राहुल गाँधी का भाषण चलाने वाले स्कूल ने बच्चों को तिलक लगाने से रोका

मध्य प्रदेश के इंदौर के बाद अब आगर मालवा क्षेत्र से भी स्कूल में बच्चों को तिलक लगाकर आने पर रोकने का मामला सामने आया है .आगर मालवा जिले के डोंगरगांव के जय किसान स्कूल का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है जिसमे प्रिंसिपल कहती दिखाई दे रही है कि स्कूल में तिलक नहीं लगाने देंगे. मामले की जानकारी मिलने पर हिन्दू संगठनो सहित पुलिस स्कूल पहुंच. बच्चों को रोका स्कूल में तिलक लगाने से आगर मालवा क्षेत्र के अंतर्गत डोंगरगांव के जय किसान नामक एक स्कूल में जब बच्चे तिलक लगाकर आये तो प्रिंसिपल ने कहा कि स्कूल में टिका लगाकर नही आने देंगे जिसका विडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया.जिसके बाद हिन्दू संगठनों के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस स्कूल पहुँच गयी. स्कूल में कई देर तक चर्चा चली जिसके बाद स्कूल स्कूल प्रशासन ने लिखित तौर पर दिया कि किसी भी विद्यार्थी को तिलक लगाकर आने पर कोई प्रतिबन्ध नहीं है.इसी के साथ हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने बच्चों की क्लास में जाकर समझाया कि अगर कोई उन्हें तिलक लगाकर स्कूल आने से रोकता है तो बच्चे उन्हें सूचना दें. इसी स्कूल में दिया राहुल गाँधी ने भाषण आपको जानकार हैरानी होगी यह स्कूल सुसनेर विधानसभा के कांग्रेस के पूर्व विधयक वल्लभ भाई अंबावतीया के परिवार का है. इसी स्कूल में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांघी ने भी आमजनता को संबोधित कर भाषण दिया था. इंदौर में भी हुआ ऐसा मामला इसके पहले इंदौर में बच्चों को रोका स्कूल में तिलक लगाने से दराह्जसल यहाँ स्कूल में बच्चे के तिलक लगाकर आने पर शिक्षक ने मारा और फिर स्कूल से भगा दिया था.मामले की जानकारी मिलने पर शिक्षा विभाग ने स्कूल को चेतावनी देते हुई कहा था कि स्कूल को विद्यार्थियों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करना चाहिए साथ ही स्कूल में सर्व धर्म समभाव भी बरक़रार रखना चाहिए.इस के बाद स्कूल के प्रिंसिपल ने पत्र जरी किया जिसमे उसने लिखा कि तिलक लगाने पर स्कूल में बैन नहीं है पर हम स्कूल में धर्मवाद नही चाहते.
क्या अब पैसों के लिए Deep Sea को भी नहीं छोड़ रही ये दुनिया?

कैरीबीयन द्वीप के जमैका में मीटिंग हुई जिसमे कई देश और कम्पनी ये चर्चा कर रहे है की Deep Sea में खनन करना सही होगा या नहीं। Deep sea समुद्र के उस क्षेत्र को कहते है जहां से रौशनी दिखनी बंद हो जाती है। और अब लोग उसका खनन करना चाहते है। वैज्ञानिकों की माने तो डीप सीबेड मे निकल, मैंगेनिस और कोबाल्ट जैसे धातु पाए जाते है जिनका इस्तेमाल कई विद्युत वाहनों के बैटरी और कई ग्रीन टेक्नॉलजी के लिए किया जाता है। क्या है ISA? क्योंकि समुद्र किसी देश का हिस्सा नहीं है, इसलिए ये यूनाइटेड नेशन्स के अंतर्गत आता है। तो यहाँ कुछ भी करने के लिए पहले यू. एन. से पहले अनुमति लेनी होती है और उसी के लिए है इंटरनेशनल सिबेड अथॉरिटी (ISA)। इंटरनेशनल सीबेड अथॉरिटी (ISA) का गठन 16 नवंबर 1994 को समुद्र के कानून पर संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन (यूएनसीएलओएस) के तहत एक अंतर सरकारी निकाय के रूप में किया गया था। Deep Sea माइनिंग की बात शुरू हुई थी 2021 मे जब कनाडा की एक कंपनी The Metals Company ने Nuoro नामक एक बहुत छोटी आइलैंड के साथ ये करने के लिए ISA मे अर्जी दाखिल कर दी थी। पर ISA ने इसपर 2 सालों के लिए रोक लगा दिया था जो की अब खत्म हो गया। तब ही से वापस इसे शुरू करने के लिए काफी देश और कम्पनियाँ इस मीटिंग का हिस्सा बने थे। Deep Sea माइनिंग पर क्या है और देशों के राय? इसी बीच फ्रांस,जर्मनी जैसे देशों ने Deep Sea माइनिंग के खिलाफ ISA से अनुरोध किया है की इसपर बैन लगना चाहिए और तब तक रोके जाना चाहिए जब तक इस पर और पुख्ते वैज्ञानिक तथ्य ना सामने आ जाए। और बड़े देश जैसे भारत, अमेरिका, ब्रिटेन और चीन अभी तक अपना पक्ष नहीं रखा है। वो अभी भी इसके ऊपर जानकारी ले रहे है की इसके क्या फायदे-नुकसान हो सकते है। जो ये खनन करना चाहते है उनका कहना है की ये जमीनी खनन से कम हानिकारक है। हालांकि इसपर अभी तक कोई और सबूत सामने नहीं आए है। ऐसा प्रतीत होता है की लोग अपने फायदे के लिए इतनी त्रासदी के बावजूद प्रकृति के किसी भी हिस्से को नहीं छोड़ना चाहते। ये भी पढ़ें: https://aayudh.org/schengen-visa-denied-to-indians/
पहले प्यार में फसाकर शादी की फिर डाला धर्म परिवर्तन का दवाब

मध्य प्रदेश के गुना से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है जहाँ एक युवती ने अपने पति पर धर्म परिवर्तन और अप्राकृतिक कृत्य कर प्रताड़ित करने जैसे आरोप लगाये हैं.महिला ने अंसार खान नामक युवक से प्रेम विवाह किया था , जिसके बाद अंसार दहेज़ की मांग करने लगा और धर्म परिवर्तन का दवाब डालने लगा. पति की प्रताड़ना से परेशान होकर महिला मायके आगयी और पति के खिलाफ FIR दर्ज करायी . धर्म परिवार्तन का डाला दवाब पीड़िता की शादी 2016 में अंसार खान से भोपाल कोर्ट में रजिस्टर हुई, सहदी के 2-3 साल तक सब ठीक रहा पर उसके बाद अंसार ने पत्नी के साथ मार पीट करना शुरू कर दिया.अंसार लगातार महिला पर धर्म परिवर्तन का दवाब डाल रहा था. लेकिन फिर भी महिला धर्म परिवर्तन करने को राज़ी नहीं हुई तो अंसार ने दहेज़ माँगना शुरू कर दिया. अंसारी महिला से 250000 रुपये मांग रहा था. महिला जब भी बच्चे के लिए ज़रूरतमंद चीज़ मांगती तो अंसारी वह मायके से लाने की बात कहता था.यह सब कुछ भी महिला चुप चाप सहती रही पर और साल 2022 में तो अंसार ने साड़ी हदें पार करदी ,उसने महिला के साथ आप्राकृतिक कृत्य करना शुरू कर दिया और महिला उसका विरोध करती तो वो मारपीट और बदसलूकी पर उतर आता था . महिला ने करायी पति पर FIR महिला की आपबीती सुनकर पुलिस के भी होश उड़ गए.महिला की बात परिवार में किसी ने नहीं सुनी,जिसके बाद महिला अपनी माँ के पास वापस आगयी.महिला करीब 5-6 महीने से अपनी माँ के पास ही है पर सामाज के डर से अभी तक उसने पति के खिलाफ कोई प्रकरण दर्ज नहीं कराया था पर बहुत हिम्मत कर के आखिर महिला ने सिटी कोतवाली में पति अंसारी पर धर्म परिवर्तन और आप्राकृतिक कृत्य करने पर FIR दर्ज करा दी.पुलिस ने पीड़िता की शिकायत के आधार पर आरोपी अंसार खान के खिलाफ ,मप्र धर्म स्वतंत्रता अधिनियम 2021 (3) , मप्र धर्म स्वतंत्रता अधिनियम 2021 (5) के तहत FIR दर्ज की है.
कहाँ की है शेंगेन वीज़ा जिस पर भारतियों ने गवाए ₹90 करोड़?

शेंगेन एरिया मे यूरोप के 27 देश आते है जिनमे जर्मनी, फ्रांस, स्विट्ज़रलैंड और स्पेन जैसे देश है। इनमे से किसी भी देश जाने के लिए गैर यूरोपीय लोगों को शेंगेन वीज़ा लगती है। यूरोप: शेंगेन वीज़ा इन 27 मे से किसी एक देश द्वारा दी जाती है और बाकी 26 देशों मे भी लागू होती है। शेंगेन वीज़ा मे कैसे डूबे पैसे? किसी 12 साल से अधिक उम्र वाले भारतीय को एक विज़ा के लिए Rs.8000 के करीब लगते है। पिछले साल 6.5 लाख से भी ज्यादा भारतियों ने आवेदन दिया था। ये आँकड़े कोरोना महामारी के बाद 415% बढ़ गए है। इस साल इन वीज़ा की अस्वीकृति की दर 18% थी। मतलब 1 लाख से भी ज्यादा आवेदनों को रद्द कर दिया गया था। और इसी में बिना वीज़ा के ही लोगों के ₹480 करोड़ मे से लगभग ₹90 करोड़ चले गए। हालांकि ये अस्वीकृति दर पिछले सालों से कम है। 2021 मे यही 23% से भी ज्यादा थी। पर फिर भी ये विश्व के औसतन दर 17.9% से ज्यादा है। और भारत शेंगेन वीज़ा रद्द होने मे पूरे विश्व मे अल्जेरिया के बाद दूसरे स्थान पर है। शेंगेन वीज़ा आवेदन के लिए व्यापक दस्तावेज़ीकरण की मांग करता है। इसमें यात्रा बीमा, उड़ान आरक्षण, आवास बुकिंग, विस्तृत यात्रा कार्यक्रम, वित्तीय विवरण, रोजगार पत्र और बहुत कुछ का प्रमाण शामिल है। क्या है वीज़ा रद्द होने की वजह? विज़ा कैंसल करने के पीछे कई कारण है जैसे आपराधिक पृष्ठभूमि छुपाना, गलत जानकारी भरना पर उनमें से एक बड़ी वजह मानी जाती है की आवेदन कर्ताओं के देश का पासपोर्ट कितना मजबूत है मतलब उस पासपोर्ट से कितने देश जा सकते है। भारत इस लिस्ट मे 85वें स्थान पर आता है मतलब वीज़ा फ्री या वीज़ा ऑन अराइवल के साथ भारतीय बस 59 देश ही घूम सकते है। सबसे पहले आता है जापान जहा के लोग बिना वीज़ा के 193 देश जा सकते है। भारत का स्थान पिछले सालों से काफी आगे बढ़ा है। 2021 मे ये 90वें स्थान पर था और 2022 मे 87वें पर। अस्वीकृति का मतलब न केवल समय और प्रयास की हानि है बल्कि भविष्य के वीज़ा आवेदनों पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। ये भी पढ़ें: https://aayudh.org/shah-told-the-election-roadmap-to-bjp/
शाह ने बताया BJP को चुनावी रोडमैप,मंत्रियों को दिया जीत का मंत्र

मध्य प्रदेश विधान सभा चुनाव में चार महीने बाकी हैं .जिसके लिए मंगलवार को केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने चुनावी रोडमैप का फाइनल ब्लूप्रिंट दे दिया है.शाह ने ये भी साफ़ कर दिया है की टीम में कोई बदलाव नहीं होगा और चुनावी तैयारियों पर निगरानी दिल्ली से रखी जाएगी. शाह का चुनावी रोडमैप गृह मंत्री अमित शाह द्वारा चुनावी रोडमैप तैयार किया गया है .जिसमे चुनावी घोषणा पत्र से लेकर मैनेजमेंट तक की रणनीति तय की गयी.जिसमे इन मुद्दों पर चर्चा हुई- टीम में कोई बदलाव नहीं :मंगलवार को भाजपा कार्यालय में चली करीबन 3 घंटे की बैठक में केवल 13 नेता ही शामिल हुए. बैठक के दौरान गृह मंत्री ने साफ़ किया कि टीम में कोई बदलाव नहीं होगा .सभी को एक दुसरे से समन्वय और तालमेल बनाकर कार्य करना होगा. चुनावी रोडमैप में आदिवासी पर ध्यान: शाह ने तय किया की अब आदिवासी क्षेत्रों में ज्यादा ध्यान देना होगा. आदिवासी और अन्य क्षेत्रों के लिए अलग-अलग नेताओं को ज़िम्मेदारी दी . साथ ही चुनावी रोडमैप सम्बंधित समितियां भी जल्द बनायीं जायेंगी. विजय बूथ अभियान का बड़ा प्लान:शाह ने प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को विजय बूथ अभियान का बड़ा प्लान बनाकर. काम शुरू करने के निर्देश दिए हैं. वीडी शर्मा ने बताया कि यह अभियान बूथ स्तर पर चलाया जायेगा. ये दिग्गज हुए शामिल गृहमंत्री ने चुनावी रोडमैप से जुडी बैठक में केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव व अश्विनी वैष्णव ,सीएम शिवराज सिंह चौहान,प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा,. प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया व नरेन्द्र सिंह तोमर, फग्गन सिंह कुलस्ते प्रहलाद पटेल, .कैलाश विजयवर्गीय व मध्य प्रदेश के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्र मौजूद रहे.
 
															