राजयोग भवन में मनायी गई दादी प्रकाशमणि जी की पुण्य तिथि
दादी प्रकाशमणि ने बनवाया था राजयोग भवन का विशाल हॉल: भोपाल के राजयोग भवन में ब्रह्मकुमारीज की दूसरी मुख्य प्रसाशिका दादी प्रकाशमणि को पुष्पांजलि अर्पित करने के निमित विशेष भोग लगाया गया. इस मौके पर राजयोग भवन की प्रमुख राजयोगिनी बी.के. अवधेश दीदी उपस्थित रही.उन्होंने बताया की राजयोग भवन का विशाल हॉल दादी जी के कहने पर बनवाया गया था. दरअसल जब राजयोग भवन का हॉल बनना था तब दादी का ही ये विचार था की ये हॉल बड़ा बनाया जाए और आज इतने लोग आते हैं की ये हॉल ही कम पड़ने लगा. उनका भोपाल आना भी भगवान का ही इशारा था. दीदी ने बताया की शिव बाबा ने ये कहा था की देश के दिल में नहीं गए तो कुछ भी नहीं किया. दादी को सभी ने अपने मन के श्रद्धा सुमन अर्पित किेए और उनके गुणों को जीवन में धारण करने का संक्ल्प लिया. सभी ने दादी को अर्पण किए गए स्नेह सुमन: दादी ने विशाल दिल वाली मां का पार्ट बजाया था और सभी को मां जैसा प्रेम देती थी. दादी ने संस्था के प्रथम संस्थापक प्रजापिता ब्रह्मा बाबा के देह त्यागने के बाद 1969 -2007 तक दादी जी संस्था की मुख्य प्रसाशिका रही लेकिन दादी के अंदर कोई रोब वा जोश नहीं आया. वो सदा ही भगवान का कार्य समझ कर काम करती रहीं और निमित्त बनकर संस्था को चलाया. उन्होंने अमीर गरीब सभी को समान रूप से आदर वा सम्मान दिया. इस अवसर पर बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे और सभी ने दादी के प्रति अपने मन के उद्गार प्रकट किए और दादी जी के गुणों को अपने जीवन में धारण करने का संकल्प लिया.