कांग्रेस के साथ साथ अब I.N.D.I.A. गठबंधन में भी फुट, क्या है इसके कारण
हम आपको बता दे कि दिल्ली में शरद पवार के निवास पर हुई कई घंटो की बैक के बाद ये तय किया गया था कि चुनावी राज्य मध्य प्रदेश में इंडिया गठबंधन की पहली बड़ी रैली की जाएगी. उस समय कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने खुद मीडिया से बात करते हुए उस रैली का ऐलान किया था. लेकिन अब कमलनाथ ने साफ इनकार कर दिया है कि जो इंडिया गठबंधन की पहली रैली भोपाल में होने वाली थी, वो कैंसील कर दी गई है. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि मल्लिकार्जुन खड़गे से बात करने के बाद ही आगे का कोई फैसला लिया जाएगा, अभी बातचीत जारी है. अब इस रैली के कैंसिल होने के बाद लोगों के मन में सवाल उठ रहा है कि क्या इंडिया गठबंधन में सब कुछ ठीक चल रहा है? क्या सौफ्ट हिन्दुत्व की राजनिती करने वाले कमालनाथ इंडिया गठबंधन से दुर भाग रहे है? क्या इंडिया गठबंधन के लिए मुश्किलें खड़ी करेगा सनातन विवाद बात यह है कि स्टालिन की पार्टी डीएमके भी विपक्षी गठबंधन का हिस्सा है. उदयनिधि स्टालिन के द्वारा जब सनातन धर्म को डेंगू एवं मलेरिया कहा गया तो सीधे कांग्रेस पर बात आ गई. इसी पे CM शिवराज ने कहा की कांग्रेस में इन दिनों लट्ठम लट्ठ मचा हुआ है. आपस में ही लड़ रहे हैं. कमलनाथ कई बार खुद को सनातनी और हनुमान भक्त बता चुके हैं. कई बड़े धार्मिक आयोजन भी करा चुके हैं, अब इंडिया गठबंधन की रैली होने से जाहिर है इन सारी मेहनत पर असर पड़ता है. फिर रैली कैंसिल होने की जानकारी भी कमलनाथ ने खुद ही दी है.
50 साल पुरानी अनोखी परंपरा , साड़ी चढ़ाने से शांत होती नदी
भारत विविधताओं का देश है यहाँ कई जाति और बोलियां बोली जाती है। सभी समाज की अलग- अलग परम्पराएं हैं और कई ऐसी परम्पराएं है जो बस चली आ रही ही। कई जगह ऐसी है जहां बड़ी अजीबोगरीब और अनोखी परंपरा देखने को मिलती है। कई मान्यताएं भी है जो कई सालों से चलती आ रही है। हम आपको बताते है 50 साल पुराणी एक ऐसी ही मान्यता। इस मान्यता के अनुसार ताप्ती नदी जब रौद्र रूप में होती है तो माँ ताप्ती की विधिवत पूजा करने से वो शांत होने लगती है। दरअसल ,जिले में ताप्ती नदी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। ताप्ती नदी के किनारे बसे आधा दर्जन से अधिक घाट जलमग्न हो गए हैं। अब ऐसे रौद्र रूप को शांत करने के लिए 50 साल पुरानी मान्यता के अनुसार आज भी जिले के जनप्रतिनिधि और क्षेत्र वासियों द्वारा मां ताप्ती की विधि विधान के साथ पूजा अर्चना कर साड़ी चढ़ा कर पानी कम हो इसकी प्रार्थना की गई। साड़ी चढ़ाने से कम होता है पानी जिले के समाजसेवी अतुल पटेल और हीरालाल बडगुजर ने जानकारी दी कि “50 साल पुरानी यह परंपरा है। जब भी मां ताप्ती अपना रौद्र रूप धारण करती है, तो शांत करने के लिए पूजा अर्चना कर साड़ी चढ़ाई जाती है जिससे ताप्ती नदी का जलस्तर कम होता है। ” बता दें , ताप्ती नदी खतरे के निशान से 10 मीटर ऊपर बह रही है। ऐसे में कई घर जलमग्न हो गए है। यह खतरा भी साबित हो सकता है। ताप्ती नदी खतरे के निशान के नीचे आ जाए इसके लिए महाजनपेठ क्षेत्र वासियों द्वारा मां ताप्ती की पूजा अर्चना कर साड़ी चढ़ाई गई। 50 साल पहले शुरू हुई थी अनोखी परंपरा समाजसेवी माधुरी अतुल पटेल और अर्चना चिटनीस ने जानकारी देते हुए कहा कि करीब 50 साल पहले भुस्कुटे सरकार द्वारा ताप्ती नदी ने अपना रौद्र रूप दिखाया था। तो उनके द्वारा पूजा अर्चना कर साड़ी चढ़ाई गई थी जिसे ताप्ती नदी का जल कम हो गया था. तब से यह परंपरा चली आ रही है। खतरे के निशान से ऊपर बह रही नदी ताप्ती नदी खतरे के निशान से 10 मीटर ऊपर बह रही है। ताप्ती नदी के आधा दर्जन घाट जलमग्न हो गए हैं जिसमें राजघाट, सतियारा घाट, खातू घाट, पीपल घाट, नागझिरी घाट, खलखली घाट जलमग्न हो गए हैं। ये भी पढ़ें- मध्य प्रदेश के ककनमठ मंदिर के पत्थर आज भी हवा में लटके हुए दिखाई देते हैं .
बारिश से मध्य प्रदेश हुआ पानी-पानी,इन जगहों पर रेड अलर्ट जारी..
मध्य प्रदेश में बारिश का कहर जारी है. हर तरफ बुरा हाल है. लोगों के घरों तक पानी आ पहुंचा है साथ ही जगह-जगह भारी तबाही देखने को मिल रही है. कई शहरों और इलाकों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है. नदियां उफान पर है वहीं कई डैम के गेट को खोल दिए है. मध्यप्रदेश में बारिश से कई स्थानों पर जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मौसम विभाग के अनुसार, इन स्थानों पर अभी 48 घंटे और ऐसी ही स्थिति बनी रहने की संभावना है। दरअसल, पश्चिम मध्यप्रदेश से गुजर रही मानसून टर्फ लाइन और एक अन्य टर्फ लाइन के मिल जाने से अति बारिश देखने को मिल रही है। आगामी दो दिन और ऐसी ही स्थिति बनी रह सकती है, जिसके चलते रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, धार और इंदौर जिले में रेड अलर्ट जारी किया गया है।वहीं, खरगोन, बड़वानी, उज्जैन और मंदसौर जिले में मौसम विभाग का ऑरेंज अलर्ट है। इसके साथ ही बुरहानपुर, खंडवा, आगर-मालवा, देवास और नीमच जिले में येलो अलर्ट किया गया है। आगे 18 सितंबर तक यह सिस्टम गुजरात की तरफ बढ़ जाएगा, जिसके बाद बारिश में राहत की उम्मीद की जा सकती है। मध्य प्रदेश में भारी बारिश से कई जिलों के हालात खराब मौसम विभाग ने सूबे में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। मध्य प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण हालात खराब हो गए हैं। विभाग का कहना है कि सूबे में 18 सितंबर तक मौसम खराब रहेगा। इंदौर में शुक्रवार शाम से रुक-रुक कर बारिश हो रही जिसके कारण कई इलाकों में पानी भर गया है। ये भी पढ़ें- जिन कामों को करने का किसी ने सोचा भी नहीं वो पीएम मोदी ने कर दिखाए सूबे के अन्य हिस्सों में भी बीते 48 घंटों से रुक-रुक कर हो रही मूसलाधार बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। धार का खरगौन से संपर्क कट गया है। धार के रिहायशी इलाकों में पानी भर गया है। छिंदवाड़ा जिले में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। आठ जिलों में रेड अलर्ट मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान सूबे के इंदौर और देवास समेत 8 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इंदौर, देवास, खरगोन, धार, झाबुआ, बुरहानपुर, बडवानी और अलीराजपुर में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया। चिंता की बात यह कि अगले 48 घंटे के दौरान राहत के कोई आसार नहीं हैं। मौसम विभाग की ओर से 16 और 17 तारीख को रेड अलर्ट जारी किए गए हैं। लोगों का कहना है कि इंदौर शहर में सितंबर महीने में 61 साल में कभी ऐसी बारिश नहीं देखी गई। इंदौर में बिगड़े हालात इंदौर में शुक्रवार शाम से लगातार हो रही बारिश के कारण हालात बिगड़ गए हैं। कई इलाके जलमग्न हैं। स्थानीय पुलिस और एनडीआरएफ के जवानों ने मोर्चा संभाल लिया है। जलमग्न इलाकों से लोगों को निकाला जा रहा है। इंदौर शहर के कबूतर खाना निचली बस्ती इलाके में नावें चल रही हैं। ये भी पढ़ें- पीएम मोदी ने 10 सालों में किस तरह मनाया अपना जन्मदिन,जानिए एनडीआरएफ के जवान नावों से लोगों को निकाल रहे है। नगर निगम, जिला और पुलिस प्रशासन अलर्ट पर हैं। नगर निगम की ओर से जलमग्न इलाकों में फंसे लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। जलमग्न इलाकों में लोगों को फूड पैकेट तैयार कर पहुंचाए जा रहे हैं। छिंदवाड़ा में हाई अलर्ट छिंदवाड़ा जिले में पिछले 72 घंटे से भारी बारिश हो रही है।बारिश से नदी नाले उफान पर है। प्रशासन ने जिले में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। लोगों को नदी नालों के करीब जाने से मना किया जा रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि छिंदवाड़ा में भारी बारिश का सिलसिला अगले 24 घंटे तक जारी रह सकता है। सोंसर में सबसे ज्यादा आठ इंच बारिश रिकॉर्ड की गई है। झाबुआ जिले में स्कूल कॉलेज बंद, अलर्ट जारी समाचार एजेंसी वार्ता की रिपोर्ट के मुताबिक, मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में बीते 24 घंटों से भारी बारिश हो रही है। इसकी वजह से माही, अनार, पम्पावती पदमावती, नौगांवा सुनार आदि नदियां उफान पर हैं। नालों पर बने रपटों के ऊपर से पानी बह रहा है। भारी बारिश से रेल यातायात भी बाधित हुआ है। भारी बारिश को देखते हुए जिला कलेक्टर तन्दी हुडा ने सभी प्रशासनिक अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिये हैं। कलेक्टर ने जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है। धार का कटा संपर्क सूबे के कई हिस्सों में भारी बारिश ने पिछले कई वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। भारी बारिश के कारण मध्य प्रदेश के धार जिले का खरगोन से संपर्क कट गया है। आलम यह है कि खरगोन के ग्राम दहिवर में कारम नदी के पुल पानी में डूब गया है। नदी का पानी पुल से करीब चार फीट ऊपर से बह रहा है। रास्ता बंद हो चुका है जिससे पुल के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं। धार में भी भारी बारिश से हालात खराब हैं। रिहायशी इलाकों में डेढ़ फुट से ज्यादा पानी भर गया है।आलम यह है जिले के धारेश्वर मंदिर के गर्भगृह तक पानी भर गया है। उज्जैन में उफान पर क्षिप्रा उज्जैन जिले में भारी बारिश से क्षिप्रा नदी उफान पर है। शहर के रामघाट पर मंदिर डूब गया है। शहर की निचली बस्तियों में पानी भर गया है। उज्जैन बड़नगर मार्ग बन्द हो गया है। शहर के निचले इलाकों में पानी भर गया है। एनडीआरएफ के जवान नावों के जरिए लोगों को निचले इलाकों से निकाल रहे हैं। सूबे के मंत्री मोहन यादव ने भी निचले इलाकों का जायजा लिया और लोगों से घरों को खाली करने की अपील की। वहीं लोग कमर तक पानी में खड़े नजर आए। बैतूल के भीमपुर में एक दिन में 17 इंच बारिश बैतूल जिले में दो दिन लगातार बारिश से हालात बिगड़ गए हैं। बारिश ने जिले में बीते कई साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। जिले के भीमपुर में एक दिन में 445 मिमी (17.8 इंच) बारिश दर्ज की गई है। वहीं जिला मुख्यालय बैतूल में बीते 24 घंटे में 197.2 मिमी (8 इंच)
यह है वह 7 मौके जब प्रधान मंत्री मोदी हुए भावुक
17 सितंबर 1950 को उत्तरी गुजरात के मेहसाणा जिले के छोटे-से शहर वडनगर में पैदा हुए प्रधान मंत्री मोदी आज 72 साल के हो गये हैं. जन्मदिन के शुभ अवसर पर उन्हें भारत देश से ही नहीं बल्कि विदेश से भी शुभकामनाएं मिल रही हैं. भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेताओं से लेकर पार्टी के कार्यकर्ताओं तक बड़े ही जोर शोर से पीएम मोदी के जन्मदिन का जश्न मना रहे है. बीजेपी पार्टी पीएम मोदी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में 17 सितंबर से लेकर 2 अक्टूबर तक ‘सेवा पखवाड़ा’ मना रही हाल ही में एक सर्वे के मुताबित यह पता चला है कि पॉपुलेरिटी में मैक्सिको के राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज और इटली के पीएम मारियो ड्रैगी भी पीएम मोदी से पीछे हैं. नरेंद्र मोदी एकमात्र ऐसे नेता हैं, जो अपने जन्मदिन के मौके पर भी काम करना पसंद करते हैं. नरेंद्र मेदी प्रधानमंत्री होने के साथ ही बेहद भावुक एवं दयालु इंसान है, जिसे देश ने कई मौकों पर देखा भी है. ऐसे कई मौके आए जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भावनाओं ज्वार को संभाल नहीं पाए और उनकी आंखे नम हो गई. यह पहला मौका जब प्रधान मंत्री मोदी भावुक हुए साल 2014 की बात है. जब मोदी जी ने बीजेपी को लोकसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत दिलाया था. फिर 20 मई 2014 को नरेंद्र मोदी बीजेपी संसदीय दल के नेता चुने गये. यह वो पहला मौका था. जब देश ने पीएम नरेंद्र मोदी को सार्वजनिक तौर पर भावुक होते हुए. मोदी जी ने बोलते-बोलते सिर झुका लिया और उनकी आंखें भर आई. फिर पानी पिया और अपनी बात आगे जारी रखी. उस वक्त उनका गला भरा हुआ था. दूसरा मौका जब ‘मां’ को लेके अमेरिका में भावुक हुए पीएम मोदी यह 2015 का साल था जब अमेरिका में फेसबुक टाउन हॉल में बैठक चल रही थी. इस दौरान अपनी माता को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भावुक हो गये और वहा बैठे सभी लोगों ने उनका यह रूप देखा. यह बात 28 सितंबर 2015 की है. मोदी जी बताने लगे की उनकी माता जी कि उम्र 90साल है. आज भी अपने सारे काम खुद करती हैं. जब हम छोटे थे वो हमारा गुजारा करने के लिए अड़ोस-परोस के घरों में बर्तन साफ करना, पानी भरना और मजदूरी करना आप कल्पना कर सकते हैं कि एक मां ने अपने बच्चों को बड़ा करने के लिए कितना कष्ट उठाया.’ इस दौरान उनका गला भार आया था. तीसरा मौका जब गोवा में भावुक हुए प्रधान मंत्री मोदी. साल 2016 में गोवा में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी कि आंख भर आइ. मोदी जी बोले- मैं जानता हूं कैसे-कैसे लोग मेरे खिलाफ हो जाएंगे. मुझे जिंदा नहीं छोड़ेंगे. मुझे बर्बाद करके रहेंगे उनको जो करना है करें में अपना कर्तव्य करता रहुंगा. ये भी पढ़ें- जिन कामों को करने का किसी ने सोचा भी नहीं वो पीएम मोदी ने कर दिखाए यह चौथा मौका जब दिल्ली में पुलिसवालों की शहादत पर भावुक हुए 21 अक्टूबर 2018 को दिल्ली में 35 हजार पुलिसकर्मियों की शहादत को याद करते हुए पीएम मोदी भावुक हो गये. इस दौरान पीएम मोदी कि जुबान लड़खड़ा उठी और गला रुंध आया. पांचवां मौका जब एक महिला ने भगवान से की पीएम मोदी की तुलना हाल ही कि बात है जब एक महिला ने पीएम मोदी की तुलना भगवान से की तो वो भावुक हो गये. महिला ने कहा- मोदी जी मैंने आज तक भगवान को तो नहीं देखा लेकिन आपको ईश्वर के रूप में देखा है. और यह कहते ही वह महिला भी रो उठीं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भावुकता से सिर नीचे कर लिया. छठवा मौका 2021 में कोरोना वायरस वैक्सीनेशन के दौरान भावुक हुए पीएम मोदी पीएम मोदी इस दौरान कोरोना महामारी से हुई मौतों और नुकसान की बात कर रहे थे. तब वह भावुक हो उठे. यह 16 जनवरी 2021 बात है. यह सातवा मौका गुजरात में दिव्यांग से बात चित के दौरान भावुक हुए मोदी इसी साल हाल ही में एक दिव्यांग बेटी की बात सुनकर भावुक हो गए. उनकी आंखें नम हो गईं. यह बात है जब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गुजरात के भरूच में उत्कर्ष समारोह में हिस्सा ले रहे थे. सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों में से एक अयूब पटेल से पीएम मोदी बात कर रहे थे. तभी अयूब पटेल की ने भी बात किया मोदी जी से पीएम मोदी ने लड़की से पूछा कि बेटी आपका क्या सपना है? लड़की ने कहा कि मैं डॉक्टर बनना चाहती हु. इतना कहते ही वो रोने लग गई. लड़की को रोता देख प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी भावुक हो उठे. ये भी पढ़ें- पीएम मोदी ने 10 सालों में किस तरह मनाया अपना जन्मदिन,जानिए
जिन कामों को करने का किसी ने सोचा भी नहीं वो पीएम मोदी ने कर दिखाए
नरेंद्र मोदी। …. एक ऐसा नाम…. .जो आज हर किसी की ज़बान पर है और अपने कार्यों से हमेशा चर्चा में बना रहता है। ख़ास बात तो ये है की सर्फ समर्थक ही नहीं विरोधी भी मोदी नाम की माला जपते है। नरेंद्र मोदी को 2024 में प्रधानमंत्री बने 10 साल पुरे हो जाएंगे। इन 10 सालों में मोदी ने कई ऐसे महत्पूर्ण और ऐतिहासिक फैसले लिए जिनसे भारत को एक नई दिशा मिली । सबका साथ का नारा देने वाले पीएम दिखा चुके है की वह किसी भी परिस्तिथि में कड़े से कड़ा फैसला ले सकते है। आइये आपको।।।। प्रधानमंत्री के कुछ ऐसे फैसलों की बात करते है जिन्होंने भारत की दिशा और दशा बदल दी . सर्जिकल स्ट्राइक 2016 18 सितंबर 2016 को जम्मू-कश्मीर के उरी कैंप में सुबह 5.30 बजे जैश-ए-मोहम्मद के चार आतंकवादियों ने भारतीय सेना के ब्रिगेड हेडक्वॉटर्स पर हमला कर दिया था. इस हमले में भारत के 18 जवान शहीद हुए थे. इस हमले के ठीक 10 दिन बाद पाकिस्तान से बदला लिया गया था. इसके लिए एक सीक्रेट ऑपरेशन चलाया गया जिसे सर्जिकल स्ट्राइक का नाम दिया गया. 28-29 सितंबर 2016 की रात पहली बार देश ने सर्जिकल स्ट्राइक की. भारत के पैरा कमांडो का एक दल पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में दाखिल हुआ. करीब 3 किलोमीटर अंदर घुसने के बाद पीओके में मौजूद तमाम आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया. इस पूरे हमले में करीब 50 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे। बालाकोट एयर स्ट्राइक 14 फरवरी 2019 को जम्मू और कश्मीर के पुलवामा में पाकिस्तान समर्थित जैश-ए-मोहम्मद के हमलावरों द्वारा सीआरपीएफ के काफिले को निशाना बनाया गया था. उस समय CRPF के 78 वाहनों का काफिला जम्मू से श्रीनगर का सफर तय कर रहा था. इस काफिले में करीब 2500 जवान थे. उस समय एक आतंकी ने CPRF के काफिले में विस्फोटक लेकर जा रहे एक वाहन को टक्कर मार दी थी. इस विस्फोट में 40 जवान शहीद हो गए थे. दो सप्ताह बाद 26 फरवरी 2019 को भारत ने बालाकोट एयरस्ट्राइक करके जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों को ढेर कर दिया था. आर्टिकल 370 आर्टिकल 370 के फैसले को सरकार की बड़ी उपलब्धियों में से एक माना जाता है. 5 अगस्त 2019 को संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर खंडों को समाप्त कर दिया था जो जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करते थे. इसी के साथ जम्मू-कश्मीर में देश के वो सभी कानून लागू हो गए, जिन्हें 70 साल तक लागू नहीं किया जा सका. वहां के लोगों को केंद्र सरकार की योजनाओं का फायदा मिलने लगा. साथ ही जम्मू-कश्मीर का अलग झंडा हटाकर अब वहां के सरकारी दफ्तरों में तिरंगा लहराने लगा. CAA-NRC नागरिकता संशोधन कानून यानी CAAअल्पसंख्यकों के लिए भारतीय नागरिकता देने का रास्ता खोलता है, जो भारत के तीन पड़ोसी देशों पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से उत्पीड़न या किसी और कारण से अपना देश छोड़कर यहां आए हों. वहीं NRC नागरिकों का राष्ट्रीय रजिस्टर है, जो भारत से अवैध घुसपैठियों को निकालने के उद्देश्य से लाया गया. NRC के तहत, एक शरणार्थी भारत का नागरिक होने के योग्य है अगर वाे ये साबित कर दे कि वो या उनके पूर्वज 24 मार्च 1971 को या उससे पहले भारत में थे. तीन तलाक मोदी सरकार ने 30 जुलाई 2019 में तीन तलाक विधेयक पारित किया था, जिसके बाद मुस्लिम समाज में तीन तलाक देना अपराध की श्रेणी में आ गया है.इस विधेयक को मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक 2019 के नाम से जाना जाता है. भारत के मुस्लिम समाज में प्रचलित तीन तलाक की प्रथा पति को एक बार में एक साथ तीन बार तलाक बोलकर पत्नी से निकाह खत्म करने का अधिकार देती है।2016 में तीन तलाक पीड़ित पाँच महिलाओं ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी। सुनवाई के लिये 5 सदस्यीय विशेष बेंच का गठन किया गया। सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार ने लैंगिक समानता और धर्मनिरपेक्षता के आधार पर तीन तलाक का विरोध किया। सुप्रीम कोर्ट ने अगस्त 2017 में फैसला सुनाते हुए तीन तलाक को असंवैधानिक और कुरान के मूल सिद्धांतों के खिलाफ बताया। शीर्ष अदालत ने इसे भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14 और 21 का उल्लंघन बताया, जो सभी नागरिकों को समानता का अधिकार देता है। इस अध्यादेश में तीन तलाक को अपराध घोषित करते हुए पति को तीन साल तक की जेल और जुर्माना लगाने का प्रावधान है। जीएसटी 30 जून और 1 जुलाई की रात को संसद के सेंट्रल हाल में आयोजित समारोह में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने GST लॉन्च किया था और 1 जुलाई 2017 से इसे देशभर में लागू कर दिया गया. जीएसटी लागू करने का मकसद देश में ‘एक देश-एक मार्केट-एक टैक्स’ विचार को मूर्तरूप देना था. जीएसटी लागू होने से… ये भी पढ़ें- पीएम मोदी ने 10 सालों में किस तरह मनाया अपना जन्मदिन,जानिए
पीएम मोदी ने 10 सालों में किस तरह मनाया अपना जन्मदिन,जानिए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपना 73वां जन्मदिन मना रहे हैं. इस खास मौके पर देश और दुनिया भर के तमाम नेता उन्हें बधाई दे रहे हैं. पीएम मोदी के जन्मदिन के अवसर पर बीजेपी सेवा पखवाड़ा मना रही है. कई जगहों पर बीजेपी द्वारा आज रक्तदान शिविरों का आयोजन भी किया गया है. जन्मदिन पर पीएम देंगे ये सौगात अपने जन्मदिन पर, मोदी नई दिल्ली के द्वारका में ‘यशोभूमि’ के नाम से मशहूर इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (IICC) के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे। इसके अतिरिक्त, वह द्वारका सेक्टर 21 को द्वारका सेक्टर-25 में नवनिर्मित मेट्रो स्टेशन से जोड़ने वाली दिल्ली एयरपोर्ट मेट्रो स्टेशन से जोड़ने वाली दिल्ली एयरपोर्ट मेट्रो एक्सप्रेस लाइन के विस्तार को राष्ट्र को समर्पित करेंगे. पीएम के जन्मदिन पर ये कार्यक्रम हैं प्रस्तावित आज विश्वकर्मा जयंती भी है. ऐसे में आज सरकार विश्वकर्मा योजना की शुरुआत करने जा रही है जिसका ऐलान 2023-24 के केंद्रीय बजट में किया गया था। सरकार इस योजना में 13,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी जिसमें सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय नोडल मंत्रालय के रूप में कार्यरत है. स्वाथ्य मंत्रालय पीएम मोदी के जन्मदिन पर आयुष्मान भव: कार्यक्रम शुरू करने जा रहा है. इसके अलावा, भाजपा एक ‘सेवा पखवाड़ा’ कार्यक्रम शुरू करेगी जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों तक पहुंचना और देश भर में विभिन्न कल्याणकारी गतिविधियों का आयोजन करना शामिल है. कई जगह पार्टी कार्यकर्ताओं ने रक्तदान शिविरों का भी आयोजन किया है. पिछले 10 सालों के जन्म दिवसों की बात करें तो उन्होंने जनता के साथ एक आम आदमी की तरह अपना बर्थडे मनाया तो है ही साथ में वे हर साल कुछ ऐसा भी ज़रूर करते हैं जो देश जनता के हित में होता है । आइये इसी क्रम में हम जानेंगे पिछले 9 सालों में उनके द्वारा कार्य साथ ही हम जानेंगे उन्होंने कैसे अपना बर्थडे सेलिब्रेट किया। साल 2022 1.साल 2022 में प्रधानमंत्री मोदी मध्य ने प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में में विदेश से लाए गए आठ चीतों को छोड़ा पीएम मोदी ने गुजरात के अहमदाबाद में मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ 72 किलो का केक काटकर जन्म दिवस मनाया था। उस दौरान सैकड़ों लोग मौजूद थे। ये भी पढ़ें- मध्य प्रदेश के ककनमठ मंदिर के पत्थर आज भी हवा में लटके हुए दिखाई देते हैं .साल 2021 2.साल 2021 में प्रधानमंत्री का 71वां जन्म दिवस था। उस दौरान देश और दुनिया में कोरोना चल रहा था। ऐसे में पीएम मोदी ने जन्मदिन के अवसर पर जनता को 2.26 करोड़ टीकाकरण किए। इसके अतिरिक्त, मोदी को उपहार में दिए गए स्मृति चिन्हों के लिए एक ई-नीलामी आयोजित की गई. वहीं, इस अवसर पर भाजपा ने स्वच्छता अभियान और स्वास्थ्य कैंप कई कार्यक्रमों की योजना बनाई थी। बता दें, स्वच्छता अभियान की विपक्ष के कई नेता तारीफ भी कर चुके। .साल 2020 3.साल 2020 में भी देश कोरोना की लहर से जूझ रहा था। ऐसे में भाजपा ने इस अवसर को सेवा सप्ताह के रूप में मनाया, जिसमें पीएम मोदी ने जनता की मूल आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हए कई योजनाओं को प्रारंभ किया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने मोदी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में जरूरतमंदों को राशन वितरित किया और रक्तदान शिविर आयोजित किए. .साल 2019 4.साल 2019 में प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी मां हीराबेन का आशीर्वाद लिया और फिर अपने जन्मदिन पर गुजरात के केवड़िया में ‘नमामि नर्मदे’ उत्सव में भाग लिया। उन्होंने ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के पास एक सार्वजनिक सभा को भी संबोधित किया और छात्रों से मुलाकात की। .साल 2018 5.साल 2018 में प्रधानमंत्री ने अपना जन्म दिवस आम नागरिकों के बीच अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का दौरा किया था और काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की, इस दौरान उन्होंने काशी विद्यापीठ ब्लॉक के रोहनिया में नरौर प्राथमिक विद्यालय के छात्रों से भी मुलाकात की और कई उपहार भी भेंट किए। साल 2017 6.साल 2017 में भी प्रधानमंत्री मोदी ने अपना जन्म दिवस गुजरात में छात्रों के साथ मिलकर मनाया। पीएम मोदी ने उस दौरान एक लंबा समय माता हीराबेन के साथ व्यतीत किया था। इसके साथ ही पीएम मोदी मार्शल अर्जन सिंह के घर गए थे, जिनक अवसान 16 सितंबर, 2015 को हुआ था। साल 2016 7.साल 2016 में पीएम मोदी ने अपना 66वां जन्मदिवस दिव्यांग व्यक्तियों के साथ मिलकर मनाया था। उन्होंने उस दौरान छात्रों को स्कूल की मूल जरूरतों का सामान भी सौंपा था, यही कारण है कि 17 सितंबर को सेवा दिवस के रूप में जाना जाता है। साल 2015 8.साल 2015 में प्रधानमंत्री ने अपना 65वां जन्म दिवस सेना सेना स्मारक को विजिट करते हुए मनाया। उन्होंने 1965 के इंडो-पाक युद्ध के योद्धाओं तथा सशस्त्र बल के सैनिकों की वीरता को याद करते हुए सरहाया था। साल 2014 9.साल 2014 में पीएम मोदी को जन्म दिवस के अवसर पर मां ने 5001 रुपए उपहार स्वरूप दिए थे। जिसे प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर बाढ़ राहत कोष में दान दिया था। ये भी पढ़ें- सनातन धर्म शाश्वत कर्तव्यों का समूह है, इसे हानि क्यों पहुंचानी’ मद्रास हाई कोर्ट