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मध्य प्रदेश निर्वाचन आयोग ने दी जानकारी , जानिए निर्देश और नियम

मध्य प्रदेश समेत छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम के विधानसभा चुनाव की तारीख का एलान हो चुका है। भारत निर्वाचन आयोग ने दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस कर पूरा शेड्यूल जारी किया। जिसके बाद अब पांचों राज्यों में आचार संहिता लागू हो गयी है। भारत निर्वाचन आयोग के बाद एमपी विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने कॉन्फ्रेंस की। मध्य प्रदेश निर्वाचन आयोग ने की कांफ्रेंस मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को एक चरण में मतदान की प्रक्रिया होगी। 21 अक्टूबर को नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। 30 अक्टूबर तक नामांकन फॉर्म जमा किए जाएंगे। वहीं 31 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। उम्मीदवार 2 नवंबर तक अपना नाम वापस ले सकेंगे। तीन दिसंबर को परिणाम घोषित किए जाएंगे। इस दौरान उन्होंने बताया कि, प्रदेश में कुल 5 करोड़ 60 लाख मतदाता है। 64 हजार 523 मतदान केंद्र है। नाम जोड़ने की प्रक्रिया वोटिंग के 10 दिन पहले तक जारी रहेगी। चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने के बाद प्रक्रिया शुरू होगी। विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद आचार संहिता लग चुकी है। सभी जिलों में कंट्रोल रूप में काम शुरू हो गए है। 48 घंटे में सार्वजनिक और निजी प्रापर्टी में 72 घंटे में प्रचार प्रसार सामग्री हटाई जाएगी। इसके साथ ही सरकारी विभागों की वेबसाइट से नेताओं की तस्वीर हटाने के निर्देश दिए गए हैं।आयोग में शिकायत गोपनीय तरीके से भी दर्ज की जाएगी। आपको बता दें ,पोस्टल बैलेट की सुविधा 80 साल से ऊपर, दिव्यांग को सुविधा उनकी इच्छा अनुसार मिलेगी। एमपी में 12 लाख लोग ऐसे है, जो पोस्टल बैलेट का अधिकार रखते हैं। एक नया निर्देश किया जारी इसके साथ ही एक नया निर्देश जारी किया गया है। अनुपम राजन ने बताया कि कर्मचारी जो चुनाव में ड्यूटी करते हैं उन्हें मतदान केंद्र में ही मतदान की सुविधा दी जाएगी। सभी मतदान केंद्र में सेंट्रल फोर्स, सीसीटीवी, लाइव रिकार्डिंग होगी।

भाजपा ने जारी की प्रत्याशियों की चौथी लिस्ट

सोमवार दोपहर 12 बजे के बाद मध्यप्रदेश में निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव की तारीखों की घोषणा की गई और अचार संहिता लागू किया गया । ऐलान के कुछ घंटे बाद ही मध्यप्रदेश में भाजपा द्वारा प्रत्याशियों की चौथी लिस्ट जारी की गई है। इस लिस्ट में शिवराज सिंह समेत प्रदेश के 57 बड़े नेताओं के नाम शामिल हैं। भाजपा द्वारा यह चौथी लिस्ट जारी की गई है। इससे पहले भाजपा के तीन लिस्ट में 79 नामों का ऐलान किया गया था। और अब इस चौथी लिस्ट में अधिकांश बड़े विधायकों , मंत्रियों को मौका दिया गया है। जिसमें सीएम शिवराज सिंह को बुधनी सीट से टिकट दिया गया है वहीं गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को दतिया से गोपाल भार्गव रेहली से तो वहीं विश्वाश सारंग को नरेला विधानसभा सीट से टिकट दिया गया है। इन सीटों पर भाजपा ने की उम्मीदवारों की घोषणा भाजपा द्वारा अब तक कुल 230 सीटों में से 136 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी गई है। भाजपा की इस चौथी लिस्ट में ज्यादातर उन सीटों पर टिकट दिया गया है जिन पर पार्टी का पहले से ही कब्जा है। विश्वास सारंग एक बार फिर नरेला से उम्मीदवार बनाए गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर की बहू कृष्णा गौर फिर से गोविंदपुरा से चुनाव लड़ेंगी। पार्टी के वरिष्ठ नेता जदगीश देवड़ा को मल्हारगढ़, अरविंद सिंह भदौरिया को अटेर, प्रद्युम्न सिंह तोमर को ग्वालियर, गोपाल भार्गव रेहली से और सागर से शैलेन्द्र जैन को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है। मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा के आगामी चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान होगा और मतों की गिनती तीन दिसंबर को होगी। जिसमें निर्वाचन आयोग द्वारा नामांकन की आखिरी तारीख 30 अक्टूबर राखी गई है। साथ ही नामांकन पत्रों की जांच 31 अक्टूबर को की जाएगी और नाम वापस लेने की अंतिम तारीख दो नवंबर होगी। ये भी पढ़े –बेटे नकुलनाथ ने कर दिया पिता के मुख्यमंत्री बनने का दावा

ग्वालियर के आरोन स्थित बनहेरी गांव के सरपंच की गोली मारकर हत्या

मध्य प्रदेश के ग्वालियर से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है. ग्वालियर के आरोन स्थित बनहेरी गांव के सरपंच को सरे आम गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया गया. पुरानी दुश्मनी का बदला लेने के लिए हत्या की इस वारदात को अंजाम दिया गया है. सरपंच कि हत्या के बाद सरपंच पक्ष के लोगों को भी गुस्सा आ गया और आरोपियों के घरों को आग को हवाले कर दिया. सारा मामला ग्वालियर के आरोन स्थित बनहेरी गांव के सरपंच विक्रम रावत का है. सरपंच विक्रम रावत अपनी कार में सवार हो कही जा रहे थे. तभी रास्ते में बाईक पे सवार हो दो शूटर आए और बीच सड़क पर सरपंच विक्रम रावत पर लागातार गोलियों के फायर किया. आरोपियों ने सरेआम गोलियों से भूनकर सरपंच की हत्या कर दी. हत्या की खबर से पुरे गांव में मातम छा गया. सरपंच पक्ष ने आक्रोश में आरोपियों घर को किया आग को हवाले सरपंच विक्रम रावत के मौत कि खबर जैसे ही गांव वालो को मिली तो सरपंच पक्ष के लोग आक्रोशित हो उठे और आरोपितों के घरों में आग लगा दी. सूचना मिलने पर पुलिस भी गांव में पहुंची, लोगों ने पुलिस को गांव में पहुचने ही नही दियाा. सरपंच पक्ष वाले मृतक के शव को लेकर एसपी ऑफिस पहुंच गए और एसपी ऑफिस पर शव को रखकर चक्का जाम कर दिया. पीडि़त परिवार की मांग थी कि आरोपियो को तत्काल गिरफ्तार किया जाए. साथ ही आरोपियों के मकानों को तोड़ा जाए. सरपंच कांग्रेस पार्टी के समर्थक बताए जा रहे है. मृतक की पत्नी का आरोप है, कि उनके पति की हत्या में भितरवार से बीजेपी के विधानसभा के प्रत्याशी मोहनसिंह राठौर का भी हाथ है. एसपी राजेश चंदेल का बयान है कि इन दोनों के बीच पहले से विवाद था, उसी विवाद को लेकर पेशी थी. अब पुलिस लगातार आरोपियों को पकड़ने के लिए कार्यवाई कर रही है. ये भी पढ़े- बेटे नकुलनाथ ने कर दिया पिता के मुख्यमंत्री बनने का दावा

बेटे नकुलनाथ ने कर दिया पिता के मुख्यमंत्री बनने का दावा

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव का ऐलान हो चुका हैं। प्रदेश में 17 नवंबर 2023 को मतदान किया जाएगा। वहीं तीन दिसंबर को मतगणना होगी और परिणाम का एलान किया जाएगा। मध्य प्रदेश चुनाव को लेकर पीसीसी चीफ कमलनाथ के बेटे और सांसद नकुलनाथ ने एक बड़ा दावा किया। उन्होंने कमलनाथ को मध्य प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री घोषित कर दिया है। आपको बता दें , सोमवार को चुनाव आयोग द्वारा चुनावी तारीख का एलान होने के बाद छिंदवाड़ा से सांसद नकुलनाथ ने ट्वीट किया। इस पोस्ट पर लिखा कि – “आज चुनाव आयोग ने मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीख 17 नवंबर का ऐलान कर दिया है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि मध्यप्रदेश की जनता आगामी चुनाव में कांग्रेस को भारी बहुमत प्रदान करेगी और 03 दिसंबर को कमलनाथ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री होंगे। ” एमपी कांग्रेस ने ट्वीट कर की नारी को असली सम्मान दिलाने की बात एमपी कांग्रेस ने महिला सुरक्षा ऊपर चर्चा करते हुए शिवराज सरकार पर निशाना साधा। कांग्रेस ने ट्वीट कर लिखा- मध्यप्रदेश की आज़ादी की तारीख़ों का ऐलान हो चुका है। जनता 17 नवंबर को शिवराज के जंगलराज के खिलाफ मतदान करेगी और 3 दिसंबर को जनता अपनी ताक़त का प्रमाणपत्र हासिल करेगी। मध्यप्रदेश के चुनाव केवल सत्ता परिवर्तन का चुनाव नहीं है, यह चुनाव लोकतंत्र के हत्यारों से बदला लेने का, बेरोज़गारी के जनक को सबक़ सिखाने का, आदिवासियों के पलटवार का, किसानों की कर्जमाफी पुन: चालू कराने का, पूरे प्रदेश की जनता को मुफ्त बिजली देने का और मध्यप्रदेश की नारी को असली सम्मान दिलाने का चुनाव है। आगे कहा कि प्रदेश के चुनाव अंधकार से उजियारे की तरफ़ बढ़ने का चुनाव है। एमपी के चुनाव असत्य पर सत्य की जीत का, अन्याय पर न्याय की जीत का, कुशासन पर सुशासन की शुरुआत का चुनाव है। मध्यप्रदेश के चुनाव 18 सालों के अत्याचार के खिलाफ जनता का जवाब है, मध्यप्रदेश के चुनाव सिसकती बेटियों की रक्षा का संकल्प है। प्रदेश के चुनाव एक एक घर और एक एक व्यक्ति तक ख़ुशहाली पहुंचाने का चुनाव है। मध्यप्रदेश का चुनाव कांग्रेस को लाने का चुनाव है। “कांग्रेस आयेगी, ख़ुशहाली लायेगी” ये भी पढ़े-भारत निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव की तारिख का ऐलान,दोनों पार्टीयों का बयान

भारत निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव की तारिख का ऐलान,दोनों पार्टीयों का बयान

भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मध्यप्रदेश सहित 5 चुनावी राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारिख के साथ आचार संहिता का भी ऐलान कर दिया गया है। मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव कि तारिख तय की गई है। साथ ही बताया गया है की चुनाव एक ही चरण में पुरे मध्यप्रदेश में संपन्न कराया जायेगा। दोपहर 12 बजे चुनाव आयोग द्वारा आचार संहिता के ऐलान होने के बाद मध्यप्रदेश सीएम शिवराज सिंह का पहला बयान सामने आया है। सीएम शिवराज ने अपने बयान में कहा, अब म्ध्यप्रदेश में चुनाव की तारीखों के ऐलान हो चुके हैं बीजेपी फिर से चुनाव जीत कर सत्ता में वापसी करेगी ,साथ ही सभी राजनीतिक दलों के साथ अपनी सद्भावना रखी कहा मेरी सभी राजनीतिक दलों से अपील है कि मध्यप्रदेश शांति का टापू है और यहाँ पर चुनाव शांतिपूर्ण करने में सभी राजनीतिक दाल अपना सहयोग करें। सीएम शिवराज ने कहा ये कोई लड़ाई नहीं है इसलिए कोशिश करें कि चुनाव लड़ते समय हम लोग एक दूसरे पर व्यक्तिगत आरोप , प्रत्यारोप लगाने से बचें। ये कोई शत्रुता नहीं है। ये विचारधारा का संघर्ष है। सीएम शिवराज ने कहा विपक्ष अपनी बात जनता के सामने रखे , सरकार अपनी बात जनता के सामने रखेगी। मैं चाहता हूं कि मध्यप्रदेश में चुनाव एक अच्छे माहौल में हो। विपक्ष पार्टी कांग्रेस के बड़े नेता का बयान आपको बता दें विपक्षी नेता रणदीप सुरजेवाला और जयवर्धन सिंह ने जीत का दवा किया साथ ही कांग्रेस नेता ” कमलनाथ जी ने अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट के द्वारा अपना बयान रखा कहा कि मध्य प्रदेश की सम्मानित जनता पिछले कई वर्ष से जिस तारिख का इंतज़ार कर रही थी उसकी विधिवत घोषणा कर दी गई है। 17 नवंबर को मध्यप्रदेश में मतदान है। उन्होंने कहा ये दिन लोकतंत्र का हरण करने वालों को सबक सीखने और सत्य के शासन की पुर्नस्थापना करने का दिन होगा।” कमलनाथ जी ने कहा कि “मैं कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और मध्यप्रदेश की समस्त जनता से निवेदन करता हूँ कि मध्य प्रदेश के विकास को और मध्य प्रदेश के भविष्य को निगाह में रख कर चुनाव की तैयारी करें और सही समय पर सही जगह ऊँगली रखकर नए मध्यप्रदेश के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करें। 3 दिसंबर को मध्यप्रदेश में जनता की सरकार की विजय पर मोहर लग जायेगी। ” ये भी पढ़े- MP समेत अन्य चुनावी राज्यों में दोपहर 12 बजे से लगाई गई आचार संहिता

मध्य प्रदेश में दोपहर 12 बजे से लगाई गई आचार संहिता

मध्य प्रदेश में आज दोपहर 12 बजे भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस कर मध्यप्रदेश सहित पांच चुनावी राज्यों में होने वाले विधान सभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है, साथ ही सभी राज्यों में आचार संहिता लागु कर दिया गया है। निर्वाचन आयोग द्वारा पूरे चुनाव का शेड्यूल निकाला गया है जिसमें सभी राज्यों में होने वाले चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। सभी राज्यों में पोलिंग बूथ की संख्याओं के साथ चुनाव कितने चरण में होंगे और इसके रिजल्ट कब तक आएंगे उसकी भी घोषणा कर दी गई है। एक चरण में होगा मध्य प्रदेश में चुनाव निर्वाचन आयोग द्वारा बताया गया है की मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को एक चरण में विधानसभा चुनाव होगा और 3 दिसंबर को रेज़ल्ट अनाउंस कर दिया जायेगा।आपको बता दें चुनाव आयोग द्वारा आचार संहिता लागु करने के साथ ये निर्देश जारी किये गए है की इन दिनों नेताओं द्वारा कौन से कार्य किये जा सकते है कौन से नहीं। आचार संहिता लगने के बाद सरकार कोई नई योजना लांच नहीं कर सकती है। हालाँकि जिन योजनाओं और विकास कार्यों को पहले ही शुरू कर दिया था और जिनके टेंडर निकलकर वर्क ऑर्डर जारी हो चुके हैं, वे विकास कार्य कराए जा सकेंगे. लेकिन कोई नए कार्यों की घोषणा अब सरकार नहीं कर सकेगी। मध्य प्रदेश में राजनितिक दल किसी भी राजनीतिक प्रचार के लिए सरकारी धन और संसाधनों का उपयोग नहीं कर सकते। वहीं किसी भी नेता द्वारा आम नागरिक को धमकाना या उसका उत्पीड़न करना गंभीर अपराध माना जायेगा। किसी भी प्रकार की हिंसा या भेदभाव नहीं कर सकते। जातिवाद, धर्म, लिंग या क्षेत्रीयता से संबंधित बयान बाजी नहीं कर सकते। नेताओं द्वारा जनता को गलत या भ्रामक जानकारी देना दंडनीय है। धार्मिक स्थलों का राजनीतिक गतिविधियों के लिए प्रयोग नहीं कर सकते।टिकट के दावेदार या प्रत्याशी नेता नागरिकों को किसी भी प्रकार का लालच या भय नहीं दिखा सकते। ये भी पढ़े-एमपी में लागू हुई आचार संहिता , विधानसभा चुनाव का पूरा शेड्यूल हुआ जारी

भारत निर्वाचन आयोग ने जारी किया विधानसभा चुनाव का पूरा शेड्यूल

2023 विधानसभा चुनाव को लेकर पांचो राज्यों में आदर्श आचार संहिता लगा दी गई है। भारत निर्वाचन आयोग ने प्रेस कांफ्रेंस कर राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनावों की तारीख का ऐलान कर दिया। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि छत्तीसगढ़ में दो फेज में 7 और 17 नवंबर को वोटिंग होगी। इसके अलावा मध्य प्रदेश में 17 नवंबर और राजस्थान में 23 नवंबर को सिंगल फेज में वोटिंग होगी। वहीँ, मिजोरम में 7 नवंबर और तेलंगाना में 30 नवंबर को एक ही फेज में वोटिंग होगी। पांचों राज्यों के चुनाव परिणाम का एलान 3 दिसंबर को किया जाएगा। पांचों राज्यों में कुल वोटर्स कांफ्रेंस के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि पांचों राज्यों में कुल 16.14 करोड़ मतदाता हैं। जिनमें 8.2 करोड़ पुरुष मतदाता शामिल है , तो वहीँ 7.8 करोड़ महिला मतदाता होंगी। इसके अलावा 17.34 लाख दिव्यांग वोटर्स है।साथ ही 80 से अधिक उम्र के 24. 7 लाख लोग है। आपको बता दे , इस बार 60.2 लाख नए मतदाता पहली बार वोट डालेंगे। विधानसभा चुनाव की बड़ी बातें 5 राज्यों की 679 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी जिनके लिए 1.77 लाख पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। 17734 मॉडल बूथ होंगे , 621 पोलिंग बूथों को दिव्यांग कर्मचारी संभालेंगे। 8192 पोलिंग बूथों पर महिलाएं कमान संभालेंगी। 1.01 लाख पोलिंग बूथ पर वेबकास्टिंग होगी। आदिवासियों के स्पेशल बूथ होंगे। 2 किलोमीटर के अंदर पोलिंग बूथ होंगे। “सी विजिल ऐप ” से चुनावी गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। लोग ऐप के जरिए शिकायत कर सकेंगे। आपको बता दें , मध्य प्रदेश में 230 सीटों पर चुनाव होगा।वही राजस्थान में 200 ,छत्तीसगढ़ में 90 , तेलंगाना में 119 और मिजोरम में 40 सीटों पर मतदान होगा। ये भी पढ़े- CM शिवराज ने MP में आचार संहिता लगने के कुछ समय पहले किया ये ऐलान

CM शिवराज ने MP में आचार संहिता लगने के कुछ समय पहले किया ये ऐलान

आज यानि 9 अक्टूबर को मध्यप्रदेश के साथ 4 राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारिख का ऐलान हो जाएगा. आचार संहिता लगने से ठीक कुछ घंटे पहले मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कई बड़ी घोषणाओं का ऐलान किए है. आचार संहिता लगने के बाद कोई भी पार्टी या सरकार किसी भी योजना या नए काम की घोषणा नही कर सकती है. इस बात को ध्यान में रखते हुए. आज शिवराज ने मध्यप्रदेश के तीन जिलों पन्ना, कटनी और बैतूल में सरकारी मेडिकल कॉलेज बनाने का आदेश जारी कर दिया है. ये घोषणा आचार संहिता लागू होने के ठिक पहले की गई है. एक बार फिर सिहोर की जनता के सामने सीएम शिवराज सिंह चौहान भावुक हो गए. बोले मै खुद को बड़ा सौभाग्यशाली मानता हूं, कि मध्यप्रदेश की जनता ने मुझे हमेशा अपने परिवार का सदस्य समझा और इतना प्यार दिया. उन्होने बोला मैं इस प्यार का कर्ज मरते दम तक चुकाउंगा और अपने परिवार की सेवा करूंगा. यह मेरा मध्यपर्देश की जनता से वादा है. 2023 के चुनाव में युवा मतदाता करेंगे MP का भविष्य तय किसी भी चुनाव में नेता युवा मतदाता पे ज्यादा ध्यान देते है. क्योकि चुनाव में युवा मतदाताओं की भूमिका निर्णायक मानी जाती है. मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि दो महीने तक किए गए पुनरीक्षण में 24 लाख 33 हजार 965 नए मतदाता जोड़े गए हैं. वहीं 7 लाख 50 हजार 175 नाम हटाए गए हैं. इस आकड़े के हिसाब से देखा जाए तो 16 लाख 83 हजार 790 मतदाता बढ़ें हैं. 18-19 की उम्र के 22 लाख 36 हजार 564 वोटर एैसे है जो पहली बार विधानसभा चुनाव में वोट डालेंगे. निर्वाचन आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक 100 की उम्र पार करने वाले मतदाता की संख्या 5124 है. वहीं 80 की उम्र पार करने वाले वोटरों की संख्या करीब 6 लाख 53 हजार 640 है. ये भी पढे- मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज ने जनता से पुछा विधानसभा ‘चुनाव लड़ूं या नहीं’?