अफगानिस्तान ने विश्व कप 2023 में इंग्लैंड क्रिकेट टीम को 69 रनों से हराया
2023 के विश्व कप में अफगानिस्तान क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड क्रिकेट टीम को 69 रनों से हारकर इतिहास बना दिया है. इस टीम ने अब तक में पाकिस्तान, श्रीलंका और वेस्टइंडीज जैसी टीमों को हराकर जीत अपने नाम कर चुकी है. लेकिन यहा तक पहुचने के पहले फगानिस्तानी टीम ने कई सारी मुसकिलों का सामना किया है. आतंक और दहशत के बीच खुद को इतना काबिल बनाया है. इंग्लैंड को हराने के बाद अफगानि टीम ने खेल जगत को यह वॉर्निंग भी दी है कि अब उसे बच्चा ना समझा जाए. उसने इंग्लैंड जैसी बड़ी टीम को हराया है. पिछले रिकॉर्ड तो ठिक नही है अफगानिस्तान टीम के पर अब वह खुद को निखारने में लगी है. आजतक अफगान टीम ने वर्ल्ड कप में 18 मैच खेले, जिसमें से केवल 2 मैच जीते है. 2023 के विश्व कप में अब अफगानिस्तान टीम को न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, श्रीलंका, नीदरलैंड्स, ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका से मैच खेलना है. इसमें से अगर 2 या 3 मैच जीत लेती है तो यह विश्व कप काफी रोमांचक हो जाएगा. पहली बार 2015 में अफगानिस्तान ने विश्व कप खेला था. इन टीमों से विश्व कप मैच कभी नही जीता अफगानिस्तान भारत के साथ 10 मैच खेला पर एक भी नही जीता है.साउथ अफ्रीका के साथ 3 मैच खेला पर एक भी नही जीता है.ऑस्ट्रेलिया के साथ 4 मैच खेला पर एक भी नही जीता है.नेपाल के साथ 1 मैच खेला पर हार मिली.न्यूजीलैंड के साथ 3 मैच खेला पर एक भी नही जीता है. ये भी पढ़े- कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सामूहिक रूप से इस्तीफा देने की दी धमकी
नवरात्रि में मां दुर्गा को लगाए ये 9 भोग , जाने क्या होगा लाभ
शारदीय नवरात्री पर्व का आरम्भ 15 अक्टूबर से हो चूका है। यूँ तो देवी माँ की पूजा से हमेशा लाभ होता है लेकिन नवरात्र के दौरान मां दुर्गा के मनपसंद भोग लगाने से ग्रहों के संयोग कुछ ऐसे होते हैं जिससे देवी की पूजा अत्यधिक फलदायी हो जाती है। नवरात्र के नौ दिनों में माँ के नौ रूपों की आराधना की जाती है। वैसे तो माता को सच्चे मन से जो भी भोग लगाओ वो ग्रहण कर लेती है पर मान्यता है की माँ दुर्गा को अगर इनके मन के भोग लगाए जाए तो उनकी मनोकामना शीघ्र पूर्ण होती है। आइये जानते हैं किस माता को क्या भोग लगाए जाते हैं…… माँ के हर स्वरुप को लगाए ये भोग माता के प्रथम स्वरुप शैलपुत्री को गाय के घी के भोग लगाने चाहिए इससे आरोग्य लाभ की प्राप्ति होती है। देवी माँ के दूसरे स्वरुप देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है।माता को शक्कर का भोग लगाकर चिरायु का वरदान प्राप्त होता है। माता के तीसरे स्वरुप में माँ चंद्रघंटा की पूजा की जाती है । चंद्रघंटा माता को दूध के भोग लगाए जाते हैं और फिर उसे जरूरतमंद को दान कर दिया जाता है। ऐसा करने से धन वैभव और ऐश्वर्या की प्राप्ति होती है। नवरात्र के चौथे दिन माँ दुर्गा के कुष्मांडा रूप मालपुए का नैवेध अर्पण किया जाता है। भोग को ज़रूरतमंदों को दान कर देना चाहिए, इससे व्यक्ति के मनोबल में वृद्धि होती है। माता के पांचवे स्वरुप में स्कंदमाता की पूजा के साथ केले का भोग लगाना चाहिए इससे बुद्धि और करियर का विकास होता है। माता के षष्ठ स्वरुप में माँ कात्यानी की पूजा की जाती है । कात्यानी माता को शहद का भोग लगाने से सौंदर्य की प्राप्ति होती है और घर से नकारात्मकता ऊर्जा दूर होती है। सातवें दिन माँ दुर्गा के कालरात्रि स्वरूप की पूजा की जाती है।इस दिन माता को गुड़ से निर्मित भोग लगाने से परिवार रोग शोक से मुक्त होता है। ऐसे होगी मां दुर्गा की कृपा माँ दुर्गा के अष्टम स्वरुप में माँ महागौरी की पूजा की जाती है।माँ महागौरी को नारियल का भोग लगाने से मनुष्यों की सभी इच्छाएं पूर्ण होती है।साथ ही माता का आशीर्वाद प्राप्त होता है। नौवे रूप में माता दुर्गा के सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। इस दिन माँ भवानी को घर में बने हुए हलवे पूरी और चने के भोग लगाए जाते हैं । साथ ही कंजकों पूजन करें, ऐसा करने से मनुष्य के जीवन में सुख शांति की प्राप्ति होती है। ये भी पढ़े – कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सामूहिक रूप से इस्तीफा देने की दी धमकी
कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सामूहिक रूप से इस्तीफा देने की दी धमकी
मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव को मद्देनजर रखते हुए कांग्रेस पार्टी ने अपने 144 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दिया है. कांग्रेस की पहली लिस्ट आते ही पार्टी के कार्यकर्ताओं का विद्रोह शुरू हो गया है. पार्टी के कार्यकर्ता कमलनाथ को धमकी दे रहे है कि हम पार्टी छोड़ देंगे. दरसल बात यह है कि पन्ना जिले के गुनौर विधानसभा से कमलनाथ के प्रत्याशी जीवन लाल सिद्धार्थ को टिकट दिया गया है. जिसके चलते उनकी पार्टी के नेताओं ने विरोध शुरू कर दिया है और पार्टी छोड़ने की धमकी भा दे रहे है. इस कारण हो रहे कांग्रेस पार्टी में विरोध यें वो विधायक है जो पार्टी का विरोध कर कर रहे है, पूर्व विधायक फुंदर चौधरी, राम बहादुर द्विवेदी सेवादल जिलाध्यक्ष भी इसमं शामिल हैं. बात यह है कि, गुनौर क्षेत्र से जीवन लाल सिद्धार्थ को विधानसभा उम्मीदवार बनाए जाने पर पार्टी के कार्यकर्ता विरोध पे उतर आए है. जैसे ही जीवन लाल सिद्धार्थ को टिकट मिला गुन्नौर के प्रेम प्रतीक पैलेस में दर्जनों स्थानीय कांग्रेसियों ने बैठक कर विद्रोह करने लगे. विद्रोह रकने वाले वह नेता है जो टिकिट की दौड़ में कमलनाथ की परिक्रमा कर रहे थे, लेकिन पार्टी ने जब वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार करते हुए जीवन लाल सिद्धार्थ को टिकट दिया तो वह सब विद्रोह करने लगे. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जीवन लाल सिद्धार्थ को बीजेपी का एजेंट बता दिया. कमलनाथ कुछ भी कर ले वह चुनाव नही जीतेंगे. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि उन्होंने जो 17 नाम सुझाए हैं, उनमें से पार्टी ने किसी को टिकट नही दिया. विरोध कर रहे नेताओं ने साफ-साफ बोला कि अगर 24 घंटे के पहले कमलनाथ विचार नहीं बदलते हैं तो हम सभी साहूहिक रूप से इस्तीफा दे देंगे. अब देखना यह है कि कमलनाथ क्या निरणय लेते है ये भी पढ़े- कांग्रेस पार्टी में इस्तीफा देने का सिलसिलेवार शुरू,उठे विरोध के सुर