हॉन्गकॉन्ग के ताइपो जिले में रिहायशी इमारतों में लगी आग में अब तक 128 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 200 से अधिक लोग लापता हैं। इस हादसे में 76 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कई की हालत गंभीर है। आग बुधवार को वांग फुक कोर्ट नामक कॉम्प्लेक्स में लगी, जहां कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा था। आग फैलने के कारणों में ज्वलनशील सामग्री और बांस की मचान का इस्तेमाल शामिल है, जिससे आग तेजी से फैली।
अधिकारियों ने इस घटना की क्रिमिनल जांच शुरू कर दी है और निर्माण कंपनी के निदेशकों सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि इन लोगों ने सुरक्षा मानकों की अनदेखी की, जिसके कारण यह भयानक हादसा हुआ। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि प्रभावित लोगों की मदद की जाए।
फिलहाल, तलाशी अभियान जारी है और मृतकों का आंकड़ा और बढ़ सकता है। हादसे के बाद सरकार ने सभी हाउसिंग प्रोजेक्ट्स की जांच करने का आदेश दिया है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। यह घटना हॉन्गकॉन्ग के इतिहास के सबसे भयानक अग्निकांडों में से एक मानी जा रही है।
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