवासी लोगों की जमीने ज्यादा ना जाए। जिन गरीब, अनपढ़ और आदिवासी लोगों की जमीनों पर ये कार्य किए जा रहे है उन लोगों की आजीविका की व्यवस्था की जाए ताकि वह बाहर के प्रदेशों में जाकर ना भटके। इसके आगे कमलेश्वर डोडियार ने महोदय से कहा कि आदिवासी इलाके में शराब पूरी तरह से बंद कर देनी चाहिए। आदिवासी लोगों के शराब पीने से लोंगो की जिन्दगियां बर्बाद हो रही हैं। इसी लिए मैं चाहता हुं कि आदिवासी इलाके में शराब ही ना बेचा जाए। आदिवासी इलाकों में जो स्कूल है उनकी व्यवस्था सुधारी जाए ताकि हमारे बच्चे अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सके। ये भी पढ़े- शाजापुर में राम फेरी पर पथराव करने वालों पर हुआ बड़ा एक्शन

युवा दिवस: कैंसर के मरीजों में सबसे ज्यादा संख्या युवाओं की

कैंसर , युवा

स्वामी विवेकानंद ने भारत के युवाओं को एक संदेश दिया था कि हम जो भी है वह अपनी सोच की वजह से हैं इसलिए इस बात का ध्यान ऱखना चाहिए कि आप क्या सोचते हैं, वहीं आज की युवा पीढ़ी की सोच तो स्वतंत्र है ही नहीं क्योंकि वो तो नशे के वशीभूत हो चुकी है, जो उनकी सोच में एक ट्रेंड बन गया है। आज युवा दिवस के मौके पर पत्रिका की एक रिपोर्ट के ज़रिए आज हम आपको बताएंगे कि कैंसर जैसी बड़ी बीमारी के मरीजों में सबसे ज्यादा तादाद युवाओं की ही है। 60 फीसदी कैंसर मरीजों में युवा शामिल आज हम अपने आस पास देख सकते हैं कि आज का युवा प्रारम्भिक स्कूल से ही तम्बाकू, बीडी. सिग्रेस जैसी लतों में उलझ जाता है। शुरू में तो ये सब उसके लिए खेल होता है या ट्रेंड को देखते हुए वो ये नशे कर ने लगता है पर कुछ ही सालों में ये ही नशे उसकी जिंदगी बनने का उम्र में जिंदगी खत्म कर देते हैं। भोपाल के एम्स की एक रिपोर्ट इस तथ्य को साबित करती है । जिसमें बताया गया है कि कैंसर से पीड़ित 60 फीसदी मरीजों की आयु 15 से 28 साल के बीच देखी गई है। ओरल कैंसर के ज्यादातर मरीज युवा ही ब्रिटिश मेडिकल  जनरल में एम्स के ओरल और मैक्सिलो फेशियल सर्जन डॉ अंशुल की रिसर्च में बताया गया है कि कम मुंह खुलने यानी ओरल सबम्यूकस फाईब्रोसिस के ज्यादातर मरीज युवा ही होते हैं। जिन्होंने बेहद कम उम्र से ही तम्बाकू, गुटखा या सुपारी खाई हो।ऐसे सो मे से 10 से 12 मरीजों को कैंसर की बीमारी होती है वहीं ऐसे भी कई केस होते हैं जिसमें मरीज को मुंह खुलने की तख्लीफ ना होते हुए भी कैंसर हो जाता है। भोपाल में ओरल कैंसर के कुल मरीजों में से 14.3 %   पुरूष हैं और    4.6 % महीलाँए हैं। ओरल कैंसर के होते हैं ये चार ग्रेड वहीं आपको बतादें कि ये ओरल कैंसर की चार ग्रेड होती हैं। इनमें पहली और दूसरी ग्रेड के मरीज एस्सरसाईज और हल्दी शहद की मदद से ठीक हो जाते हैं पर तीसरे और चौथे ग्रेड के मरीजों को सर्जरी ही करानी होती है। बतादें कि नशे के इस जाल से युवा पीढ़ी तब तक नहीं बच सकती जब तक युवा इसे अपनी प्रतिष्ठा या शान मानता रहेगा। प्रतिमाह पान मसाला की होती है इतनी खपत आपको जानकर हैरानी होगी कि शहर में पान मसाला के कारोबार से प्रतिमाह 50 करोड़ रूपए से ज्यादा की कमाई होती है जिसमें भी जर्दा का पाऊच सबसे ज्यादा चलन में है। और इसके बाद सिग्रेट, बीड़ी, तम्बाकू और सुपारी की खपत होती है। आपको ये भी जानना चाहिए कि सादा पान मसाला भी ओरल कैंसर जैसे रोगों को बड़ावा देता है। यह भी पढ़ें- शाजापुर में राम फेरी पर पथराव करने वालों पर हुआ बड़ा एक्शन अगर इतना सब सुनने के बाद भी आपको अपनी जान की फिक्र नहीं है तो इक बार अपने परिवार के बारे में ज़रूर सोचे। और ये भी सोचें कि युवाओं के लिए जितनी बड़ी परेशानी बेरोजगारी नहीं उससे भी ज्यादा बड़ी और खतरनाक परेशानी उनका नशा है जो ना केवल उनको बल्की इस समाज को भी दीमक की तरह खत्म करने का सामर्थ्य रखता है।