लाडली योजना का दिखा असर, बीजेपी को मिलेंगे 65 से 70 % मुस्लिम वोट
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव की डेट आ गई है. चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस पार्टी, आम आदमी पार्टी और थर्ड पार्टी कई सर्वे करा चुके है. फिलहाल तो राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अनुषांगिक संगठन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने मुस्लिम मतदाताओं को लेकर एक सर्वे किया है। जिसमें 65 से 70 % मुस्लिम वोट भारतीय जनता पार्टी को मिलगा एैसा दावा किया जा रहा है. बाकि 30 से 35 फीसदी वोट अन्य दलों को मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है. आपको बता दे कि इस सर्वे में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना और महिला आरक्षण को लेकर भी मुस्लिम महिलाओं का रुख भारतीय जनता पार्टी की ओर देखने को मिल रहा है. राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के प्रदेश संयोजक ने बताया कि मुस्लिम मतदाता मुख्यधारा और विकास से जुड़ रहा है. मध्यप्रदेश में केंद्र और राज्य सरकार दोनों के फैसलों का असर साफ-साफ दिख रहा है. मध्यप्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू कर दी गई है. 21 अक्टूबर को नोटिफिकेशन जारी होगा. 30 अक्टूबर तक नामांकन होगा. नामांकन की जांच 31 अक्टूबर तक की जाएगी. किसी को अगर अपना नाम वापस लेना रहे तो 2 नवंबर तक आखिरी तारीख है. 17 नवंबर को वोट रहेगा. 3 दिसंबर को चुनाव के परिणाम आ जाएंगे. इतने कम समय को देखते हुए सभी राजनीतिक दलों ने तैयारियां तेज कर दी है. कांग्रेस पार्टी ने RSS के सर्वे को बताया झुठा कांग्रेस पार्टी के मीडिया विभाग के अध्यक्ष के के मिश्रा ने राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के सर्वे को लेकर कहा कि RSS की तरह इनका सर्वे भी फर्जी हैं। आरएसएस के मुस्लिमों को सम्मान मिलने लगा है तो मोहन भागवत की जगह कोई महिला सरसंघचालक बनाना चाहिए. आरएसएस फर्जी और उन्हें नेता फर्जी हैं। कभी हिंदू राष्ट्र की बात करते हैं, कभी भारत वासियों की डीएनए की बात करते हैं। फिर जिहाद और आतंकवादियों की बात भी करते हैं। पाकिस्तान के लिए जासूसी भी यही करवाते हैं, जो विचारधारा गांधी को मार सकती है वह इस देश में कुछ भी कर सकती है। ये भी पढ़े-साल 2023 के अक्टूबर महिने में लगेंगे दो ग्रहण
क्या निशा बांगरे नहीं लड़ पाएंगी चुनाव
छतरपुर जिले के लवकुश नगर में पदस्थ डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे काफी समय से चर्चा हैं।अब निशा बांगरे मामले में एक और बड़ी खबर आई। दरअसल , यह मामला जबलपुर हाईकोर्ट तक पहुंच गया है।इस केस की सुनवाई आज होनी थी लेकिन हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई और निर्णय को एक हफ्ते के लिए टाल दिया है। आपको बता दें , सुनवाई में राज्य सरकार से जवाब माँगा गया है और चार्जशीट और तमाम बिंदुओं पर सवाल किए गए। निशा के खिलाफ याचिका दायर आपको बता दें , निशा बांगरे ने 22 जून को डिप्टी कलेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद से वह लगातार सरकार के खिलाफ आवाज़ उठा रही है। इसी को लेकर सरकार की तरफ से शासकीय सेवा में रहते हुए उनके इसी आचरण को लेकर इसी कोर्ट में याचिका दायर की गयी थी। जिसपर कोर्ट ने सुनवाई को टाल दिया है। पुलिस ने किया गिरफ्तार वहीँ , निशा अपने इस्तीफे की मंज़ूरी के लिए सीएम शिवराज सिंह के पास जाना चाह रही थी। जिसके लिए उन्होंने बैतूल से लेकर भोपाल तक की पद यात्रा की और सीएम आवास का घेराव करना चाह रही थी। इसी कारण जब निशा सीएम हाउस की ओर जाने लगी तो उनके और पुलिस के बीच झड़प हो गई जिसके कारण पुलिस द्वारा उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। हालाँकि ,उन्हें 24 घंटे बाद बेल मिल गई। ये भी पढ़ें- दिग्विजय सिंह ने PFI को लेकर दिया ऐसा बयान जिस पर मच गया हड़कंप
अखंड ज्योति जलाने से पहले इन नियमों का रखें विशेष ध्यान…
शारदीय नवरात्रि की शुरुवात 15 अक्टूबर से होने वाली है और अगले 9 दिनों तक मां आपके घर में विराजमान रहेंगी.अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि यानि 15 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि शुरु होकर 23 अक्टूबर तक चलेंगे. आइये जानते हैं नवरात्री में माता की अखंड ज्योति जलने की सही विधि क्या है, साथ ही जानेंगे दीपक की लौ किस दिशा में जलाने से हमे सही लाभ प्राप्त होंगे। अखंड ज्योति नवरात्रि के 9 दिन हम घर में कलश स्थापना और अखंड ज्योत जलाते हैं। पूरे 9 दिन तक बिना बुझे ज्योति जलाई जाती है जिसे अखंड ज्योति कहते हैं । कहते हैं नवरात्रि में 9 दिनों माता के सामने अखंड ज्योति प्रज्ज्वलित करने से देवी मां प्रसन्न होती है, घर में सुख शांति का वास होता है, और सभी कार्य सिद्ध होते हैं नवरात्री के दौरान अखंड ज्योति जलाने के नियम अखंड ज्योति के लिए पीतल के दीपपात्र या फिर मिटटी के दीपक का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।दीपक में देसी घी का इस्तेमाल करें अगर घी न हो तो तिल के तेल या सरसों के तेल से भी दीपक जला सकते हैं।दीपक को चौकी या पटरे पर ही रखकर जलाएं, और अगर निचे रख रहे हैं तो दीपक के निचे अष्टदल ज़रूर बनाये जो की आप चावल या फिर गुलाल से बना सकते हैं।दीपक में बाती का भी महत्वा होता है इसके लिए , इसके लिए सवा हाथ का रक्षासूत्र की बाती बना लें जिसे पूजा में कलावा कहा जाता है और दीपक की बाती बार-बार नहीं बदलनी चाहिए।अखंड ज्योत जलाने से पहले हाथ जोड़कर श्रीगणेश, देवी दुर्गा और शिवजी की आराधना करें। मां से प्रार्थना करें कि पूजा की समाप्ति के साथ आपकी मनोकामना भी पूर्ण हो जाए।अखंड ज्योति को देवी माँ की दाईं ओर रखें और संकल्प ख़तम होने के बाद दीपक को फूक मार कर कभी न बुझाये बल्कि उसे स्वयं ही बुझने दें. दीपक जलाने कि सही दिशा क्या होनी चाहिये? ईशान कोण यानि उत्तर पूर्व दिशा को देवी-देवताओं का स्थान माना जाता है। इसलिए अखंड ज्योति पूर्व-दक्षिण कोण यानि आग्नेय कोण में रखना शुभ माना जाता है। ध्यान रखें कि पूजा के समय ज्योति का मुख पूर्व या उत्तर दिशा में होना चाहिए। ये भी पढ़ें- साल 2023 के अक्टूबर महिने में लगेंगे दो ग्रहण
साल 2023 के अक्टूबर महिने में लगेंगे दो ग्रहण
साल 2023 का अक्टूबर महीना धार्मिक दृष्टि से बेहद खास रहने वाला है क्योंकि इस महीने दो ग्रहण लगने वाला है. साल की दूसरा सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर को लगेगा. फिर उसके ठिक 15 दिन बाद 28 अक्टूबर को 2023 का दूसरा चंद्रग्रहण लगेगा. ग्रहण ज्योतिषीय और वैज्ञानिक दोनों ही दृष्टि से इंसाल के लिए महत्वपूर्ण घटना मानी जाती है. सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर, शनिवार सर्व पितृ अमावस्या के दिन लगने जा रहा है. उसके बाद चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर को लगने जा रहा है. अब यह जानना जरुरी है कि सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण दोनों भारत में दिखाई देगा या नहीं. आपको बता दे कि साल का दूसरा सूर्य ग्रहण लग रहा है 14 अक्टूबर को यह ग्रहण रात में 08 बजकर 34 मिनट से शुरू होगा और रात 02 बजकर 25 मिनट पर समाप्त हो जाएगा. साल का दुसरा ग्रहण भारत में दिखाई नही देगा इसलिए इसका सूतक काल नही माना जाएगा. यह ग्रहण कन्या राशि और चित्रा नक्षत्र में होगा. भारत छोड़ इन जगह पर दिखेगा सुर्य ग्रहण साल 2023 का दूसरा सूर्य ग्रहण भारत के अलावा दक्षिण अमेरिका के क्षेत्रों को छोड़कर उत्तरी अमेरिका, कनाडा, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड, ग्वाटेमाला, मैक्सिको, अर्जेटीना, कोलंबिया, क्यूबा, बारबाडोस, पेरु, उरुग्वे, एंटीगुआ, वेनेजुएला, जमैका, हैती, पराग्वे, ब्राजील, डोमिनिका, बहामास, इत्यादि जगहों पर दिखाई देगा. 28 अक्टूबर को लगेगा 2023 का दूसरा चंद्रग्रहण यह 2023 का आखिरी और दूसरा चंद्रग्रहण लगने वाला है. 28 अक्टूबर की मध्यरात्रि को लगने जा रहा है. यह चंद्रग्रहण रात को 1 बजकर 5 मिनट से शुरू होकर रात 2 बजकर 24 मिनट पर समाप्त होगा. चंद्रग्रहण भारत में दिखाई देगा इसलिए इसका सूतक काल भी माना जाएगा. भारत के साथ-साथ यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, नॉर्थ अमेरिका, उत्तर व पूर्व दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक महासागर, हिन्द महासागर, अंटार्कटिका में भी दिखाई देगा. यह ग्रहण मेष राशि और अश्विनी नक्षत्र में लगने जा रहा है. ये भी पढ़े-दिग्विजय सिंह ने PFI को लेकर दिया ऐसा बयान जिस पर मच गया हड़कंप
दिग्विजय सिंह ने PFI को लेकर दिया ऐसा बयान जिस पर मच गया हड़कंप
मध्यप्रदेश विधानसभा के चुनावी शंखनाद के साथ नेताओं की बयानबाज़ी से सियासी पारा गरमाने लगा है। दअसल ,पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने PFI को लेकर एक बयान दिया था, जिसपर अब बीजेपी ने पलटवार किया है। लगे ये गम्भीर आरोप भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कहा कि, जिस पीएफआई ने देश में आतंकी गतिविधियां फैलाई उससे कांग्रेस की हाथ मिलाई पर जनता धुलाई करेगी। यह कांग्रेस का आतंकप्रेमी ईकोसिस्टम है, जो विदेश में हमास से हमदर्दी और देश में पीएफआई से प्रेम दिखा रहा है। चुनावी माहौल के बीच लगातार दिग्विजय सिंह बीजेपी पर निशाना साध रहे थे लेकिन अब उन्हें अपने शब्दों को लेकर ही सफाई देनी पढ़ रही है। दिग्विजय सिंह ने कही थी ये बात आपको बता दें , बुधवार को उज्जैन में साधु-संतो द्वारा गौ माता की रक्षा के लिए निकाली गई यात्रा में शामिल हुए दिग्विजय सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि, यदि पीएफआई के ऊपर आरोप है तो 10 छापे मारे हमें आपत्ति नहीं है। लेकिन देखने में आ रहा है कि इन्होंने जितनी भी छापेमारी की है, उनमें 97 प्रतिशत में आरोप झूठे पाए गए है। जिसके बाद अब दिग्विजय सिंह ने इस पूरे मामले को लेकर सोशल साइट X पर ट्वीट कर सफाई दी। उन्होंने कहा कि ,कुछ मीडिया संगठनों द्वारा पूछे गए सवाल पर मेरे जवाब को ग़लत तरीक़े से कोट किया जा रहा है जोकि मैंने नहीं कहा है.सांप्रदायिकता भड़काने वाले संगठन PFI का मैंने कभी समर्थन नहीं किया। मैं धर्म के नाम से सांप्रदायिकता फैलाने वाले व्यक्ति/संगठन के खिलाफ हूँ और सदैव रहूँगा। शिवराज ने भी मांगा जवाब अब इसी बीच शिवराज सिंह चौहान द्वारा भी इसी मुद्दे को लेकर दिग्विजय सिंह पर सवाल खड़े कर दिए गए हैं।दरअसल आज कांगेस पार्टि की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधि प्रदेश के मंडला जिले में आई है जिसपर शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रियंका जवाब दें कि क्या कांग्रेस पार्टि PFI जैसे देश विरोधि संगठन का समर्थन करती है ये भी पढ़ें- प्रियंका गांधी के मंडला दौरे की यह है, बड़ी वजह
प्रियंका गांधी के मंडला दौरे की यह है, बड़ी वजह
मध्य प्रदेश के मंडला में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का भोपाल में एक हफ्ते के अन्दर आज दुसरा दौरा था. विधानसभा चुनाव के ठिक पहले कांग्रेस पार्टी आदिवासि वोट को पुरी तरह से साधने में लगी हुए है. प्रियंका गाधी के भाषण को सुनने के बाद प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा ने अपने ट्विटर अकाउंट पे एक पोस्ट शेयर किए जिसमें लिखा है, उन्होंने कहा- “जनजातीय वर्ग और महिलाओं को वोटबैंक समझने वाली कांग्रेस मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव आते ही उनकी झूठी हितैषी होने का नाटक कर रही है. दुर्भाग्य की बात है कि प्रियंका वाड्रा मंडला आकर एक बार फिर अपनी झूठ की मशीन से जनजातीय बंधुओं को भ्रमित करने की कोशिश कर रही हैं.” आदिवासि भाई-बहनों को रूझाने के लिए मंडला में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने संबोधन के आखिर में कई सारी घोषणाएं की जैसे- किसान कर्ज माफी, पढ़ो और पढ़ाओ योजना, जिसमें 12वीं तक की शिक्षा निशुल्क होगी. कक्षा एक से कक्षा 8 तक 500 रुपये और कक्षा 9 से 12वीं तक के बच्चों को 1000 रुपये मिलेंगे. इसके साथ ही 100 यूनिट बिजली फ्री और 200 यूनिट हाफ रहेगी. ये भी पढ़े- एक बार फिर सीएम शिवराज का संवेदनशील चेहरा आया जनता के सामने
एक बार फिर सीएम शिवराज का संवेदनशील चेहरा आया जनता के सामने
मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर दिखे अपने छोटे से भांजे को मंच से प्यार करते हुए. मामा का संवेदनशील चेहरा फिर आया जनता के सामने. मुख्यमंत्री से अपने पिता का इलाज कराने के लिए लगा रहे गुहार पर मामा से ‘भांजे’ मिस्बाह को ढेर सारा प्यार मिला है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तुरंत ‘भांजे’ मिस्बाह के पिता का इलाज कराने का निर्देश दे दिए. मिस्बाह के पिता को तुरंत चिरायु अस्पताल में उनके इलाज के लिए भर्ती कराया गया. दरसल बात ये है कि कल शिवराज सिंह चौहाV पुराने शहर में चुनाव प्रचार के लिए पहुचे हुए थे. तभी मिस्बाह ने मुख्यमंत्री शिवराज को एक पत्र दिया जिसमें लिखा था कि- शिवराज मामा! आपसे निवेदन है कि, मेरे अब्बा 4 महीने से बीमार हैं वो चल नहीं पा रहे हैं उनके पांव काम नहीं कर रहे हैं। आप उनका इलाज कराए. जिसके कुछ ही देर बार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मिस्बाह के पिता का इलाज कराने का निर्देश दे दिए. इस वाकया को देखते हुए मामा बोले ये हि तो है जनता के लिए मुख्यमंत्री का प्यार. एैसा ही एक वाकया सीएम शिवराज का इंदौर में देखने को मिला इंदौर के राऊ क्षेत्र में एक एैसा वाकया हुआ जिसे देख शिवराज मामा बोले कि मैं इसीलिये तो कहता हूं कि हम सरकार नहीं परिवार चलाते हैं. इंदौर के राऊ क्षेत्र में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंच से जनता से संवाद कर रहे थे. तभी उस भीड़ में से एक 3 या 4 बर्ष की मासूम बच्ची “मामा , मामा” चिल्लाने लगी जिसे देख शिवराज सिंह चौहान भी अपना संबोधन रोक जल्दी से जाके मासुम बच्ची को गोद में उठा लिए. सीएम मामा से मिलकर मासूम भांजी के चेहरे पर इतनी खुशी थी, जैसे उसका कोई सपना पुरा हो गया हो. ये भी पढ़े- सिंधिया ने किया ये काम , हर तरफ हो रही चर्चा