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1नवंबर को ग्वालियर को मिली बड़ी सौगात, सीएम ने दी जनता को शुभकामनाएं

आज मध्य प्रदेश का स्थापना दिवस है. इसी के साथ मध्य प्रदेश की जनता के लिए एक और आनंद एंव हर्ष का अवसर मिला है. आज ही मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिलें को UNESCO ने “City of Music” की मान्यता दी गई है. ग्वालियर के साथ साथ मध्य प्रदेश की जनता के लिए भी महिमायुक्त करने वाली बात है. ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए एक बड़ी खुशी का दिन है. आपको बता दें सिंधिया ने ग्वालियर जिलें को नाम UNESCO के सिटी में शामिल करने के लिए UNESCO को जून में एक पत्र लिखा था. उनका पत्र लिखना सफल हुआ और ग्वालियर को “City of Music” की मान्यता मिल गई. इस खुशी के मौके पर प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान, पीसीसी चीफ कमलनाथ, वीडी शर्मा, और कई नेताओं ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर ट्वीट कर प्रदेश की जनता को शुभकामनाएं दी है. सीएम शिवराज ने ट्वीट कर दी शुभकामनाएं सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर ट्वीट कर लिखा, ‘आपको यह बताते हुए मुझे हर्ष के साथ गर्व हो रहा है कि @ UNESCO ने हमारे संगीत सम्राट तानसेन की जन्मस्थली ग्वालियर को “City of Music” की मान्यता दी है. ग्वालियर तथा हमारे प्रदेश को मिला यह सम्मान हमारी सांस्कृतिक विरासत एंव प्राचीन कला जगत का सम्मान है. मध्य प्रदेश की समस्त जनता को हृदय से शुभकामनाएं. पीसीसी चीफ कमलनाथ ने भी दी शुभकामनाएं कमलनाथ ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर ट्वीट कर लिखा, ‘संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक तथा सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने ग्वालियर को ‘सिटी ऑफ म्यूजिक’ के रूप में मान्यता दी है। ग्वालियर की यह ख्याति संगीत सम्राट तानसेन और महान बैजू बावरा के कारण स्थापित है।यह मध्य प्रदेश के लिये गौरव का क्षण है कि ग्वालियर की समृद्ध संगीत परंपरा को यूनेस्को ने यह सम्मान प्रदान किया है। प्रदेश की जनता को बहुत बहुत बधाई। वीडी शर्मा ने भी दी मध्य प्रदेश की जनता को शुभकामनाएं वीडी शर्मा ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर ट्वीट कर ये लिखा, ‘मध्य प्रदेश स्थापना दिवस का यह शुभ दिन प्रदेशवासियों के लिए एक और खुशखबरी लेकर आया है। @UNESCO द्वारा मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर को “सिटी ऑफ म्यूजिक” का दर्जा दिया गया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लिखी थी चिट्ठी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर का नाम UNESCO के सिटी में शामिल हो इसके लिए समर्थन पत्र जून के माह में लिखा था। उन्होंने इस पत्र में ग्वालियर के महान सांस्कृतिक व संगीत के इतिहास की चर्चा की व ग्वालियर घराने के महान संगीतकार बैजू बावरा व तानसेन का भी ज़िक्र किया था। ये भी पढ़े- मध्य प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर शिवराज ने की जनता से ‘गुज़ारिश’

चुनाव से इंकार के बाद प्रचार करने पर क्या बोलीं यशोधरा राजे सिंधिया

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान होगा। पर्चा दाखिल करने की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। अब प्रचार प्रसार करने का अंतिम समय चल रहा है। इस बीच बीजेपी की कद्दावर नेता और खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने इस बात के संकेत दिए है की वो प्रचार नहीं करेंगी। आज जनसंघ संस्थापक राजमाता विजयाराजे सिंधिया की जयंती है और इस मौके पर उनकी बेटी यशोधरा राजे ने छतरी पहुंच कर पुष्पांजलि अर्पित करी। चुनाव से क्यों दूर हुई यशोधरा राजे सिंधिया खेल मंत्री यशोधरा राजे ने चुनाव के बाद चुनाव प्रचार से भी किनारा कर लिया है। वो अभी मध्य प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनाव में न तो किसी प्रत्याशी के लिए प्रचार करेंगी और न ही पार्टी के लिए। प्रचार करने को लेकर उन्होंने कहा कि ,”अगर चुनाव प्रचार ही करना होता तो मैं खुद ही चुनाव में खड़ी हो जाती और अपने लिए प्रचार करती।मेरा शरीर साथ नहीं देता। ” इसके साथ ही यशोधरा राजे ने कुछ समय पहले ही चुनाव से दूर रहने की वजह साफ़ कर दी थी। उन्होंने बताया था कि, उन्हें चार बार कोरोना हो चुका है इसलिए उनका शरीर अब साथ नहीं दे रहा है। उन्हें आराम का वक्त नहीं मिला, उन पर बहुत सारा काम था और वे लगातार काम करती रही। उनका कहना है कि , उन्होंने अगस्त के महीने में ही संगठन को बता दिया था कि उनका शरीर साथ नहीं दे रहा है। इसलिए वो चुनाव नहीं लड़ेंगी और अब उन्होंने ने ये भी साफ कर दिया वह चुनाव प्रचार भी नहीं करेंगी। दरअसल ,खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया अपनी मां विजय राजे सिंधिया के प्रतिमा का अनावरण करने पहुंची थी। इस दौरान भावुक होकर मंच से चुनाव न लड़ने का एलान कर दिया था। इसके बाद बीजेपी ने शिवपुरी विधानसभा सीट से देवेंद्र जैन को चुनाव मैदान में उतार दिया। बता दें , यशोधरा राजे सिंधिया शिवपुरी सीट से विधायक है और 4 बार शिवपुरी सीट से जीत हासिल की है। ये भी पढ़े – मध्य प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर शिवराज ने की जनता से ‘गुज़ारिश’

मध्य प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर शिवराज ने की जनता से ‘गुज़ारिश’

आज यानि 1 नवंबर को मध्य प्रदेश का 68वां स्थापना दिवस मनाया जा रहा है. 1 नवंबर 1956 से पहले मध्य प्रदेश को मध्य प्रांत के नाम से बुलाया जाता था. मध्य प्रदेश के स्थापना दिवस पर मध्य प्रदेश की जनता को पीएस मोदी से लेकर कई बड़े नेताओं ने बधाई दी है.आज से ठिक 16 दिन बाद मध्य प्रदेश में चुनाव भी है. गृहमंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सीएम शिवराज सिंह चौहान, पूर्व सीएम कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया इन सभी ने मध्य प्रदेश की जनता को स्थापना दिवस की बधाई दी लेकिन सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश की जनता को ऐसा क्या बोला, जो वायरल हो गया.सीएम ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर कर करते हुए प्रदेश की जनता से गुज़ारिश किए, “मध्य प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर सभी प्रदेशवासियों बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं. 68 वर्षों में मध्य प्रदेश ने प्रगति और विकास का एक लंबा सफर तय किया है… ऐसे ही मध्य प्रदेश लागातार प्रगति करता रहेगा और देश का नम्‍बर 1 राज्‍य.” केंद्रिय स्थापना दिवस पर गृहमंत्री अमित शाह ने दी बधाई गृहमंत्री अमित शाह ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर लिखा, ‘मध्य प्रदेश के बहनों-भाइयों को प्रदेश के स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक विरासतों से परिपूर्ण यह प्रदेश विकास और गरीब कल्याण के नित नये मापदंड स्थापित कर रहा है। आने वाले समय में प्रदेश विकास व प्रगति के शिखर पर पहुँचे, ऐसी कामना करता हूँ। ये भी पढ़े- सीएम की जनसभा में भजन पर थिरके विधायक और सांसद

सीएम की जनसभा में भजन पर थिरके विधायक और सांसद

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सब अपने अपने अंदाज में रैली और प्रचार प्रसार कर रहे है. हर कोई रैली करने में व्यस्त है. सीएम शिवराज भी रैली पे रैली किए जा रहे है. किसी विधायक को रैली में पहुचनें में देरी हो गई तो सड़क पर दौड़ते भागते नजर आए, तो कोई जनसभा के सामने नाचते गाते दिखें. एैसा कुछ देखने को मिला कल मंगलवार के दिन इंदौर की सांवेर विधानसभा क्षेत्र में जहां कुछ नेता भजन गा कर जनता को पंडाल में रोक कर रखे रहे. पुरी बात यह है कि कल मंगलवार को इंदौर की सांवेर विधानसभा क्षेत्र में शिवराज सिंह चौहान की रैली थी. इस रैली का जिम्मा उन्होनें मंत्री तुलसी सिलावट और सांसद लालवानी को दिया था. दोनों नेताओं ने मिलकर जनता को सभा में शामिल होने के लिए इकठ्ठा किया. शिवराज सिंह को आने में देरी हो गई. शिवराज सिंह चौहान को जनता को संबोधित करने के लिए 5:00 बजे पहुचना था. लेकिन शिवराज सिंह चौहान का हेलीकॉप्टर खराब हो गया जिसकी वजह से वह लेठ हो गए. रात के 8 बजे इंदौर पहुंचे उसके बाद जनसभा को संबोधित किए और पुरी जनता से हाथ जोड़कर माफी मांगी. इस दौरान जो महिलाए रैली में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में आई थी, वह देरी के कारण पंडाल से जाने लगी. इस बीच महिलाओं को रोक कर रखने के लिए इंदौर सांसद शंकर लालवानी और सांवरिया विधानसभा से प्रत्याशी तुलसी सिलावट ने मिलकर भजन गाया और भजन पर जम कर नाचे महिनाओं को रोक कर रखा. जमीन पर बैठकर महिलाओं से बात किए उनकी समस्याए सुने. राजनीति इतनी आसान नही होती है. जनता से वोट मांगने के लिए उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है. किसी विधायक को नाचते हुए पहली बार नही देखा गया ऐसा पहली बार नही है. इंदौर में ही बीजेपी के नेता कैलाश विजयवर्गीय ने इतना अच्छा गाना गाया कि कांग्रेस के नेता भी नाचने से कुद को रोक नही पाए. ये बात है गणेश प्रतिमा विसर्जन के समय कि जब बीजेपी के नेता और इंदौर विधानसभा के प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय प्रतिमा विसर्जन करने जा रहे थे तो एक तरफ कांग्रेस की रैली चल रही थी. कैलाश ने उस समय एक गाना गाया ‘ये देश हैं वीर जवानों का’ इस गाने पर कांग्रेस के कार्यकर्ता भी नाचने से खुद को नही रोक पाए. ये भी पढ़े- बगावत के सुर थामने, कांग्रेस पार्टी ने अपनाया ये तरीका