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एमपी की महाभारत में कौन पांडव , कौन कौरव

मध्य प्रदेश में शुरू हुआ चुनावी महाभारत । कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भाजपा को पांडव बताया तो वहीँ खरगे को कौरव की उपाधि दी जा रही है। मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान होगा। चुनाव से पहले बीजेपी-कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की ताबड़तोड़ जनसभाएं हो रही है। एमपी चुनाव में शुरू हुई महाभारत सीएम शिवराज सिंह चौहान बुधवार को बड़वानी जिला पहुंचे, जहां उन्होंने पानसेमल विधानसभा और सेंधवा विधानसभा के ग्राम चाचरिया में बीजेपी प्रत्याशी श्याम बर्डे और अंतरसिंह आर्य के समर्थन में आम सभा को संबोधित किया। इस दौरान सीएम ने कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खरगे के पांडव वाले बयान पर पलटवार किया है। सीएम शिवराज ने कहा कि उन्होंने मान लिया है कि वह कौरव हैं, महाभारत में एक धृतराष्ट्र थे जो पुत्र के प्रेम में अंधे हो गए थे। लेकिन प्रदेश में दो धृतराष्ट्र है एक कमलनाथ एक दिग्विजय सिंह। दोनों अपने बेटे को स्थापित करने में लगे हैं, लेकिन मेरे प्रदेश के करोड़ों बेटा बेटी है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को दमोह जिले में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। जिसमें उन्होंने कहा की कांग्रेस के राष्ट्रिय ध्यक्ष ने कहा की भाजपा में 5 पांडव हैं। हमें गर्व है कि हम पांच पांडवों की राह पर चल रहे हैं। आपको बता दें , कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे मंगलवार को पार्टी के प्रत्याशियों के समर्थन में चुनावी सभा करने ग्वालियर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने बताया कि ,भाजपा में पांच पांडव हैं ED, CBI, इनकम टैक्स और ऊपर से चौहान और मोदी। ये पांडव अलग हैं। खरगे के पांडव वाले बयान के बाद मध्य प्रदेश की राजनीती गर्मायी हुई है। ये भी पढ़े -नीतीश कुमार ने विधानसभा में करदी सेक्स को लेकर ऐसी बात

हिंदू ग्रन्थों के अनुसार धनतेरस पर क्या खरीदें और क्या नहीं

हिंदू त्योहारों में सबसे बड़ त्योहार कहे जाने वाली दीपावली आ गई है। दिवाली की शुरुआत धनतेरस के दिन से ही हो जाती है।धनतेरस के दिन सभी लोग खरीदारी करते हैं और आज हम जानेंगे कि शास्त्रों के अनुसार धनतेरस पर क्या खरीदना चाहिेए। धनतेरस पर यह ज़रूर खरीदें पौराणिक कथाओं के अुनसार कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन धनतेरस का पर्व होता है। इस दिन समुद्र मंथन से भगवान धनवंतरि का प्राकट्य हुआ था। इस दिन खरीदी जाने वाली हर वस्तु दुगना लाभ देती है लेकिन ये जानना ज़रूरी है कि इस दिन क्या खरीदना चाहिए। तांबे और पीतल के बर्तन धनतेरस के दिन लोग ज्यादातर बर्तनों की खरीदारी करते हैं पर इस दिन हमें ऐलेमूनियम या स्टील के बर्तन नहीं खरीदने चाहिए इसके अलावा इस दिन तांबे और पीतल के बर्तन खरीदना ज्यादा शुभ होता है। झाड़ू धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदने से सुख, सम्पत्ती और यश बड़ता है। इस दिन झाड़ू की पूजा भी की जाती है। कहा जाता है कि झाड़ू में लक्ष्मी का वास होता। कौड़ी धन की देवी माँ लक्ष्मी समुद्र से प्रकट हुई हैं और कौड़ी की उत्पत्ति भी समुद्र से हुई है जिस कारण कौड़ी सो माँ अकर्षित होती हैं। माँ लक्ष्मी को कौड़ी काफी पसंद भी है। सोना या चांदी धनतेरस के दिन सोने या चांदी के सिक्के खरीदना बेहद शुभ माना जाता है। इस दिन खरीदा हुआ सोना और चांदी अपने साथ धन, बैभव और यश लेकर आता है। लक्ष्मी यंत्र और कुबेर यंत्र धनतेरस के दिन लक्ष्मी यंत्र और कुबेर यंत्र जरू़र खरीदना चाहिेए । यंत्रों को उचित स्थान पर रखना चाहिए और उनकी दीपावली की शाम को पूजा करनी चाहिए। यदि आप भी अपने घर में माँ लक्ष्मी का स्थिर निवास चाहते हैं तो धनतेरस पर लक्ष्मी यंत्र और कुबेर यंत्र अवश्य खरीदें। यह भी पढ़ें- कार्तिक मास का क्या है महत्व, इस माह में क्या करें क्या नहीं

हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री ने बताया कांग्रेस के घोषणा पत्र का सच

मध्य प्रदेश में चुनावी माहौल के बीच एक तरफ जहां कांग्रेस सीएम शिवराज सिंह चौहान को घोषणा मशीन बताती है। तो वहीं अब कांग्रेस के वादे झूठे साबित हो रहे है। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर आज इंदौर दौरे पर आए , जहाँ उन्होंने प्रेस वार्ता की। उन्होंने एमपी में कांग्रेस के वचनपत्र पर सवाल उठाए। हिमाचल की जनता कांग्रेस से पूछ रही सवाल एमपी में चुनाव के चलते प्रचार की रफ़्तार तेज़ हो गयी है।इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम सिंह ठाकुर ने प्रदेश में कांग्रेसियों द्वारा किए गए वादों और दावों को झूठा बताया। उन्होंने कहा कि, कांग्रेस पार्टी के लोग झूठ बोलकर सरकार बनाने की कोशिश करते हैं। उन्होंने इस दौरान हिमाचल प्रदेश का ज़िक्र करते हुए बताया की , हिमाचल प्रदेश में सरकार बनने के पहले कांग्रेस ने गारंटी दी थी कि महिलाओं के खाते में 1500 रुपए डाले जाएंगे जो की एक भी महिला के खाते में आज तक नहीं पहुंचे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कमलनाथ की 18 महीने की सरकार का जिक्र किया और कहा कि जो कांग्रेस ने वादे किए थे, वह वादे पूरे नहीं हुए हैं। उन्होंने ने कहा कांग्रेस हमेशा झूठ का सहारा लेकर चुनाव लड़ती है।प्रियंका गांधी, राहुल गांधी मध्य प्रदेश में गारंटियां देते नजर आ रहे हैं उन गारंटीयों की हिमाचल प्रदेश में पोल खुल चुकी है जिससे हिमाचल प्रदेश की जनता कांग्रेस से सवाल पूछ रही है। वहीँ , हाल ही में समजावादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कांग्रेस पार्टी को धोकेबाज़ पार्टी बताया। इसके साथ ही जनता कांग्रेस को वोट ना देने के लिए कहा। दरअसल , अखिलेश का कहना है की कांग्रेस ने एमपी में उनका साथ देने के लिए कहा था लेकिन वह पीछे हट गई। इतना ही नहीं लगभग वह सभी पार्टिया कांग्रेस के खिलाफ दिख रही जोकि उनका साथ देती है। ये भी पढ़े -नीतीश कुमार ने विधानसभा में करदी सेक्स को लेकर ऐसी बात

नीतीश कुमार ने विधानसभा में करदी सेक्स को लेकर ऐसी बात

बिहार विधानसभा में मंगलवार को राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं को लेकर एक ऐसा बयान दिया जिस पर पटना से लेकर दिल्ली तक हंगामा मच गया। नितीश कुमार ने भरी सभा में अश्लील शब्दों का प्रयोग किया। जिसके बाद से उनका वीडियो तेज़ी से वायरल होने लगा और हर तरफ उनकी आलोचना की जाने लगी। दरअसल नीतीश कुमार विधानसभा में जनसंख्या नियंत्रण पर बोल रहे थे और इसी दौरान महिलाओं को लेकर उन्होंने विवादित बयान दे दिया। उन्होंने कहा कि लड़की पढ़ी लिखी रहेगी तो जनसंख्या नियंत्रित रहेगी। इसे समझाने के लिए उन्होंने कुछ ऐसी बातें बोली जिसपर हम अपनी आम ज़िन्दगी में चर्चा नहीं करते है। उसे उन्होंने साफ़ शब्दों में संसद में सभी के सामने पेश किया। नितीश कुमार के इस बयान से बवाल इतना बढ़ा की भाजपा, कांग्रेस समेत पक्ष-विपक्ष की महिला विधायकों ने नाराज़गी जताई और सीएम से माफी की मांग होने लगी। नीतीश कुमार के इस्तीफे की उठ रही मांग मुख्यमंत्री नीतीश के बयान से सियासी गलियारों में खूब विवाद हुआ। बीजेपी के नेताओं ने सीएम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। बीजेपी नेता सीएम की मानसिक स्तिथि पर सवाल उठाते हुए उनका इस्तीफा मांगने लगे। वहीं बुधवार को जब नितीश विधानसभा पहुंचे तो सदन के बाहर मिडिया से बातचीत में उन्होंने अपने बयान को वापस ले लिया और माफी भी मांगी। हालाँकि , बीजेपी विधायकों ने सदन में हंगामा कर दिया। साथ ही नितीश कुमार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन करने लगे। इसके बाद सीएम नीतीश ने एक दिन पहले दिए अपने बयान को लेकर सफाई दी। उन्होंने कहा की अगर उनके बयान से किसी को ठेस पहुंची तो वे अपने बयान की खुद ही निंदा करते है। सीएम ने यहाँ तक कहा की उन्हें अपने बयान पर सिर्फ शर्म ही नहीं बल्कि दुख है। इसलिए वे माफी मांगते है। हालाँकि विपक्ष मुख्यमंत्री के इस्तीफे की बात पर अड़ा है । ये भी पढ़े – उत्तर प्रदेश और गुजरात के मुख्यमंत्री ने भरी एमपी में हुंकार