Aayudh

देश के दिल भोपाल में दिखा आजादी का अलौकिक जश्न

देश आजादी के 77वे साल में प्रवेश कर चुका है लेकिन आज भी कहीं ना कहीं लोग मानसिक परतंत्रता के बेङियाों में जकङा हुआ है. मानसिक गुलामी से आजादी दिलाने वाली संस्था ब्रह्माकुमारीज में अलौकिक अंदाज में आजादी का जश्न मनाया गया. सदा खुश रहना है सच्ची स्वतंत्रता: राजयोगिनी अवधेश दीदी आधत्मिकता की लॉ को पूरे विश्व में पहुंचाने वाली संस्था ब्रह्माकुमारीज राजयोग भवन में स्वर्णिम भारत को साकार करने के लक्ष्य को ध्यान में रखकर आजादी का जश्न मनाया गया.इस अवसर पर सभी ने एक विश्व एक परिवार के भाव को जागृत किया तथा सभी को आत्मिक दृष्टि से देखने का संकल्प लिया.ममता मई, करुणामई अवधेश दीदी जी का 73वा जन्मदिन भी मनाया गया. अवधेश दीदी ने अपना पूरा जीवन ईश्वरीय सेवा में समर्पित कर दिया था. उनके पिता के विरोध के बाबजूद दीदी ने अपना पूरा जीवन भारत को स्वर्णिम बनाने के लिए समर्पित कर दिया। दीदी पूरे भोपाल जोन का नेतृत्व करती हैं साथ ही मानव कल्याण के लिए देश भर में उनके नेतृत्व में अलग – अलग कार्यक्रमों का आयोजन होता रहता है जिसमें नशा मुक्ति भारत अभियान, दिव्यांग सशक्तिकरण और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसी योजनाएं शामिल हैं. उन्होंने अपने जन्मदिवस के अवसर पर सभी को ईशवरीय वरदानों से भरपूर किया. आजादी और अपने जन्मदिवस के अवसर पर दीदी ने सभी को वरदानों से भरपूर किया. उन्होंने कहा की हमें खुद को सदा खुश रखना है. चाहे कोई हमारे बारे में कैसी भी बातें बोली या कैसी भी परिस्थिति हमारे सामने आ जाए हमें अपनी मन की खुशी नहीं खत्म करनी है. भारत की संस्कृति देने की है. हमें सदा सभी को सुख देना है.हमें कर्तव्यपरायण मन अपने कर्मों को श्रेष्ठ बनाना है.भारत की संस्कृति सभी को सुख देने की है. देश के गौरवशाली इतिहास को दर्शाता सुंदर सांसकर्तिक प्रस्तुतियों ने सभी का मन मोह लिया. बी.के. अंकु दीदी ने सुंदर नृत्य के माध्यम से दीदी के ममतामयी स्वरुप को दर्शाया.