Aayudh

उत्तर भोपाल और हुजूर विधानसभा में कांग्रेस के लिए बड़ी मुश्किलें

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन करने की आज आखिरी तारीख थी।पर आज भी कांग्रेस पार्टी में बगावत के सुर कम होते नज़र नहीं आए।भोपाल क्षेत्र की दो विधानसभा सीटों पर आज नामांकन के आखिरी दिन बागी नेताओं ने भी निर्दलीय पर्चा भर दिया।जिसके बाद उत्तर भोपाल और हुजूर विधानसभा में होगा त्रिकोणीय मुकाबला। उत्तर भोपाल में चाचा ने भरा भतीजे के खिलाफ पर्चा भोपाल शहर की उत्तर भोपाल विधानसभा से लगातार जीतते रहे आरिफ अकील के बेटे को कांग्रेस पार्टी ने टिकट दिया है।क्षेत्र से टिकट की मांग आरिफ के छोटे भाई आमिर ने भी की थी पर पार्टी ने आरिफ के मंजले बेटे आतिफ को टिकट दिया है।पार्टी के टिकट ना देने पर अब आमिर बगावत पर उतर आए हैं। आमिर ने आज अपने ही भतीजे के खिलाफ चुनावी जंग छेड़ दी है।उत्तर भोपाल से भारतीय जनता पार्टी की ओर से आलोक शर्मा को प्रत्याशी बनाया गया है।यानी इस बार कांग्रेस के गढ़ में देखने को मिलेगी कड़ी टक्कर। हुजूर विधानसभा से भी भरा बागी नेता ने पर्चा भोपाल की हुजूर विधानसभा में भी कांग्रेस पार्टी की गुटबाजी के कारण क्षेत्र में पार्टी को नुकसान हो सकता है।दरअसल इस क्षेत्र से भी कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधायक जितेंद्र सिंह डागी ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का मूड बना लिया है। कांग्रेस पार्टी ने यहां से नरेश ज्ञानचंदानी को टिकट दिया है जिससे नाराज़ पार्टी के बागी नेता ने नामांकन कर लिया है।इस क्षेत्र से भाजपा का प्रतिनिधित्व रामेश्वर शर्मा करने वाले हैं। यानी भोपाल की इन दोनों सीटों पर इस बार मुकाबला त्रिकोणीय रहने वाला है। यह भी पढ़ें- नामांकन करने गए अजय टंडन ने जोश में खो दिया होश

भाजपा ने मध्य प्रदेश चुनाव के लिए घोषित किए विधानसभा प्रभारी

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा नेताओं की जमीनी स्तर पर तैनाती कर रही है, तो वहीँ कांग्रेस पार्टी भी अपना दमखम लगा रही है। चुनाव प्रचार को लेकर भाजपा लगातार कई तरह की नियुक्ति कर रही है। इसी कड़ी में पार्टी ने विधानसभा प्रभारियों की एक और सूची जारी की है। भाजपा ने जारी की विधानसभा प्रभारी की सूची भारतीय जनता पार्टी ने एमपी में विधानसभा प्रभारियों की सूची की। इस सूची में पार्टी ने श्योपुर विधानसभा के लिए प्रह्लाद भारती, श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा के लिए अशोक गर्ग प्रभारी, वीके शर्मा सह प्रभारी नियुक्त किया है। तो वहीं शिवपुरी विधानसभा के लिए हरिहर शर्मा, अनूपपुर की पुष्पराजगढ़ सीट के लिए सतीश तिवारी को प्रभारी बनाया है। साथ ही बैतूल जिले की मुलताई सीट के लिए राजू अनुराग पवार, भोपाल जिले की बैरसिया सीट के लिए गोपाल सिंह मीणा, धार जिले की सरदारपुर विधानसभा के लिए दिलीप पटोदिया, धार जिले की कुक्षी सीट के लिए निलेश भारती, धार जिले की मनावर विधानसभा सीट के लिए अनत पवार, इंदौर 5 विधानसभा सीट के लिए होलास राय और उजैन की घट्टिया विधानसभा सीट के लिए वीरेंद्र कावड़िया को प्रभारी बनाया है। विधानसभा प्रभारी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने बनाए हैं। प्रदेश महामंत्री एवं प्रदेश कार्यालय प्रभारी भगवान दास सबनानी ने इसकी सूची जारी की। पार्टी के पदाधिकारियों और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को विधानसभा प्रभारी की जिम्मेदारी दी है। यह पार्टी की ओर से प्रत्याशियों का चुनाव में सहयोग करेंगे। आपको बता दें , मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को एक चरण में मतदान होगा और 3 दिसंबर चुनाव के परिणाम घोषित किए जाएंगे। ये भी पढ़े -नामांकन करने से पहले मिर्ची बाबा ने किया ऐसा काम जिसे देख सब रह गए दंग

कांग्रेस पार्टी ने निकाली बुजुर्गों को साधने के लिए नई योजना

मध्यप्रदेश में टिके रहने के लिए भाजपा जोरों- शोरों से प्रचार प्रसार में लगी है. इसी के साथ विपक्षी पार्टी सत्ता में आने के लिए अपना दाव पेच लगा रही है. कांग्रेस पार्टी ऐसे हर संभव प्रयास कर रही जिससे वह सत्ता में आ सके. इसी बीच कांग्रेस पार्टी का जनता से किया हुआ एक वादा सामने आया है, “सीनियर सिटीजन निःशुल्क स्वास्थ्य जांच योजना” इस बार कांग्रेस ने मध्यप्रदेश के बुजुर्गों पर अपना दाव चल सत्ता मे वापसी करने की तैयारी कर रही है. किसी भी तरह कांग्रेस मध्यप्रदेश में इस बार का चुनाव जीतने के लिए नये-नये पैतरे लगा रही है. कांग्रेस पार्टी ने मध्यप्रदेश की जनता से वादा किया कि, अगर इस बार हम चुनाव जीत गए तो प्रदेश में “सीनियर सिटीजन निःशुल्क स्वास्थ्य जांच योजना” शुरू करेंगे. इस वादे को याद दिलाते हुए पार्टी के पीसीसी चीफ पूर्व सीएम कमलनाथ ने अपने ट्विटर अकाउंट पर “सीनियर सिटीजन निःशुल्क स्वास्थ्य जांच योजना” शुरू करने को लेकर एक पोस्ट शेयर किए है. आए जाने इस पोस्ट में क्या लिखा है. कमलनाथ ने पोस्ट में लिखा,- परिवार में समृद्धि बड़े–बुजुर्गों की सेवा और उनके आशीर्वाद से ही आती है और इसलिए कांग्रेस का संकल्प है कि परिवार के वृद्धजन स्वस्थ और खुशहाल हों। मैं “खुशहाल वृद्धजन–खुशहाल मध्यप्रदेश” के ध्येय के लिए वचनबद्ध हूं. इस योजना से बुजुर्ग लोग अपना इलाज करा लम्बी उम्र और स्वस्थ जीवन जिएंगे. ये भी पढ़े- नामांकन करने से पहले मिर्ची बाबा ने किया ऐसा काम जिसे देख सब रह गए दंग

नामांकन करने से पहले मिर्ची बाबा ने किया ऐसा काम जिसे देख सब रह गए दंग

मध्य प्रदेश में चुनाव के लिए 21 अक्टूबर से नामांकन शुरू हो गया था और आज पर्चा दाखिल करने का आखरी दिन था। इस बीच सीहोर की हाई प्रोफ़ाइल सीट बुधनी से सपा प्रत्याशी वैराग्यानंद गिरी उर्फ मिर्ची बाबा ने आज नामांकन दाखिल करने से पहले कुछ ऐसा कर दिया जिसकी चर्चा हो रही है। मिर्ची बाबा ने किया पर्चा दाखिल आज चुनाव के लिए नामांकन का आखिरी दिन था जिसके चलते तमाम नेताओं ने पर्चा दाखिल किया। बुधनी से सपा प्रत्याशी मिर्ची बाबा मिर्ची बाबा ने एसडीएम कार्यालय गेट के सामने माथा टेका और मिट्टी उठाकर माथे पर लगाई। तो वहीं बीजेपी के प्रत्याशी और एमपी के सीएम शिवराज सिंह ने भी पर्चा दाखिल किया। नामांकन से पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपने पैतृक गांव जैत जाकर कुलदेवी की पूजा की। इसके साथ ही मां नर्मदा की भी पूजा की गई। पूजा-अर्चना के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने परिवार के साथ नामांकन भरने पहुंचे। वहीँ सपा प्रत्याशी मिर्ची बाबा ने पर्चा दाखिल करने के बाद सीएम शिवराज पर निशाना साधा, उन्होंने बोला कि – सीएम शिवराज अपने आप को नर्मदा का सपूत बताते हैं। लेकिन वहां पर नर्मदा घाट तक नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने बुधनी के जनता के लिए एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि , बुधनी की जनता अगर मुझे विधायक बनाएगी तो बुधनी को जिला बनाया जाएगा। यहां फैक्ट्री लगेगी तो लोकल के लोगों को ही रोजगार दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने मां नर्मदा का ऐसा घाट बनाया जाएगा, जिसका विदेश तक नाम होगा। बुधनी में होगा त्रिकोणीय मुकाबला जानकारी के अनुसार, मध्य प्रदेश की हाई प्रोफाइल सीट बुधनी में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा। क्यूंकि जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बीजेपी से प्रत्याशी है। तो वहीं कांग्रेस ने रामायण 2 में हनुमान का किरदार निभाने वाले विक्रम मस्ताल को प्रत्याशी बनाया है। वहीं समाजवादी पार्टी से वैराग्यानंद गिरी उर्फ मिर्ची बाबा उम्मीदवार है। मध्य प्रदेश में चुनाव के लिए 21 अक्टूबर से नामांकन शुरू हो गया था और आज पर्चा दाखिल करने का आखरी दिन था। इस बीच सीहोर की हाई प्रोफ़ाइल सीट बुधनी से सपा प्रत्याशी वैराग्यानंद गिरी उर्फ मिर्ची बाबा ने आज नामांकन दाखिल कर दिया। ये भी पढ़े – कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की तकरार के बीच हुई मैडम की एंट्री

नामांकन करने गए अजय टंडन ने जोश में खो दिया होश

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन करने की आज आखिरी तारीख है।जिसके कारण प्रदेश भर में आज राजनेता अपने नामांकन करने के लिए निकले हैं।प्रदेश के दमोह जिले में नामांकन के लिए निकले कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशी आमने सामने हुए तो कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन ने बोनट पर चढ़कर किया शक्ति प्रदर्शन। अजय टंडन ने जोश में खो दिया होश आज दमोह में नामांकन करने के लिए सड़कों पर उतरे भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों की रैली आपस में टकरा गई।दोनों ही दल एक दूसरे के आमने सामने आए।कांग्रेस की रैली शहर के घंटाघर से  अस्पताल चौराहे की ओर आगे बड़ रही थी।इस दौरान पार्टी के प्रत्याशी अजय टंडन ने डॉ अम्बेडकर की प्रतिमा पर माला चढ़ाई और रैली बैंक चौराहे की ओर आगे बड़ गई. बोनट पर चढ़कर किया डांस कांग्रेस की रैली के पीछे ही आ रही थी भारतीय जनता पार्टी की रैली। दोनों ही दलों की रैलियों में शक्ति प्रदर्शन शुरू हो गया। इसी बीच कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन जोश जोश में अपनी ओपन जीप के बोनट पर चढ़ गए।इसके बाद टंडन ने लगातार दस मिनट तक बोनट पर डांस किया। टंडन ने भाजपा प्रत्याशियों की ओर देखकर ताल ठोकी और उन्हें अंगूठा भी दिखाया। भाजपा रैली में लगे जिंदाबाद के नारे जब कांग्रेस पार्टी की रैली जा रही थी तब पीछे बीजेपी की रैली चल रही थी।जब दोनों रैलियाँ एक दूसरे के करीब आई तो भाजपा के कार्यकर्ताओं ने जिंदाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिया.जिसके बाद कांग्रेस की रैली में भी नारेबाज़ी के शोर गूंज उठे।मामले में पुलिस को दखल देना पड़ा,पुलिस ने बात आगे ना बड़े इसके लिए कई प्रयास किए।अच्छी बात यह रही कि इस शक्ति प्रदर्शन में बात ज्यादा आगे नहीं बड़ पाई। यह भी पढ़ें- सिंधिया को दिया था चैलेंज अब क्यों मांग रहे गोपाल सिंह जनता से भीख

कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की तकरार के बीच हुई मैडम की एंट्री

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की तरफ से प्रत्याशियों की घोषणा के बाद तो विरोध हो ही रहा था वहीँ नामांकन दाखिल करने के बाद भी नेताओं के नाराज़गी की खबरें आ रही हैं। काफी समय से दिग्विजय सिंह (राजा साहब) और कमलनाथ(नाथ साहब ) के बीच बयानबाज़ी चल रही थी। जिसे लेकर कयास लगाए जा रहे थे की दोनों नेता एक दूसरे के ख़िलाफ हो गए है। इसी कड़ी में अब दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के बीच टिकट बदलने को लेकर खींचतान चल रही है, मनमुटाव चल रहा है। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह से नाराज़ केंद्रीय नेतृत्व राजनितिक पंडितों की माने तो पीसीसी चीफ कमलनाथ और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के बीच चल रही अनबन से केंद्रीय नेतृत्व काफ़ी नाराज़ है। केंद्रीय नेतृत्व के मैडम ने दिग्विजय सिंह से इस मुद्दे पर चर्चा की है। सूत्रों के मुताबिक दिग्विजय सिंह को दिल्ली बुलाया गया है , वहीं कमलनाथ भी अपनी बात रखने दिल्ली जाएंगे। दिग्विजय सिंह की नाराज़गी के पीछे का कारण टिकटों में हुई “डील” के बाद भी उनके अनुसार टिकट नहीं दिया जाना बताया जा रहा है। दिग्विजय इस हद तक नाराज़ है की उन्होंने हेलीकॉप्टर लेने से भी मना कर दिया है। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेताओं में चल रहा घमासान बढ़ता जा रहा है। वहीँ पार्टी के प्रदेश स्तर के नेताओं में भी सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। कांग्रेस नेताओं में नाराजगी को लेकर बीजेपी प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने सीशल मीडिया “एक्स” पर मामले को लेकर ट्वीट किया है। राजा और नाथ के बीच चल रही अनबन की बातों का दिग्विजय सिंह ने खंडन किया। उन्होंने एक्स पर वीडियो पोस्ट किया जिसपर कैप्शन में लिखा कि , बीजेपी की गुटबाजी इन दिनों चरम पर है जिसे ढांकने के लिए वे प्रायोजित रूप से कांग्रेस नेताओं में खासकर मेरे और कमलनाथ जी के बीच की अनबन की झूठी खबरें फैलाते हैं। जबकि कांग्रेस का हर एक नेता भाजपा को हराने के लिए एकजुट और संकल्पबद्ध है। ⁦ ये भी पढ़े – सिंधिया को दिया था चैलेंज अब क्यों मांग रहे गोपाल सिंह जनता से भीख

इस दिन होगा मध्यप्रदेश में प्रियंका गांधी का छ्ठवां दौरा, जाने पुरा शैड्यूल

मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में अब ज्यादा दिन नही रह गए है. 17 नवंबर दिन मंगलवार को मध्यप्रदेस में चुनाव है. विधानसभा चुनाव को लेकर मध्यप्रदेश में सभी पार्टीयां प्रचार प्रसार में लगी है. भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह मध्यप्रदेश के दौरे पर आए थे. कांग्रेस पार्टी की तरफ से एक बार फिर मध्यप्रदेश के दौरे पर प्रियंका गांधी आ रही है. अपने तुफानी अंदाज में 8 नवंबर को इंदौर उसके बाद 9 नवंबर को रीवा का दौरा करेंगी. प्रियंका गांधी दोनों क्षत्रों में एक बड़ी जनसभा को संबोधित करने वाली है. कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी इस बार चुनावी माहौल में विंध्य और मालवा की जनता को अपना निशाना बनाएंगी. इसके पहले प्रियंका गांधी जबलपुर, ग्वालियर, धार, मंडला और दमोह में रैली कर चुकी है. आपको बता दें कि पिछले महिने की 28 तारिख को प्रियंका चुनावी प्रचार-प्रसार करने के लिए मध्यप्रदेश के दौरे पर आई थी. 28 अक्टूबर को दमोह में प्रियंका ने कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशियों के सहयोग में एक आमसभा को संबोधित किया था. इस साल के पिछले पांच महिनों में प्रियंका गांधी का मध्यप्रदेश में ये छठवां दौरा होने वाला है. सबसे पहले मध्यप्रदेश में प्रियंका 12 जून को जबलपुर में रैली करके विधानसभा चुनाव की शुरूआत करी थी. इसके बाद 21 जुलाई को ग्वालियर, 5 अक्टूबर को मोहनखेड़ा और 12 अक्टूबर को मंडला, 28 अक्टूबर को छतरपुर में चुनावी रैली कर चुकी है. 28 अक्टूबर को छतरपुर में रैली के बहाने कांग्रेस दलित जनता का सहयोग पाने की कोशिश में लगी थी. पिछले दिनों दस अक्टूबर को कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी मध्यप्रदेश के शहडोल में ब्यौहारी की जनता को संबोधित कर चुके है. अब देखना यें है कि इंदौर और रीवा क्षेत्र की जनता को प्रियंका गांधी क्या लालच देती है. ये भी पढ़े- सिंधिया को दिया था चैलेंज अब क्यों मांग रहे गोपाल सिंह जनता से भीख

सिंधिया को दिया था चैलेंज अब क्यों मांग रहे गोपाल सिंह जनता से भीख

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव आते आते सभी दलों के नेता एक दूसरे पर आक्रमक होते नज़र आ रहे हैं.राजनीति में चलते आरोप प्रत्यारोप के इस दौर के बीच सिंधिया को चैलेंज देने वाले नेता गोपाल सिंह जनता से भीख मांगते नज़र आए हैं.जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है. गोपाल सिंह ने क्यों मांगी जनता से भीख विधायक गोपाल सिंह मुंगावली क्षेत्र के छोटी भोपाल में प्रचार के लिए गए थे.विधायक ने यहाँ क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी यादवेंद्र सिंह यादव के लिए समर्थन मांगा.इस दौरे के समय गोपाल सिंह के साथ प्रत्याशी के छोटे भाई अजय यादव भी मौजूद थे. वीडियो में दिखाई दे रहा है कि गांव के बाहर कुछ जनता के साथ विधायक मौजूद हैं और कह रहे हैं कि “अब कोई भी गड़बड़ नहीं होनी चाहिए, आप सभी के हाथ-पांव जोड़ रहा हूं” मेरी इस चुनाव में इज्जत दांव पर लगी है, हम आप लोगों से भीख मांगते हैं कोई गड़बन नहीं होना चाहिए”. सिंधिया को दिया था खुला चैलेंज विधायक गोपाल सिंह ने बीते कुछ दिन पहले एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए सिंधिया को चैलेंज दे दिया था.विधायक ने कहा कि मैं अपने दम पर विधायक बना था किसी राजा महाराजा की चमचागिरी करके नहीं.मै 20 सालों तक केवल जनता के आशीर्वाद के कारण जनपद अध्यक्ष रहा और तीन बार कांग्रेस पार्टी से विधायक रहा हूँ.आगे कहते हैं कि हिम्मत हो तो लगा लेना अगर मुझमें होगी तो मै जीत जाऊँगा.जितने तलवे चाटना हो शिवराज के चाट लो पर सरकार तो हमारी आएगी,हमारी सत्ता बनेगी. यह भी पढ़ें- कौन है गजेंद्र सिंह राजूखेड़ा, जिसने वापस लिया कांग्रेस पार्टी से अपना इस्तिफा

कौन है गजेंद्र सिंह राजूखेड़ा, जिसने वापस लिया कांग्रेस पार्टी से अपना इस्तिफा

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए जब से कांग्रेस पार्टी ने अपनी लिस्ट जारी की तभी से पार्टी में बगावत के सुर उठते नज़र आ रहे हैं.पार्टी के कई कार्यकर्ताओं ने इस्तिफा सौंप दिया है जिनमें से एक बागी नेता गजेंद्र सिंह राजूखेड़ा ने अब अपना इस्तिफा वापस ले लिया है.इस नेता ने पहले कमलनाथ से बातचीत की और फिर अपना इस्तिफा वापस ले लिया. गजेंद्र सिंह राजूखेड़ा ने वापस लिया अपना इस्तिफा धार के पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह राजूखेड़ा ने पार्टि से नाराजगी जताते हुए पार्टी छोड़ दी थी.दरअसल पूर्व सांसद मलावर और धर्मपुरी क्षेत्र से टिकट की मांग कर रहे थे पर जब पार्टी ने उनकी बात नहीं मानी तो बागी नेता ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ नाराजगी जता दी और कांग्रेस से रिजाईन दे दिया. कमलनाथ ने कर दिया कैसा जादू कांग्रेस पार्टी में अब तक कई कार्यकर्ताओं ने अपना इस्तिफा दे दिया है.कुछ ने इस कदर विरोध भी किया कि पार्टी के बड़े नेता तक के पुतले फुक गए.जिसे देखते हुए पार्टी के बड़े नेता लम्बे समय से बागियों को साधने की कोशिश कर रहे थे.अब इसी के नेतीजे में पार्टी को एक खुश खबरी मिली है. टिकट ना मिलने से नाराज़ धार के पूर्व सांसद ने अपना इस्तिफा वापस ले लिया है.हालही में नेता ने पीसीसी चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात की जिसके बाद बागी नेता ने अपना इस्तिफा वापस ले लिया.बताया जा रहा है कि कमलनाथ की ही समझाईश के बाद गजेंद्र सिंह राजूखेड़ा ने यह बड़ा कदम उठाया है. यह भी पढ़ें- करोड़ो की नौकरी छोड़, राजनीति करने भारत आए प्रखर

करोड़ो की नौकरी छोड़, राजनीति करने भारत आए प्रखर

जब से मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव का ऐलान हुआ है तो चुनाव के लिए कोई अपनी पार्टी छोड़ विरोधी पार्टी में शामिल हो रहा तो कोई राजनीति के लिए अपने पद से ही इस्तीफा दे रहा है. अभी तक आपने ये खबर तो बहुत सूनी की इतने सरकारी अधिकारीयों ने अपने पद से इस्तीफा दे राजनीति में कदम रखा है. लेकिन इस बार अमेरीका में नौकरी करने वाले करोड़पती ने राजनीति के लिए अपने पद से इस्तीफा दे दिया. जैसे- जैसे जमाना बदल रहा है, वैसे- वैसे राजनीती का रंग भी बदल रहा है. राजनीति में आने के लिए लोग बहुत मेहनत करते है. एक बार आप राजनीति में आगए तो फिर बाहर जाने का नाम नही लेंगे. राजनीति का एैसा जुनून चढ़ता है कि लोग राजनीति के लिए अपना सब कुछ दाव पर लगा देते है. ऐसी ही एक घटना मध्यप्रदेश में सामने आई है. मध्यप्रदेश के रीवा का नागरिक अमेरिका से सात समंदर पार अपने गांव चुनाव लड़ने के लिए आ गया. इतना ही नही गावं आते ही आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए और गुढ़ विधानसभा सीट से टिकट भी मिल गया. हम बात कर रहै है प्रखर प्रताप सिंह की जो अमेरिका में एक रुपए सालाना के पैकेज में आर्किटेक्ट का काम कर रहे थे. प्रखर के पिता जी ने बताया कि बचपन से ही प्रखर का पढ़ाई में लगा रहता था. प्रखर पढ़ाई के लिए पहले देहरादून गये फिर अमेरिका उसके बाद इटली तक जाकर पढ़ाई कर चुके है. पढ़ाई पुरी करने के बाद प्रखर को भारतीय मुद्रा के हिसाब से सालाना एक करोड़ रुपए के पैकेज की नौकरी अमेरिका मे मिल गई थी. लेकिन प्रखर एक दिन अमेरिका में कुछ भारतीय राज नेताओं से मिले और मिलने के बाद प्रखर के विचार बदल गए और सब छोड़ वापस अपने देश, अपने गावं राजनीति करने आ गए. ‘प्रखर’ गुढ़ विधानसभा से करेंगे राजनीति की शुरूआत प्रखर प्रताप सिंह ने अमेरिका से 1 करोड़ सालाना की नौकरी छोड़ भारत राजनीति करने आए है. प्रखर गुढ़ विधानसभा से चुनाव लड़ने जा रहे है. पिछले 2018 के चुनाव में कुल 17 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे. 17 प्रत्याशीयों में से बीजेपी के प्रत्याशी नागेंद्र सिंह सपा के प्रत्याशी को 7,828 वोटों से हरा दिया था. कांग्रेस पार्टी को तो बड़ा झटका लगा था. ये भी पढ़े- 2023 क्रिकेट वर्ल्ड कप की ट्रॉफ़ी भारत के नाम, रोहित ने 87 रन बनाए