क्या कांग्रेस पार्टी सपा के साथ साथ आम आदमी पार्टी को भी दे रही धोखा
मध्य प्रदेश के विधानसभा में कांग्रेस और बीजेपी के अलावा आम आदमी पार्टी भी सक्रीय नज़र आ रही है। इसी बीच प्रदेश में आप को बड़ा झटका लगा है, दरअसल पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल की प्रदेश में मौजूदगी के बावजूद भी पार्टी के कई कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है। जिसके कारण अब इंडिया एलाइंस पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। आप कार्यकर्ताओं ने थामा कांग्रेस का दामन आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है. एक साथ कई नेताओं ने पार्टी से इस्तिफा दे दिया, और कांग्रेस में शामिल हो गए है. ये घटना तब हुई जब मुख्य मंत्री अरविंद केजरीवाल खुद मध्य प्रदेश का दौरा कर रहे थे. इस घटनाक्रम के बाद भारतीय जनता पार्टी के नेता सीएम शिवराज सिंह चौहान और पार्टी के कई नेताओं ने इंडिया एलाइंस पर सवाल खड़े कर दिए है. आप पार्टी के कई नेताओं को दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस मे शामिल कराया. इन नेताओं में आम आदमी के कुछ बड़े नेता भी शामिल है. इसमें सबसे अधिक इछावर विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की संख्या है. चुनाव से पहले ही इंडिया एलाइंस में पड़ी दरार कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने इंडिया गठबंधन बनने पर कई बड़े बड़े दावे किए थे. लेकिन पुरी तरह से बनने के पहले ही इंडिया एलाइंस बिखरते हुए दिख रहा है. सबसे पहले सपा ने कांग्रेस पार्टी को धोखेबाद पार्टी बोला उसके बाद अब लग रहा कि जल्द ही आप भी इंडिया गठबंधन का साथ छोड़ देगी. वैसे तो इस मामले में भारतीय जनता पार्टी का कोई लेना देना नही है, लेकिन बीजेपी के नेता बहुत खुश है. क्योंकि भाजपा के सभी विरोधी आपस में ही लड़ रहे है. ये सब देखने के बाद एैसा लग रहा है कि अब ज्यादा दिन तक यह गठबंधन चलने वाला नही है. ये भी पढ़े- INDIA एलाइंस में पड़ी दरार , अखिलेश यादव ने दिया बड़ा बयान
INDIA एलाइंस में पड़ी दरार , अखिलेश यादव ने दिया बड़ा बयान
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव अब अपने चरम पर पहुंच गया है। प्रदेश में आज से चुनावी महाभारत में तेजी आ गई है। चुनाव को लेकर नाम वापसी की डेट समाप्त हो चुकी है। 230 विधानसभा सीटों पर सभी दलों के उम्मीदवार तय हो चुके है। ऐसे में राजनीतिक पार्टियों के बड़े नेता प्रत्याशियों के लिए प्रदेश में लगातार दौरे और सभाएं कर रहे हैं। आज समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव छतरपुर जिले की चंदला विधानसभा सीट पर प्रत्याशी के लिए प्रचार करने पहुंचे है. साथ ही बड़ा बयान दिया जिससे में INDIA एलाइंस में दरार दिख रही है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने चंदला विधानसभा में जनसभा को सम्बोधित किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पार्टी को धोकेबाज़ पार्टी बताया। जैसा की कुछ समय से देखा जा रहा है की कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में तनातनी चल रही है। एक तरफ जहां अखिलेश यादव कांग्रेस से नाराज़ है और उसे धोकेबाज़ पार्टी बता रहे है। तो वहीं कांग्रेस भी सपा से किनारा करती नज़र आ रही है। INDIA एलाइंस में फूट आपको बता दें कि , कुछ ही महीनो में लोकसभा चुनाव होने वाले है और कुछ ही दिनों बाद पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने भाजपा को मात देने के लिए INDIA एलाइंस बनाया। इस गठबंधन में आम आदमी पार्टी , समाजवादी पार्टी और तमाम अन्य दल शामिल है। विधानसभा चुनाव में इण्डिया एलाइंस में शामिल सभी दल अलग अलग अपने प्रत्याशी उतार रही है। विधानसभा चुनाव में इन दलों के रुख को देखते हुए कयास लगाए जा रहे है की INDIA एलाइंस में फूट पड़ चुकी है। कांग्रेस और INDIA एलाइंस के दल एक दूसरे पर लगातार ज़ुबानी वार कर रहे है। जिससे ये सभी कांग्रेस के खिलाफ दिख रहे है। हालाँकि कांग्रेस पार्टी सभी को एकजुट रखने के लिए अपनी सफाई दे रही। उनका कहना है की INDIA एलाइंस सिर्फ लोकसभा चुनाव के लिए बनाया गया है। जिसके बाद लगभग सभी दल कांग्रेस से नाराज़ दिख रहे है। हालाँकि , कुल मिलाकर ऐसा कयास लगाया जा रहा है की लोकसभा चुनाव तक INDIA एलाइंस टूट सकती है। ये भी पढ़े -चुनाव के अंतिम दौर में बीजेपी – कांग्रेस नेता करेंगे ताबड़तोड़ दौरे
मोदी सिखांएगे कार्यकर्ताओं को नवरात्री के व्रत करना, कैलाश विजयवर्गीय का बयान
मध्य प्रदेश में विधानसभा की चुनाव की तारीख करीब आ गई है. चुनाव के चलते हर कोई मध्य प्रदेश का दौरा कर रहा है. इसी बीच प्रचार प्रसार के लिए भारतीय जनता पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय शुक्रवार को रायसेन जिले के भोजपुर और उदयपुर के क्षेत्र में दौरे पर आए है. इस दौरे के दौरान विजयवर्गीय ने देश के प्रधान मंत्री की तुलना एक बब्बर शेर से कर दिए. उन्होनें नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए बोला, अगर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी 10 साल तक देश के प्रधान मंत्री बने रहे तो पार्टी के नेताओं को नवरात्रि का व्रत रखना भी सिखा देंगे. कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए बोले कि राहुल गांधी हर समय भाषण देते थे कि मंदिर वही बनेगा, लेकिन तारीख तक नही बता पाए. मोदी जी प्रधान मंत्री बनते ही तारीख ही नही मंदिर भी बनवा दिए. 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा भी है. कांग्रेस वाले 22 जनवरी को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा में जरूर आए. आप सभी के पापों को भगवान राम माफ कर देंगे. इसी के साथ विजयवर्गी ने कांग्रेस के नेताओं को बोला कांग्रेस पार्टी के एैसे नेता है जो पाकिस्तान और हामास जैसे आतंकी देश का समर्थन करते है. जनता ही बताएं कांग्रेस के नेता सत्ता में आने के बाद देश को किस दिशा में ले जाएंगे. एक पत्रकार भाई ने जब विजयवर्गीय से पुछा कि भाजपा पार्टी मध्य प्रदेश में इस बार किसे मुख्य मंत्री का पद देगी. इस पर कैलाश विजयवर्गीय ने जवाब दिया जल्द ही विधायक दल की बैठक होगी जिसके बाद सीएम बनने वाले नेता का चयन किया जाएगा. ये भी पढ़े- चुनाव के अंतिम दौर में बीजेपी – कांग्रेस नेता करेंगे ताबड़तोड़ दौरे
चुनाव के अंतिम दौर में बीजेपी – कांग्रेस नेता करेंगे ताबड़तोड़ दौरे
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब 14 दिन ही बचे है। प्रचार -प्रसार के आखिरी दिनों में सभी राजनितिक दल जनता को लुभाने की पूरी कोशिश कर रहे है। जहाँ बीजेपी सत्ता में बने रहने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रही है तो वहीं कांग्रेस सत्ता में आने के लिए एड़ी चोटी का ज़ोर लगा रही है। इसी के चलते आने वाले दिनों में प्रदेश में बीजेपी-कांग्रेस नेताओं के ताबड़तोड़ दौरे होंगे। बीजेपी करेगी इतनी सभाएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्य प्रदेश में 8 दिनों में 14 सभाएं करेंगे साथ ही उनका एक रोड शो भी होगा। केंद्रीय मंत्री अमित शाह भी करेरा, पिछोर के बीच सभाएं करेंगे।वहीं ,एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान अगले 10 दिनों में 150 विधानसभा सीटों पर चुनाव प्रचार करेंगे। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आज विंध्य दौरे पर पहुंचे। उन्होंने रीवा जिले के विभिन्न विधानसभा क्षेत्र में चार जन सभाएं की साथ ही पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में एक रोड शो भी किया। वहीं दूसरी ओर, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर नीमच कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करने पहुंचे। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी जनसभाओं को सम्बोधित किया। कांग्रेस करेगी इतनी सभा कांग्रेस पार्टी मध्य प्रदेश में लगभग 22 सभाएं करेगी। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी नरेला में रोड शो करेंगे।वहीं कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी 5 नंबर को इंदौर आएंगीं। वे विधानसभा-5 के कांग्रेस प्रत्याशी सत्यनारायण पटेल का प्रचार करेंगीं। प्रचार के इस अंतिम दौर में कांग्रेस पार्टी एमपी को की जनता को साधने की पूरी कोशिश कर रही है जिसके लिए कुछ दिनों के अंतराल में ही खुद प्रियंका गाँधी जनसभाएं कर रही है। बीजेपी – कांग्रेस किस पर पड़ेगा असर मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान होगा। जिससे पहले ही बीजेपी और कांग्रेस के कई नेताओं ने बगावत की। हालाँकि , बगावत की होड़ में कांग्रेस पार्टी सबसे आगे रही और इस अंतिम समय में कई बड़े झटके लगे। साथ ही कमलनाथ , दिग्विजय सिंह जैसे बड़े नेताओं पर आरोप भी लगे। इसका सीधा असर चुनाव में कांग्रेस पार्टी पड़ सकता है। ये भी पढ़े – महुआ मोईत्रा ने किया आचार समिति के सामने असंसदीय भाषा का प्रयोग
महुआ मोईत्रा ने किया आचार समिति के सामने असंसदीय भाषा का प्रयोग
टीएमसी सांसद महुआ माईत्रा को बीते दिन आचार समिति (एथिक्स कमेटी) की बैठक में बुलाया गया।तृणमूल कांग्रेस की सांसद पर पैसा लेकर संसद में सवाल पूछने के आरोप लगे हैं।महुआ मोईत्रा ने अब समिति अध्यक्ष पर ही अश्लील और अनैतिक सवाल पूछने का आरोप लगा दिया है तो वहीं समिति अध्यक्ष ने सांसद पर भी गम्भीर आरोप लगाए हैं। महुआ मोईत्रा ने लगाए आचार समिति पर आरोप 2 नबम्बर को टीएमसी सांसद महुआ मोईत्रा लोकसभा की आचार समिति (एथिक्स कमेटी) के सामने पेश हुई।उनपर कैश फॉर क्वेरी का मामला सामने आया है जिसपर जब सांसद से सवाल किया गया तो उन्होंने हंगामा खड़ा कर दिया।माईत्रा का कहना है कि समिति ने उनसे अश्लील और आपत्तिजनक सवाल किए हैं। टीएमसी सांसद ने किया असंसदीय भाषा का प्रयोग जब मीडिया ने समिति अध्यक्ष विनोद सोनकर से बात की तो उन्होंने बताया कि महुआ मोईत्रा से जब सवाल किए गए तो वह गुस्सा होने लगीं।वह आगे बताते हैं कि उन्होंने वही सवाल किए जो व्यवसायी हीरेनंदानी ने और भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाए हैं।हमने उन्हें तीन ऑप्शन दिए थे जिनमें से वह उत्तर लिखित,मौखिक और समिति के सामने भी दे सकती थी।साथ ही महुआ माईत्रा ने सभा प्रमुख और समिति के सदस्यों के लिए असंसदीय भाषा का प्रयोग किया। यह भी पढ़ें- दिग्विजय सिंह ने छोटे भाई के लिए मांगा जनता से समर्थन
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गिनवाए कमलनाथ के ये पाप
मध्य प्रदेश में आज से 15 दिन बाद चुनाव है. पुरे प्रदेश में चुनाव का माहौल चल रहा है. हर कोई एक दूसरे पर आरोप पे आरोप लगाए जा रहा तो किसी को पार्टी टिकट नही दे रही है, तो नाराज हो कर पार्टी ही बदल दे रहे है. इसी बीच में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के पुर्व मुख्यमंत्री पीसीसी चीफ कमलनाथ पे सत्ता में आते ही योजनाएं बंद कराने का आरोप लगाया है. एक के बाद एक कुल 11 योजनाओं के नाम बताए जो सत्ता में आते ही कमलनाथ ने बंद करा दिए थे. जनता से सवाल करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पुछा क्या एैसे पाप करने वाले नेता को फिर से सत्ता में आना चाहिए?पहली योजना ‘संबल योजना’ जिसे कमलनाथ ने सत्ता में आते ही बंद करा दिए था. शिवराज ने कमलनाथ से पुछा मेरी बहनों ने आपका क्या बिगाड़ा था जो आपने संबल योजना बंद करा दी. दूसरी योजना ‘कन्या विवाह योजना’ जिसे सत्ता में आते ही कमलनाथ ने बंद करा दिया था. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बोले तुमने विवाह तो कराया लेकिन बहनों के खाते में पैसे नही डाले. तीसरी योजना में एक्सीडेंट में मौत होने पर 4 लाख, सामान्य मौत पर मैं 2 लाख और अंतिम संस्कार के 5 हजार रुपए देता था. वह भी कमलनाथ ने बंद करा दिए. शिवराज बोले मेरे प्रदेश के गरीबों ने आपका क्या बिगाड़ा था कि आपने उनके कफन का भी पैसा छिल लिया. चौथीं योजना में आपने मेरे प्यारे भांजे-भांजीयों का लैपटॉप भी छिन लिए. पाचवीं योजना में मैं बैगा, भारिया, सहरिया बहनों के खाते में, 1 हजार रूपय डालता था वह भी आपने बंदकरा दिया. छठीं योजना में कमलनाथ ने बुजुर्गों की तीर्थ यात्रा बंद करा दी. सातवीं योजना में प्रदेश के गरीबों के लिए प्रधानमंत्री ने जो 2 लाख मकान के पैसे भेजे थे. कमलनाथ ने वह भी वापस भेजवा दिए. आठवीं योजना में जल जीवन मिशन जो आधा पैसा आया था. वह भी कमलनाथ ने वापस भेजवा दिया. नौंवी योजना में जब प्रधानमंत्री ने किसानों के सम्मान निधि में कमलनाथ ने प्रदेश के किसानों की सूची ही नही भेजे तो पैसा ही नही आया. दसवीं में कमलनाथ ने मध्य प्रदेश को भ्रष्टाचार और दलाली का अड्डा बना दिया था. ग्यारह नंबर पे कमलनाथ ने प्रदेश में एक भी विकास का काम नही किया है. ये भी पढ़े- कांग्रेस पूर्व विधायक ने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर लगाए ये गंभीर आरोप
कांग्रेस पूर्व विधायक ने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर लगाए ये गंभीर आरोप
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही दिन बचे है ऐसे में कांग्रेस में बगावत का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। कांग्रेस पार्टी को चुनाव के इस अंतिम समय में लगातार कई बड़े झटके लगे है। आलोट विधानसभा सीट से कांग्रेस पार्टी की ओर से टिकट नहीं मिलने से नाराज कांग्रेस के कद्दावर नेता प्रेमचंद गुड्डू ने कांग्रेस पार्टी को अलविदा कह दिया है। साथ ही कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर गंभीर आरोप लगाए। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर गंभीर आरोप कांग्रेस के कद्दावर नेता प्रेमचंद गुड्डू ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। साथ ही उन्होंने मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर कांग्रेस नेता कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर प्रदेश में टिकट वितरण को लेकर अनियमितता करने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने पत्र में कहा की “मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी द्वारा टिकट वितरण में बहुत ज्यादा अनियमितता की गई है”।” चुनाव के पहले तक यह दावा किया जाता रहा है की जीतने लायक प्रत्याशियों को टिकट दिया जाएगा” लेकिन ऐसा नहीं किया गया है। साथ ही प्रेमचंद्र का आरोप है की कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा आपस में टिकटों का बंटवारा कर लिया गया और अपने समर्थकों के बीच में टिकट बांट लिए गए। पूर्व सांसद प्रेमचंद्र गुड्डू का कहना है की कांग्रेस नेताओं ने टिकट वितरण के दौरान इस बात को नजरअंदाज किया गया कि विधानसभा क्षेत्र में जीतने लायक प्रत्याशी कौन है? प्रेमचंद्र ने मध्य प्रदेश के रतलाम जिले की अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित आलोट विधानसभा क्षेत्र से टिकट मांगा गया था। लेकिन कांग्रेस पार्टी ने उनका टिकट काट दिया। बता दें , प्रेमचंद्र गुड्डू आलोट विधानसभा क्षेत्र से पूर्व में विधायक रह चुके है। इसके साथ ही वो उज्जैन संसदीय क्षेत्र से सांसद भी रहे है।प्रेमचंद्र गुड्डू के अनुसार ,कांग्रेस द्वारा कराए गए सर्वेक्षण में रिपोर्ट उनके अनुकूल थी। इसके बावजूद उन्हें कांग्रेस के पटठा वाद के कारण टिकट नहीं दिया गया। जिसके बाद प्रेमचंद्र गुड्डू ने प्रदेश के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला लिया। साथ ही कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इस विधानसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला आपको बता दें , प्रेमचंद गुड्डू आलोट विधानसभा सीट से अब निर्दलीय रूप से चुनाव मैदान में उतरे है। विधायक रह चुके गुड्डू के चुनाव में निर्दलीय उतरने से इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होगा। गुड्डू के निर्दलीय लड़ने से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी की मुश्किलें बढ़ गयी है। वही अब इस सीट पर मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है। कांग्रेस में लगातार चल रही इस बगावत ने पार्टी को हिला कर रख दिया है। ये भी पढ़े – दिग्विजय सिंह ने छोटे भाई के लिए मांगा जनता से समर्थन
दिग्विजय सिंह ने छोटे भाई के लिए मांगा जनता से समर्थन
कांग्रेस पार्टी के सभी दिग्गज नेता चुनाव प्रचार में अपनी पूरी शक्ति झोंके हुए हैं।ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी हर रोज अलग अलग जगह जाकर अपने प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार करते दिखाई दे रहे हैं इसी बीच बड़े नेता ने अपने छोटे भाई के लिए भी जनता से समर्थन मांगा है। किसकी होगी चाचौड़ा विधानसभा सीट मध्य प्रदेश की मशहूर सीटों में आने वाली चाचौड़ा विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के छोटे भाई हैं।बतादें कि वैसे तो लक्ष्मण सिंह ने 2018 के चुनाव में भी जीत हासिल की थी पर इस बार चाचौड़ा में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है।लक्ष्मण सिंह के खिलाफ बीजेपी की ओर से प्रियंका मीणा मैदान में हैं और आम आदमी पार्टी से ममता मीणा भी कांग्रेस प्रत्याशी को कड़ी टक्कर दे सकती हैं। दिग्विजय सिंह ने छोटे भाई के लिए मांगा समर्थन दिग्विजय सिंह ने एक वीडियो जारी कर अपने छोटे भाई लक्ष्मण सिंह को चुनाव जिताने के लिए जनता से अपील की है।वह कहते हैं कि अगर चाचौड़ा को जिला बनाना चाहते हो तो लक्ष्मण सिंह और कमलनाथ का समर्थन करों। आगे वह बताते हैं कि “चाचौड़ा का अपना अलग इतिहास रहा है. लक्ष्मण सिंह स्पष्टवादी व्यक्ति हैं, गांव में गरीबों के बीच जाते हैं. कभी कुंए पर सो जाते हैं तो कभी गांव में। प्रदेश में सरकार बनानी है और चाचौड़ा को जिला बनाना है तो लक्ष्मण सिंह को चुनाव जिताएं कमलनाथ को जिताएं. सभी से प्रार्थना है कि 2023 के चुनाव में सरकार हमें बनानी है कांग्रेस की और चाचाैड़ा को जिला बनाना है तो छोटे साहब को सपोर्ट करें.” यह भी पढ़ें- भिंड प्रत्याशी ने सपा छोड़ अपनी मूल पार्टी में की वापसी
कांग्रेस के पुर्व मंत्री जीतू पटवारी के भाई को पुलिस ने किया गिरफ्तार
कांग्रेस के पुर्व मंत्री जीतू पटवारी के भाई और कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी नाना पटवारी को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया है. मध्य प्रदेश इंदौर के राजेंद्र नगर थाना की पुलिस ने राऊ से पूर्व मंत्री जीतू पटवारी के भाई नाना पटवारी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जिसके बाद कोर्ट ने सजा सुनाते हुए जेल भेज दिया है. दरसल बात यें है कि किसान आंदोलन के बाद हुए मामले में नाना पटवारी और उनके साथ तीन लोग फरार थे. लेकिन गुरूवार के दिन चारों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. 2017 में ही नाना के खिलाफ वारंट भी जारी किया गया था. कांग्रेस के पुर्व मंत्री जीतू पटवारी के भाई और उनके साथियों पर हत्या करने की कोशिश का केस दर्ज है. 2017 में जब किसानों ने चोइथराम मंडी के मामले में आंदोलन किया था. इस आंदोलन में नाना और उनके साथी सचिन, अशोक व जितेंद्र ने पुलिस से झगड़ा और पुलिस थाने का घिराव किया था. जिसके बाद कोर्ट ने चारों के खिलाफ वारंट जारी कर दिया था, लेकिन चारों कार्ट में पेशी के दौरान भाग गए. 2023 के विधानसभा चुनाव के पहले वारंटियों को गिरफ्तार किया जा रहा, जिसमें नाना पटवारी और उनके भाई भई पकड़े गए है. पकड़ने के बाद कोर्ट में पेश किया गया तो कोर्ट ने इनको जेल में बंद करने का आदेश दिया है. ये भी पढ़े- भिंड प्रत्याशी ने सपा छोड़ अपनी मूल पार्टी में की वापसी
भिंड प्रत्याशी ने सपा छोड़ अपनी मूल पार्टी में की वापसी
मध्य प्रदेश विधानसभा में चुनाव में अब केवल 14 दिन वाकी हैं पर दलबदली अभी तक जारी है।भिंड विधानसभा सीट से समाज वादी पार्टी के प्रत्याशी रवि सेन जैन गुरूवार की दोपहर से ही लापता थे और जब वह मिले तो पता चला कि वह सपा को छोड़ दोबारा बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। सपा प्रत्याशी ने छोड़ी पार्टी रवि सेन जैन ने भाजपा से बगावत कर समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया था। और जैन को सपा की ओर से टिकट भी दे दिया गया था पर नामांकन वापस लेने के आखिरी दिन प्रत्याशी ने दोबारा बीजेपी में ऐंट्री कर ली।जिसके कारण अब समाजवादी पार्टी को गेहरा सदमा लगा है। दरअसल रवि सेन जैन गुरूवार को दोपहर से ही अचालक लापता हो गए थे ।नेता का मोबाईल फोन भी स्विच ऑफ आ रहा था जिसके बाद जैन के परिजनों और समर्थकों को उनकी चिंता हुई।नेता की लोकेशन हाथ ना लगने पर परिजनों सहित समर्थक पुलिस के पास गए और बताया कि नेता का कोई पता नहीं चल रहा है शायद उनका अपहरण हो गया है। जैसे ही पता चला पुलिस सक्रीय हो गई और नेता को ढूंढने में जुट गई।बाद में पता चला कि वह शहर के शास्त्री नगर इलाके के एक घर में हैं।वहाँ से नेता को थाना लाया गया जिसके बाद जब पत्रकारों ने नेते से सवाल किया कि वह कहां गायब हो गए तब रवि सेन जैन ने यह ऐलान किया कि वह अब अपनी मूल पार्टी बीजेपी में वापसी कर रहे हैं। समाजवादी पार्टी का हुआ बड़ा नुकसान जैसे ही रवि सेन जैन के दलबदल की बात का पता चला तो सपा जिला अध्यक्ष नीरज यादव ने रवि को खरी खोटी सुनाना शुरू कर दिया।वह रवि पर दगाबाज़ी और धोखा देने का भी आरोप लगाने लगे।बतादें कि क्षेत्र से अब समाजवादी पार्टी के पास कोई उम्मीदवार नहीं है।यानी की भिंड सीट से सपा को बड़ा नुकसान उठाना पड़ गया है। यह भी पढ़ें- अरविंद केजरीवाल ने जताई चुनाव से पहले अपनी गिरफ्तारी की आशंका