बगावत के सुर थामने, कांग्रेस पार्टी ने अपनाया ये तरीका
मध्यप्रदेश में इस बार चुनाव बेहद ही खास होने वाला है. मध्यप्रदेश में चुनाव जीतने के लिए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी आए दिन रैली किए जा रहे है तो वही एक तरफ टिकट ना मिलने पर कांग्रेस के नाराज प्रत्याशि पार्टी की मुश्किले बढ़ा रहे है. जब पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की लिस्ट का ऐलान किया तो जिन प्रत्यशियों के नाम नही थे. उन्होने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया तो कुछ को AIMIM और बसपा ने अपनी पार्टी से टिकट दे कर मैदान में उतार दिया है. इधर दिल्ली से मीटिंग करने के बाद भोपाल वापस आकर पार्टी दिग्गज नेताओं ने मध्यप्रदेश में 3 घंटे की बैठे किए. हमारे पत्रकार भाईओं से खबर मिली की कांग्रेस के नाराज बागी नेता मध्यप्रदेस में 12 विधानसभा सिटों पर कांग्रेस पार्टी का माहौल बिगाड़ सकते है. पार्टी के नाराज नेताओं को मनाएंगे कांग्रेस नेता दिल्ली से मीटिंग करके लौटने के बाद कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के निवास स्थान पर बड़े नेताओं के साथ एक चर्चा हुई है. इस बैठक में स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष भंवर जितेंद्र सिंह, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, और कमलनाथ सबने मिल कर आने वाले चुनाव के लिए रणनीति बनाई. इस बैठक में कांग्रेस के नाराज नेताओं को फोन लगा कर समझाया गया. इन नेताओं को किया फोन सबसे पहले पूर्व कांग्रेस विधायक प्रेमचंद गुड्डू, हिम्मत श्रीमाल, राजेन्द्र सिंह सोलंकी, शेखर चौधरी, कुदलीदप सिंह सिकरवार, अतंरसिंह दरबादर, अमिर अकील, जितेन्द्र डागा, यादवेन्द्र सिंह इन नेताओं को फोन कर कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने समझाया. ये भी पढ़े- बसपा के प्रचार वाहन ने मारी 17 साल के नाबालिग को टक्कर
बसपा के प्रचार वाहन ने मारी 17 साल के नाबालिग को टक्कर
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार प्रसार तेज़ हो गया है।लेकिन बसपा पार्टी के लिए यह प्रचार प्रसार भारी पड़ गया।प्रदेश के सतना जिले के मैहर में पार्टी के प्रचार वाहन ने एक नाबालिग को टक्कर मार दी जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बसपा के प्रचार वाहन से मारी नाबालिग को टक्कर इन दिनों प्रदेश में सभी दल अपना जोरों तोरों से अपना बल आज़मा रहे हैं।सभी नेता प्रचार प्रसार में जुटे हुए हैं,ऐसे पार्टियाँ प्रचार के लिए वाहनों का भी प्रयोग कर रही हैं।इसी तरह बहुजन समाजवादी पार्टी ने भी प्रचार के लिए वाहनों का प्रयोग किया पर बसपा पार्टी का एक वाहन 17 साल के नाबालिग के लिए काल साबित हुआ। यह मामला बदेरा थाना में आने वाले भदनपुर क्षेत्र का है।क्षेत्र में रहने वाला कृष्णा जयसवाल नामक एक नाबालिग अपने घर के पास की मैडिकल स्टोर पर दवाई लेने गया था,लौटते वक्त पैदल चलते नाबालिग को बसपा के प्रचार वाहन ने ज़ोर की टक्कर मार दी।स्पीड में आते वाहन के चालक ने तब भी वाहन को नहीं रोका और अपने रास्ते चल दिया।फिलहाल पुलिस आरोपी चालक का पता लगा रही है। यह भी पढ़ें- विपक्षी नेताओं ने केंद्र सरकार पर लगाया जासूसी का आरोप
विपक्षी नेताओं ने केंद्र सरकार पर लगाया जासूसी का आरोप
देश के पांच राज्यों में कुछ ही दिनों में विधानसभा चुनाव होने वाले है। इस चुनावी माहौल के बीच विपक्षी दल राज्य की सरकार को दरकिनार कर सीधा केंद्र सरकार पर हमला बोला है। हालाँकि, चुनाव के दौरान तमाम आरोप लगाए जाते है लेकिन इस बार विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर जासूसी करने के गंभीर आरोप लगाया है। विपक्ष ने लगाया जासूसी का आरोप विपक्ष के बड़े नेताओं ने एप्पल अलर्ट नोटिफिकेशन को लेकर केंद्र सरकार पर आरोप लगा रहे है। नोटिफिकेशन का स्क्रीन शार्ट लेकर सबूत के तौर पर दिखाया। वहीं इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए केंद्र सरकार ने सफाई देते हुए जांच के आदेश दिए है। बता दें कि , तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा, शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा और शशि थरूर सहित कई विपक्षी नेताओं ने बताया कि उनके आईफोन और ईमेल पर एप्पल से एक मैसेज आया। जिसमें चेतावनी दी गई कि प्रायोजित हमलावर हो सकते हैं। आरोप लगाया है कि उनके iPhone को निशाना बनाया जा रहा है। वहीं केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कई विपक्षी नेताओं द्वारा अपने एप्पल आईफोन की हैकिंग के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा कि ,”जब भी इन लोगों के पास कोई बड़ा मुद्दा नहीं होता है, तो वो बस सर्विलांस की बात करते हैं।” साथ ही आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि “कुछ सांसदों ने मुद्दा उठाया है कि उनके पास एप्पल से एक अलर्ट मैसेज आया है। उसके बारे में मैं साफ करना चाहता हूं कि सरकार इस मुद्दे पर बहुत गंभीर है, हम इस मुद्दे की तह तक जाएंगे। सरकार ने मामले को लेकर जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं। ” केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस देश में हमारे कुछ आलोचक हैं जिनकी आलोचना करने की आदत हो गई है। ये लोग देश की उन्नति को पचा नहीं सकते। एप्पल ने 150 देशों में ये सूचना जारी की है। शायद इसकी जानकारी हमारे विपक्षियों को नहीं है क्यूंकि उनको आलोचना करने की है। एप्पल के पास कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने अनुमान के आधार पर यह सूचना भेजी है। ये भी पढ़े -नकुलनाथ ने की चुनाव से पहले एक और भविष्यवाणी, क्या इस बार होगी सही
नकुलनाथ ने की चुनाव से पहले एक और भविष्यवाणी, क्या इस बार होगी सही
मध्यप्रदेश में अभी विधानसभा चुनाव के लिए 18 दिन बचे है. लेकिन चुनाव के पहले ही कांग्रेस पार्टी के नेता पुर्व सीएम कमलनाथ के बेटे, छिंदवाड़ा सांसद नकुलनाथ ने शपथ ग्रहण के लिए सबको 7 दिसम्बर गुरूवार के दिन भोपाल बुलाया है. इस भविष्यवाणी के बाद अगर आप सांसद नकुलनाथ को बाबा नकुलनाथ बुलाए तो यें कोई सोचने वाली बात नही है. ये पहली बार नही है, जब नकुलबाबा ने भविष्यवाणी की है. इसके पहले जब कांग्रेस के उम्मीदवारों की दूसरी लिस्त नही आई थी, उसके पहले ही नकुलनाथ ने बता दिया था कि किस-किस प्रत्याशी के नाम लिस्ट में आने वाले है. आपको पुरी बात बता दें कि कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ अपने क्षेत्र में घुम-घुम कर जनता को बता रहे है, कि इस बार चुनाव कांग्रेस जीत रही और मध्यप्रदेश के अगले मुख्यमंत्री उनके पिता कमलनाथ बनेंगे और सभी जनता को शपथ ग्रहण समारोह के दिन भोपाल आना है. सांसद नकुलनाथ जनता को बताने लगे कि पिछले 18-19 साल से आप सभी को भाजप का अन्याय सेहना पड़ रहा था, लेकिन अब कुछ ही दिन बचे है. 3 दिसंबर के बाद आप सभी को न्याय मिलेगा. इसके बाद जनता से प्रर्थना किए कि केवल 18-19 दिन तक कांग्रेस पार्टी को आप सब का साथ चाहिए. फिर 7 दिसंबर से कांग्रेस आप सबका साथ देगी. आखिरी मे बोलें कि 7 दिसंबर को आप सभी शपथ ग्रहण कार्यक्रम में जरूर आईएगा. नकुलनाथ बाबा की भविष्यवाणी हुई सच आप नकुलनाथ की ये पहली भविष्यवाणी नही सुन रहे है. इसके पहले छिंदवाड़ा की विधानसभा सीटों पर किन उम्मीदवारों को टिकट दिया जाएगा नकुलनाथ ने सिल्ट आने के पहले ही बता दिया, दूसरी लिस्ट में किन- किन प्रत्याशियों के नाम है ये तक बता दिया था. कांग्रेस की दूसरी लिस्ट में किन नेताओं के नाम है, एक बड़ी जनसभा के बीच जाकर ऐलान कर दिया था. पिछली बार की भविष्यवाणी तो सच हुई थी. अब देखना ये है कि क्या इस बार की भी भविषमयवाणी सच होगी. ये भी पढ़े- राम मंदिर की सियासत में क्यों उठ रही बाबरी मस्जिद गूंज
राम मंदिर की सियासत में क्यों उठ रही बाबरी मस्जिद गूंज
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में 18 दिन बचे है। सभी राजनितिक दल ज़ोर शोर से प्रचार प्रसार कर रही है।सभी एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप भी तेज़ी से बढ़ता जा रहा है। अब प्रचार के इस अंतिम चरण में राम मंदिर का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है। राम मंदिर मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर आरोप लगाए थे जिसपर बीजेपी के नेता जयभान सिंह पवैया और केंद्रीय कानून राज्य मंत्री एसपीएस बघेल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस ने राम मंदिर जताई आपत्ति हाल ही में बीजेपी ने भोपाल ,इंदौर समेत अन्य शहर में राम मंदिर निर्माण के बड़े नेताओं समेत पोस्टर लगाए थे जिसपर कांग्रेस ने आपत्ति जताई थी और शिकायत लेकर निर्वाचन आयोग पहुंच गए थे।पलटवार करते हुए कांग्रेस से सवाल पूछा कि विधानसभा चुनाव में आखिर राम मंदिर मुद्दे का जिक्र क्यों ना हो।महाराष्ट्र बीजेपी के सह प्रभारी जयभान सिंह पवैया ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि , मंदिर मुद्दे का ज़िक्र तो होगा ही अगर आपको आपत्ति है तो टूटे हुए बाबरी ढांचे का फोटो लगाकर प्रचार करें। हमें कोई आपत्ति नहीं। साथ ही कहा कि , भाजपा ने खून पसीना बहाया है वह राम मंदिर की खुशियां मना सकते हैं, इसे हम चुनाव में जरूर कहेंगे।कांग्रेस के लोग तो अदालत में जाकर राम मंदिर के निर्माण रुकवाने के लिए खड़े हो गए थे। वहीं केंद्रीय कानून मंत्री एसपीएस बघेल ने भी कांग्रेस पर राम मंदिर की आपत्ति पर जमकर हमला बोला है, एसपीएस बघेल ने कहा कि, राम को कोई भी भूल नहीं सकता है, लेकिन राम के बिना भी कोई कल्पना नही कर सकता है, बीजेपी सरकार में अच्छी पैरवी से पूरा मामला हमारे पक्ष में रहा है। और आज राम मंदिर बन रहा है। बीजेपी ने दिया कांग्रेस को करारा जवाब बता दें कि, ग्वालियर में सोमवार को बीजेपी की संभागीय बैठक का आयोजन सम्पन्न हुआ। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कार्यसमिति सदस्यों को जीत का मंत्र दिया। बैठक के बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए बीजेपी के नेता जयभान सिंह पवैया और केंद्रीय कानून राज्य मंत्री एसपीएस बघेल ने कांग्रेस को आड़ों हाथ। जिसमें कांग्रेस की आपत्ति का मुद्दा उठाया गया। दरअसल , कांग्रेस पार्टी का आरोप था की , बीजेपी द्वारा चुनाव चिन्ह के साथ भाजपा विधानसभा प्रत्याशियों के फोटो लगाकर धर्म के आधार पर लोगों को प्रभावित करने का प्रयास किया जा रहा है। जिसके बाद से एमपी की राजनीती गर्मायी हुई है। ये भी पढ़े – अमित शाह ने ग्वालियर में कार्यकर्ताओं को दिया जीत का यह मंत्र
अमित शाह ने ग्वालियर में कार्यकर्ताओं को दिया जीत का यह मंत्र
मध्य प्रदेश के इस चुनावी माहौल में एक के बाद एक केंद्रीय नेताओं की भी आवाजाही लगी हुई है।कल प्रदेश के ग्वालियर क्षेत्र में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मौजूद रहे।शाह ने कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दे दिया है।उन्होंने रूठे हुए कार्यकर्ताओं पर भी बात की साथ ही सपा-बसपा की मदद करने की सलाह दी है। अमित शाह ने कार्यकर्ताओं को दिया जीत का मंत्र प्रदेश के ग्वालियर चंबल क्षेत्र को सबसे महत्वपूर्ण कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि जिसने भी इस क्षेत्र पर जीत हासिल की सरकार भी उसी की बनती है।लेकिन बीते कुछ दिनों से बीजेपी को क्षेत्र से कई बड़े झटके मिले है ऐसे में चुनावी तैयारियों की समीक्षा लेने खुद अमित शाह ने ली। शाह ने कहा कि इस समय जो लोग पार्टी से नाराज है यदि वह मान जाँए तो ठीक वरना आगे बड़ें।किसी भी फूफा को मनाने की कोई ज़रूरत नहीं है।शाह आगे कहते हैं कि रूठे हुए कार्यकर्ता 10 नबम्बर तक खुदबाखुद पार्टी के प्रचार के लिए आ जाँएगे। इनकों मनाने की दी सलाह शाह आगे कहते हैं कि “अभी जो लोग पार्टी से बगावत कर चुनाव लड़ रहे हैं, उनसे जरूर संपर्क करें. उनको मनाने की कोशिश करें, जिससे वो अपना नाम वापस ले लें।अगर जरूरत हो तो मुझसे भी बात कराएं। शाह ने कहा, जिन लाभार्थियों को डबल इंजन की सरकार का लाभ मिला है, उनसे सीधे संपर्क करो। उनका वोट हर हालत में डले, इसके प्रयास करो”। अमित शाह ने इन पार्टियों की मदद करने की बात कही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सपा और बसपा के लोगों की मदद करने को भी कहा है।वह कहते हैं कि “ये जितने मजबूत होंगे, उतना हमें फायदा होगा। यही कांग्रेस को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाएंगे।उन्होंने कहा, अपने रूठे हुए फूफाओं को मनाने की ज्यादा जरूरत नहीं है।” यह भी पढ़ें- कमलनाथ और दिग्विजय को अचानक क्यों बुलाया दिल्ली
नामांकन के आखिरी दिन क्या हुआ,जो भक्ति तिवारी ने सपा से दिया इस्तिफा
मध्यप्रदेश में दिवाली के साथ- साथ चुनाव की तारीख भी पास आ रही है. कुल मिला के चुनाव में केवल 18 दिन बाकी है. 30 अक्टूबर को नामांकन की आखरी डेट थी. लेकिन अभी भी दलबद का सिलसिला नही रूक रहा है. इस बार मध्यप्रदेश में विधानसभा का चुनाव बेहद ही खास होने वाला है. नामांकन के आखिरी दिन केंद्रिय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को भारतीय जनता पार्टी में शामिल करा दिए. एक बार फिर भक्ति तिवारी भाजपा में शामिल हो गए है. आपको बता दें कि केंद्रिय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक नेता भक्ति तिवारी पहले 2020 में सिंधिया के साथ कांग्रेस पार्टी छोड़ भाजपा में शामिल हुए फिर भाजपा छोड़ सपा में शामिल हो गए थे. सपा में आते ही पार्टी ने तो खरगापुर विधानसभा से भक्ति तिवारी को टिकट भी दे दिया था, लेकिन नामांकन के ठिक पलहे भक्ति तिवारी वापस से भाजपा में शामिल हो गए. भाजपा से टिकट ना मिलने के कारण ही तिवारी नाराज होकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. आखिर क्या बात हुई जो भक्ति तिलारी फिर से भाजपा में आ गए. नामांकन के लास्ट टाईम में सपा को मिला बड़ा झटका विधानसभा चुनाव के कुछ दिन पहले और नामांकन के आखिरी समय पर समाजवादी पार्टी को एक बड़ा झटका मिला है. जिस नेता को सपा ने खरगापुर विधानसभा सीट से उम्मीदवार घोषित किया वही आखिरी समय में पार्टी छोड़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने फिर से भक्ति तिवारी को भारतीय जनता में सदस्यता दिलाई है. अब भातीय जनता पार्टी फिर से भक्ति तिवारी पर भरोसा करेगी. भक्ति तिवारी ने समाजवादी पार्टी से टिकट मिलने के बाद फिर पार्टी छोड़ दिया. खरगापुर विधानसभा सीट से कांग्रेस पार्टी ने चंदा सिंह गौड़ को अपना उम्मीदवार बनाया है, भारतीय जनता पार्टी ने अपना टिकट राहुल सिंह लोधी को दिया है. ये भी पढ़े- “वचनपत्र”को लेकर कांग्रेस की टिप्पणी , बीजेपी ने किया पलटवार
“वचनपत्र”को लेकर कांग्रेस की टिप्पणी , बीजेपी ने किया पलटवार
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासत तेज़ चल रही है। कहीं कार्यकर्ता अपनी ही पार्टी के विरोध में खड़े हो रहे तो कहीं जनता पार्टी से सवाल पूछ रही है। इसी के चलते पार्टी के बड़े नेता कार्यकर्ताओं मनाने में जुटे है। वहीं सभी पार्टियां मतदाताओं को लुभाने के लिए तमाम घोषणाएं कर रही है। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपना वचन पत्र जारी कर दिया है। जबकि भारतीय जनता पार्टी ने अब तक अपना घोषणा पत्र जारी नहीं किया है। अब वचनपत्र को लेकर प्रदेश की राजनिती गरमाई हुई है। कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा तो वही अब बीजेपी ने भी इसका ज़ोरदार पलटवार किया। विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने अभी तक वचनपत्र घोषित नहीं किया है जिसे लेकर कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी पर टिप्पणी की है। कांग्रेस मीडिया विभाग उपाध्यक्ष अब्बास हाफिज ने निशाना साधते हुए कहा कि ,घोषणा पत्र जारी करने में बीजेपी के पसीने छूट रहे है। कांग्रेस के वचन के आगे बीजेपी को झूठी घोषणाएं नहीं मिल पा रही है। भाजपा कभी अपने वचनों पर अडिग नहीं रही। कांग्रेस के पास सारे सबूत है, 90 % घोषणाएं अधूरी है। BJP की 25 हजार घोषणाएं, चांद तारे जमीन पर लाने जैसी बीजेपी के वादे रहे। कांग्रेस के वचन को देखकर भारतीय जनता पार्टी की हवा टाइट है। कांग्रेस की टिप्पणी पर बीजेपी का पलटवार कांग्रेस के इस बयान पर भाजपा प्रदेश प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने पलटवार किया है। उन्होंने कांग्रेस के वचन पत्र को झूठ का पुलिंदा बताया है। आगे पंकज ने कहा कि, घोषणा पत्र के लिए आकांक्षा पेटियों के जरिए जनता की राय ली है। बड़ी संख्या में जनता के सुझाव मिले है। इसी के साथ ही पकंज चतुर्वेदी ने बीजेपी क्व वचनपत्र को लेकर कुछ चीज़े बताई। उन्होंने बताया कि , जयंत मलैया इस समिति के अध्यक्ष है। जल्द ही बीजेपी का घोषणा पत्र सबके सामने होगा। बीजेपी का घोषणा पत्र मध्य प्रदेश के स्वर्णिम विकास की इबारत लिखेगा। उन्होंने कहा कि ,भाजपा के विकास को कांग्रेस पचा नहीं पा रही है। बीजेपी ने बीमारू राज्य से विकसित प्रदेश बनाया है , कांग्रेस को इसी बात का दर्द है। ये भी पढ़े – बालाघाट प्रत्याशी मौसम बिसेन ने नहीं भरा नामांकन पत्र
कमलनाथ और दिग्विजय को अचानक क्यों बुलाया दिल्ली
एमपी कांग्रेस में टिकट वितरण के बाद से ही संग्राम सा छिड़ा हुआ है।पार्टी के दिग्गज नेताओं में अनबन नज़र रही है हांलांकि नेता ऑल इज़ वेल कहते नज़र आ रहे हैं।बीते कुछ दिनों से पीसीसी चीफ कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह में नोकझोक दिखाई दे रही थी बताया जा रहा है कि इसी को देखते हुए दिल्ली से दोनों को बुलावा आया है। कमलनाथ और दिग्विजय को अचानक बुलाया दिल्ली कल कमलनाथ जहां कमलनाथ इंदौर दौरे पर थे वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी दतिया में एक जनसभा को सम्बोधित किया।लेकिन अचानक देर शाम दिल्ली से दोनों नेताओं को बुलावा आ गया जिसमें नाथ और राजा के साथ प्रदेश चुनाव प्रभारी रणदीप सुरजेवाला को भी बुलाया गया है। बताया जा रहा है कि आज दिल्ली में कांग्रेस पार्टी की एक खास बैठक होने वाली है।बैठक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी की मौजूदगी में होगी।जिसमें पीसीसी चीफ कमलनाथ,पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और प्रदेश चुनाव प्रभारी रणदीप सूरजेवाला भी मौजूद रहेंगे। इस विषय पर होगी चर्चा बैठक को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि इसमें चुनाव के अंतिम चरम की रणनीति भी तय की जाएगी साथ ही बचे हुए नेताओं के दौरे और कैम्पेन की योजना भी बनाई जा सकती है।जानकारी के अनुसार 4 नबम्बर को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और 8 एवं 9 तारीख को महासचिव प्रियंका गांधी का प्रदेश दौरा होगा। यह भी पढ़ें- बालाघाट प्रत्याशी मौसम बिसेन ने नहीं भरा नामांकन पत्र
बालाघाट प्रत्याशी मौसम बिसेन ने नहीं भरा नामांकन पत्र
मध्य प्रदेस विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन की आखिरी तारीख भी अब निकल चुकी है पर अब भी टिकट में फेर बदल का दौर जारी है।दरअसल प्रदेश की बालाघाट सीट से भारतीय जनता पार्टी ने उम्मीदवार के तौर पर मंत्री गौरीशंकर बिसेन की बेटी मौसम बिसेन को चुनावी मैदान में उतारा था।लेकिन चौकाने वाली बात यह है कि मौसम ने नामांकन पर्चा भरा ही नहीं। जिस कारण अब इस सीट पर बड़ा फेर बदल होने की आशंका जताई जा रही है। मौसम बिसेन ने नहीं भरा पर्चा भाजपा ने बालाघाट सीट से मौसम बिसेन को प्रत्याशी बनाया था पर शुरू में ही उम्मीदवार के पिता मंत्री गौरीशंकर बिसेन से अपना डमी नामांकन कर दिया था।पूछने पर गौरीशंकर ने कहा था कि अभी बेटी की तबीयत ठीक नहीं है आगे आश्वासन दिया था कि वह भी नामांकन करेंगी । पर आपको बतादें कि उम्मीदवार ने कल यानी आखिरी दिन भी नामांकन नहीं किया है। मौसम का कहना है कि उन्होंने पार्टी से उम्मीदवार बदलने की अपील की थी जिसपर पार्टी ने पिता गौरीशंकर बिसेन को उम्मीदवार बनाया है।प्रत्याशी ने अपने खराब स्वास्थ का हवाला देते हुए अपनी पार्टी से टिकट बदलने की बात कही थी अब उनकी जगह उनके पिता चुनाव लड़ रहे हैं। पिता ने क्यों भरा नामांकन पत्र बालाघाट से मौसम बिसेन को टिकट मिलने के बाद से क्षेत्र का मुकाबला रोचक माना जा रहा था।लेकिन अब पिता गौरीशंकर ही बालाघाट से भाजपा की ओर से चुनावी मैदान में उतरेंगे। सूत्रों का मानना है कि मौसम को क्षेत्र से एक कमज़ोर प्रत्याशी के रूप में देखा जा रहा था।कांग्रेस पार्टी की ओर से अनुभा मुंजारे को टिकट दिया गया है।जिनके खिलाफ अब मैदान में उतरेंगे गौरीशंकर बिसेन। यह भी पढ़ें- प्रदेश कांग्रेस महासचिव ने थामा भाजपा का दामन