Aayudh

प्रदेश कांग्रेस महासचिव ने थामा भाजपा का दामन

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए जब से कांग्रेस पार्टी ने अपनी लिस्ट जारी की है तभी से पार्टी में बगावत के सुर उठते नज़र आ रहे हैं। पार्टी के कई कार्यकर्ताओं ने इस्तिफा सौंप दिया है। साथ ही नेताओं द्वारा दल-बदल करने का सिलसिला भी तेज हो गया है। इस बीच विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। पार्टी के इस वरिष्ठ नेता व प्रदेश कांग्रेस महासचिव रहे अनिल भार्गव ने कांग्रेस को छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया। अनिल भार्गव ने की भाजपा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व प्रदेश महासचिव रहे अनिल भार्गव ने मंगलवार को भाजपा की सदस्यता ले ली। दतिया से बीजेपी प्रत्याशी व गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने उन्हें सदयस्ता दिलाई। BJP में शामिल होने के बाद अनिल भार्गव ने कांग्रेस को धोकेबाज़ पार्टी बताया। कांग्रेस पार्टी पर लगातार उन्ही के नेता कई आरोप लगाते आए है उसी तरह से अनिल भार्गव ने भी कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगते हुए कहा कि , “कांग्रेस कि न कोई रीति नीति है न कोई सिद्धांत। कांग्रेस का काम केवल जनता को झूठ बोलकर ठगना है और वोट लेना है। कांग्रेस को विकास, गरीब कल्याण से कोई लेना देना नहीं है। “आपको बता दें ,दतिया से भाजपा प्रत्याशी डॉ.नरोत्तम मिश्रा के समर्थन में दतिया कांग्रेस में लगातार बगावत का दौर चल रहा। पहले भानू ठाकुर, दिनेश शर्मा, राजकुमार जाटव और अब कांग्रेस प्रदेश महासचिव रहे अनिल भार्गव ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। अनिल भार्गव का कहना है कि, उन्होंने नरोत्तम मिश्रा के कार्य व व्यवहार से प्रभावित होकर भाजपा में शामिल होने का फैसला किया है। बड़े नेता कर रहे बागियों को मनाने की कोशिश इसी तरह से चुनावी माहौल में विरोध के चलते कई नेता कांग्रेस छोड़कर अन्य दलों में शामिल हो गए। उसी तरह से कारकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी का इस कदर भी विरोध किया कि पार्टी के बड़े नेता तक के पुतले फूंके गए। जिसे देखते हुए पार्टी के बड़े नेता लम्बे समय से बागियों को मनाने की कोशिश कर रहे है , लेकिन दल बदल का ये सिलसिला नहीं थम रहा। ये भी पढ़े -उत्तर भोपाल और हुजूर विधानसभा में कांग्रेस के लिए बड़ी मुश्किलें

30 अक्टूबर को एैसा क्या हुआ, जो जीतू पटवारी सड़को पर दौड़ते नजर आए

मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारी जोरो-शोरो से चल रही है. भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के साथ सभी पार्टी अपनी जीत के लिए सारे दाव पेच आजमा रही है. 30 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के नामांकन की आखरी तारीख थी. जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रही सारे नेता लागातार रैलीयां कर रहे है. नामांकन के पहले कल एमपी के पूर्व सीएम कमलनाथ की रैली थी. इस बीच कांग्रेस पार्टी के पूर्व नेता जीतू पटवारी की एक वीडियों सामने आई है. जिसमें जीतू अपनी पार्टी के कई कार्यकर्ताओं के साथ सड़क पर दौड़ते हुए दिखे. आपको बता दें कि बिते सोमवार को जीतू पटवारी ने निर्वाचन आयोग कार्यालय में नामांकन पत्र भरा. इसी बीच पार्टी के चिफ पीसीसी अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ निर्वाचन आयोग के कुछ दूरी पर एक बड़ी जनसभा को संबोधित कर रहे थे. इस सभा में शामिल होने के लिए जीतू पटवारी सड़को पर भागते हुए नजर आए. जीतू की यह वीडियों जम कर वायरल हो रही है. 30 अक्टूबर को एैसा क्या हुआ जो जीतू पटवारी सड़को पर दौड़ते हुए नजर आए? क्या जीतू पटवारी को नामांकन पत्र भरने में देरी हो गई थी? जब हमने इस वीडियों की तह तक जाने के लिए कार्यकर्ताओं से बातचीत की तो दरसल बात यह था कि निर्वाचन कार्यालय के कुछ दूर आगे मोती तबेला चौराहे है जहां पर कमलनाथ एक बड़ी जनसभा को संबोधित कर रहे थे. जीतू पटवारी रैली में जाने वाले थे लेकिन उनको देरी हो गई. रैली में शामिल होने के लिए ही जीतू कार्यकर्ताओं के साथ सड़क पर दौड़ते हुए नजर आए. ये भी पढ़े- उत्तर भोपाल और हुजूर विधानसभा में कांग्रेस के लिए बड़ी मुश्किलें