World Cup Semifinal:भारत की जीत के बाद गूंज रहा एक ही नाम
शमी .. ये नाम क्रिकेट प्रेमियों से लेकर सोशल मिडिया पर छाया हुआ है। भारतीय क्रिकेट टीम के तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी ने World Cup के सेमीफइनल में भारतीय टीम को जिताने में एहम किरदार निभाया। टीम इंडिया ने न्यूज़ीलैंड पर शानदार जीत दर्ज की जिसके बाद टीम इंडिया विश्व कप 2023 के फाइनल में पहुंच गई है। इस जीत के कई हीरो रहे , लेकिन मोहम्मद शमी की गेंदबाज़ी ने महफ़िल लूट ली। सेमीफाइनल मैच के बाद चारों तरफ सबसे ज्यादा एक ही नाम गूंज रहा है और वो है मोहम्मद शमी। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ 7 विकेट लेकर अपना नाम भारतीय गेंदबाजों की लिस्ट में सबसे ऊपर पहुंचा दिया है। वे वनडे क्रिकेट के इतिहास में भारत की ओर से एक पारी में 7 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज बन गए हैं। साथ ही World Cup में 50 विकेट लेने वाले वह पहले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं। उन्हें इस सेमीफाइनल मैच में मैन ऑफ द मैच चुना गया। अगर वर्ल्ड कप 2023 की बात करें, तो मोहम्मद शमी को पहले 4 मैच में मौका नहीं मिला था। इसके बाद हार्दिक पंड्या के चोटिल होने के बाद वे आए और विश्व कप में छा गए। शमी पर लगे तमाम गंभीर आरोप उत्तर प्रदेश के अमरोहा के रहने वाले मोहम्मद शमी की सफलता ने सभी को चकित कर दिया है।आइए आपको बताते है की किन संघर्षों से निकल कर शमी ने ये मुकाम हासिल किया है। ये वही मोहम्मद शमी है जिनकी पत्नी ने उनपर बलात्कार और दहेज का मुकदमा लगवाया था। ये वही शमी है जिस पर उनकी पत्नी ने पाकिस्तान के साथ मैच फिक्सिंग के पैसे लेने का आरोप लगाकर जांच शुरू करवाई थी। ये वही शमी है जिसकी मां, बहन, भाई को जेल भिजवाने की कोशिश की गयी थी। और ये वहीँ शमी है जिसकी आज तारीफों के पुल बांधे जा रहे है। उनके संघर्ष के समय के साथी उत्तराखंड की खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार अब मोहम्मद शमी के सफर को शब्दों में बयां करने वाले है। वह शमी के ऊपर एक किताब लिखेंगे जिसका नाम होगा- “30 Days With Shami ।” कठिन दौर के वो एक महीने हम सब ने शमी की सफलता तो देखी है लेकिन उमेश कुमार ने उनके संघर्षों से जुड़ी कुछ ऐसी चीज़े बताई जिसे शायद ही कोई जानता होगा। उमेश कुमार कहते है की शमी के जीवन के सबसे कठिन दौर के एक महीने पर किताब लिखनी शुरू कर दी है। उस एक महीने में शमी ने पाकिस्तान के साथ फिक्सिंग के आरोप लगने पर दो बार आत्महत्या तक का प्रयास कर डाला था। उस वक़्त ये लड़का मेरे घर की 19वी मंज़िल से कूदकर अपनी जान देना चाहता था। झूठे आरोपों के चलते वर्ल्ड कप शुरू होने से दो दिन पहले कोलकाता कोर्ट के कठघरे में मुजरिम की तरह आंख में आंसू लेकर जमानत के लिए खड़ा होना पड़ा था। आखरी में वह कहते है की ,कहानी अभी बाकि है मेरे दोस्त मोहम्मद शमी। ये भी पढ़े -लोकतंत्र के महापर्व के लिए इंडस्ट्रियल एरिया में लिया गया ऐतिहासिक फैसला