Aayudh

शाजापुर में राम फेरी पर पथराव करने वालों पर हुआ बड़ा एक्शन

शाजापुर

देश के अलग अलग जगह श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जोरों शोरों से तैयारियाँ की जा रही हैं। साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में अक्षत वितरण के लिए श्रीराम फेरियाँ लगाई जा रही हैं। एक ओर देश भर के अलग अलग इलाकों में इन फेरियों पर फूल बरसाए जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश के शाजापुर में इन राम भक्तों पर पथराव होने की बात सामने आई थी। जिसके बाद आरोपियों पर प्रशासनिक कारवाई की जा रही थी साथ ही अब जिहादी मानसिकता के मुख्य आरोपी के घर पर बुलडोजर कारवाई की गई है। शाजापुर में हुआ था राम फेरी पर हमला बतादें कि 8 जनवरी की शाम शाजापुर में श्रीराम फेरी निकाली जा रही थी इस दौरान एक बड़ी संख्या में हिंदू कार्यकर्ता फेरी में सम्मिलित हुए थे। फेरी में भगवान राम के भजनों की धुन चल रही थी। जब फेरी शहर के हररायपुर क्षेत्र की एक मस्जिद से पास पहुँची तो जिहादियों द्वारा नाराए तकदीर अल्हाह हू अकबर के नारे लगाते हुए राम भक्तों पर अचानक से पथराव शुरू हो गया। मुस्लिम बच्चे और महिलाँए भी थी शामिल यह पथराव मुस्लिम बहुल क्षेत्र के घरों से किया गया था। मुस्लिम महिलाँए और बच्चे भी इस पथराव में शामिल थे साथ ही इस दौरान कुछ लोग तलवार लेकर राम भक्तों पर हमला करने लगे थे। इस हमले में कई कार्यकर्ता गम्भीर रूप से घायल हुए। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पता चला है कि जब श्रीराम फेरी मुस्लिम बहुल क्षेत्र में पहुँची तो कुछ मुस्लिम लोगों ने हिंदू कार्यकर्ताओं को धमकाते हुए कहा कि यह मुस्लिमों का क्षेत्र है यहाँ श्रीराम फेरी नहीं निकल सकती। जब राम भक्तों ने बात नहीं मानी तो जिहादी मानसिकता के लोगों द्वारा श्रीराम फेरी पर हमला किया गया। अब हुआ आरेपी के घर बुलडोजर एक्शन हमला होने के बाद पुलिस द्वारा सभी हमलावरों को ढूंढकर उनपर प्रशासनिक कारवाई की जा रही थी जिसके बाद अब मुख्य आरोपी के घर पर बुलडोजर कारवाई की गई है। बतादें कि मामले का दूसरे दिन ही हिंदू संगठन के लोगों ने बड़ी रैली निकाली थी और  जिन घरों से पथराव हुआ उनके घरों पर बुलडोजर कारवाई करने की मांग कर रहे हैं। जिसके बाद आज उनकी मांग पूरी होती दिखाई दी है। यह भी पढ़ें- शाजापुर में श्रीराम फेरी पर हुआ हमला, जिहादियों ने घरों से बरसाए पत्थर

कौन है मुन्नन खाँ जिसने सत्ता का गलत इस्तेमाल कर कारसेवकों की करी हत्या

मुन्नन खाँ

राम मंदिर आंदोलन में कारसेवा देने वाले कई कारसेवकों के बारे में तो आप जान ही गए होंगे। पर आज हम उस व्यक्ति के बारे में बताएंगे जिसने सत्ता का गलत इस्तमाल करते हुए ना जाने कितने कारसेवकों की हत्या की थी। बतादें कि ये नाम मुन्नन खाँ का है जो जीवित बचे कई कारसेवकों द्वारा कई बार लिया गया है। इन नेताओं से था मुन्नन खाँ का संबंध एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार राम मंदिर आंदोलन के समय अयोध्या में तैनात रहे एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी ने भी मुन्नन खाँ का नाम लिया। अधिकारी ने अपनी पहचान छिपाते हुए बताया कि उस समय वह बलरामपुर का विधायक था। पुलिस को जानकारी मिली थी वह कारसेवकों पर हमला करने वाला है पर वह उस समय का बड़ा और जाना माना नेता था। उसके कांग्रेस पार्टी और समाजवादी पार्टी के बड़े नेताओं से अच्छे संबंध थे जिस कारण उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता था। बस में बैठाकर ले जाता था मुन्नन रूदौली के कुछ कारसेवकों ने बताया कि उस समय मुन्नन खाँ अपने साथियों के साथ पुलिस की वर्दी पहनकर घूमता था साथ ही अपने साथ बस लेकर चलता था । वह रास्ते से पैदल जाते कारसेवकों से कहता कि आओ बस में बैठ जाओ तुम्हें अयोध्या का प्रसाद दिला दें। उस समय पुलिस पैदल चलने वाले कारसेवकों को भी गिरफ्तार कर रही पर मुन्नन खाँ को इसकी इजाज़त किसने दी यह किसी कारसेवक को नहीं पता। साल 2009 में हो चुकी है कारसेवकों के हत्यारे की मौत कारसेवकों ने बताया कि विधायक अपने साथ लाई बस में कई कारसेवकों को लेकर जाता था जिनके साथ क्या हुआ वह कहाँ गए किसी को नहीं पता। साल 1989 से 1991 तक वह बलरामपुर का विधायक रहा। साल 2009 में मुन्नन खाँ की मौत हो चुकी है। यह भी पढ़ें- राम मंदिर आंदोलन में इस कारसेवक ने दिए थे नारे: बाबा सत्यनारायण

प्रेमानंद महाराज ने बताया ज्यादा विचार ना करे सब प्रभु के भरोसे छोड़ दें

प्रेमानंद महाराज

एक बार फिर हम प्रेमानंद महाराज के अद्भूत विचारों के साथ आपके समक्ष पधारे है। जैसा की आप सभी को पता है कि महाराज हमेशा भगवान की भक्ती में डुबे रहते है। इस बार उनका कहना है कि मनुष्य अपने जीवन में जो कुछ भी करता है सदैव वह भगवान की मर्ज़ी से ही करता है। इंसान जो कुछ भी करता है भगवान की शक्ति से ही करता है। करवा भी वही रहे है, और कार्य करने का सामर्थ्य भी वही दे रहे है। मनुष्य को कभी भी किसी भी अच्छे विचार या अच्छी क्रिया में अपने को भुल कर भी कर्ता नहीं मानना चाहिए। एैसा करने से बुरी क्रिया कभी होगी ही नहीं। यदि क्रियाओं के कर्ता आप बनोगे तो बुरी क्रियाओं से बच नहीं सकते है। अगर आप कोई अच्छा कार्य करते समय यह सोचते है कि ये कार्य प्रभु करा रहे है तो आप बुरी क्रियाओं का संकल्प भी नहीं करेंगे। मनुष्य को हर समय प्रभु के सामने कृतज्ञ रहना चाहिए। किसी भी व्यक्ति को अपने भविष्य या वर्तमान को लेकर ज्यादा विचार नहीं करना चाहिए। आपके विचार करने से कुछ नही बदलने वाला क्योंकि प्रभु ने पहले से ही सब कुछ लिख दिया है। महाराज का कहना है कि कभी भी जीवन में मुश्किल परिस्थिति से उबना नही या घबराना नहीं चाहिए। ये भी पढ़े- क्यों भोगने पड़ते हैं पूर्व जन्मों के पाप ‘प्रेमानंद महाराज’ ने बताए इसके उपाय हमेशा अपने भगवत विश्वास पर भरोसा रखना चाहिए। इंसान को कभी भी अपने भगवत विश्वास में कमी नहीं आने देनी चाहिए। प्रेमानंद महाराज का कहना है कि अगर भगवान ने आपके जीवन में दुख लिखा है तो एक सुबह के बाद जरूर आपके जीवन में सुख आएगा। आपके जीवन में कितना सुख है और कितना दुख है ये सब पहले से लिखा हुआ है। वह भगवान है उनको सब चीजों का ज्ञान है। उनका सब पता है किसे क्या देना है किसे क्या नहीं। बस आपको प्रभु के निर्णय पर विश्वास रखना है। अपने दुखों से हार नहीं मानना है। सभी परिस्थितियों से मुक्ति पाने का एक ही उपाय है। प्रभु का नाम जपते रही ये एक ना एक दिन सब ठिक हो जाएगा। ये भी देखें- Bageshwar Dham के Pandit Dhirendra Shastri ने उठाया बड़ा कदम, इस तरह से रख दी Hindu Rashtr की नीव।

राम मंदिर आंदोलन में इस कारसेवक ने दिए थे नारे: बाबा सत्यनारायण

राम मंदिर , बाबा सत्यनारायण

आपने राम मंदिर के हर कारसेवक में ज़ुबान पर क नारा ज़रूर सुना होगा। “रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनांएगे” यह नारा देने वाले व्यक्ति हैं बाबा सत्यनारायण मौर्य। जिन्हें राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए निमंत्रण भी दिया गया है। कौन हैं राम मंदिर आंदोलन में नारा देने वाला ये कारसेवक राम मंदिर आंदोलन के दौरान मशहूर हुए नारे जैसे “रामलला हम आएंगे मंदिर वहीं बनाएंगे” के प्रणेता बाबा सत्यनारायण मौर्य हैं। बतादें कि ये भी एक कारसेवक हैं जिसने अपने आप को पूरी तरह से श्रीराम मंदिर को समर्पित कर दिया था। घुमक्कड़ बाबा के नाम से मशहूर इस कारसेवक ने एक ओर अपनी चित्रकला से राम मंदिर आंदोलन की अलक जगा कर रखी तो दूसरी ओर मंच से कारसेवकों को भी आत्मविश्वास दिया। जितना प्रभाव इनके द्वारा उकेरे गए चित्र डालते थे उतनी ही ऊर्जा का संचार इनके शब्दों से होता था। राम मंदिर के लिए बाबा सत्यनारायण ने छोड़ दी ने पढ़ाई बाबा सत्यनारायण मूल रूप से राजगढ़ के रहते वाले हैं। उनके पिता शिक्षक थे और उनके भाई बहन भी शिक्षक ही हैं।कारसेवक गोल्डमेडिलिस्ट थे पर उन्होंने शिक्षक बनने की जगह राम सेवक बनने को चुना। वह अपनी चित्रकला के माध्यम से दीवारों पर रामलला की आकृति बनाते थे। जैसे ही उन्हें मौका मिला वह कारसेवा के लिए अयोध्या चल दिए। अयोध्या की गली गली में बाबा ने आंदोलन की अलक जलाई। बाबा ने अपने साथियों के साथ मिलकर बाबरी ढांचे की जगह बैनर के कपड़े से अस्थायी मंदिर बनाया था। बाबा सत्यनारायण ने दिए ये मशहूर नारे कारसेवक ने राम मंदिर आंदोलन के समय “सौगंध राम की खाते हैं हम मंदिर वहीं बनाएंगे “नारा दिया । आगे जाकर जिसके साथ “रामलला हम आएंगे मंदिर वहीं बनाएंगे” जैसी पंक्ति जुड़ गई। साथ ही “रक्त देंगे प्राण देंगे मंदिर वहीं बनाएंगे” जैसे नारे भी काफी मशहूर हुए। यह भी पढ़ें- रावण और राजा जनक ने भी भेजा राम मंदिर के लिए उपहार

शाहरूख खान ने कितनी मुश्किलों से बचाया था आर्यन को ड्रग केस से

शाहरूख खान

बॉलीवुड के किंग खान ने पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ी है। शाहरूख खान बॉलीवुड में अपनी कामयाबी के चलते हमेशा हैडलाईन्स में बने रहते है। इस बार शाहरूख ने अपने बड़े बेटे आर्यन खान को लेकर एक बयान दिया है। आर्यन पिछले कुछ महिनों से अपने विवादों के चलते मीडिया में छाए हुए थे। एक इवेंट में पहुंचे शाहरुख ने इस विवाद पर पहली बार खुलकर बातचीत की। उन्होंने यह भी साझा किया कि निजी स्तर पर उन्होंने इस समस्या से कैसे सीखा है। शाहरुख ने अपनी फिल्मों की सफलता पर भी चर्चा की. बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान ने 2023 में एक शानदार साल बिताया है, जिसमें उनकी तीनों फिल्में बॉक्स ऑफिस पर हिट रहीं और वैसे ही शानदार कामयाबी हासिल की। इन फिल्मों ने वॉर्ल्डवाइड में 2500 करोड़ रुपये से अधिक का बड़ा कलेक्शन किया। इस शानदार कामयाबी से पहले, शाहरुख ने निजी जीवन में चुनौतीपूर्ण क्षणों का सामना किया था। 2021 में आर्यन के ड्रग विवाद के बीच, शाहरुख को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया गया था। शाहरूख खान ने बताया कितना मुश्किल था वह समय हालांकि, मई 2022 में आर्यन को सभी आरोपों से बरी कर दिया गया और शाहरुख के फैन्स कइस मौके को खुशी के साथ स्वीकार किया। आपको बता दें कि कई सालों बाद किंग खान ने पहली बार आर्यन को लेकर कुछ बोला है। मीडिया के एक प्रोग्राम में शाहरूख को इनवाईट किया गया था। इस इवेंट में शाहरूख ने बताया कि कैसे आर्यन से जुड़े विवाद से उनका पुरा परिवार परेशान हो गया था। उनके लिए ये पुरा मामला बुरा और परेशान करने वाला था। SRK ने बताया कि उन्होंने इस मुश्किल समय से भी बहुत कुछ सिखा है। बोले कहा, चुप रहना चाहिए, कहा बोलना चाहिए और सम्मान को बचाए रखने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है। जीवन में कभी-कभी एैसा लगता है कि सब कुछ अच्छा चल रहा है तभी अचानक कहीं से जिंदगी एक जोरदार सा मुक्का आपके मुहं पर जड़ देती है। किसी के जीवन में कभी भी कुछ भी हो सकता है। ये भी देखे- Anupama TV Serial Actress Rupali Ganguly पहुंची महाकाल लोक, सनातन और भष्म आरती पर कही ये बड़ी बात।