Aayudh

‘अन्नपूर्णा योजना’ के चावल का धर्मांतरण के लिए हो रहा उपयोग, पूरा मामला जानने के लिए पढ़िए Aayudh की रिपोर्ट

'अन्नपूर्णा योजना' Conversion in Chhatisgarh

रायपुर। देश के अलग-अलग राज्यों से हर रोज धर्मांतरण की खबरें आती हैं। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के मासूम लोगों को भी ‘अन्नपूर्णा योजना’ के चावल का इस्तेमाल करके ईसाई मिशनरियों और इस्लाम समुदाय के कुछ लोगों द्वारा हिन्दू समाज के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। धर्मांतरण की पूरी प्रक्रिया कोई एक दिन में नहीं होती बल्कि इसके लिए एक पूरा षड़यंत्र रचा जाता है।

छत्तीसगढ़ में भी इसी षड़यंत्र के तहत ‘अन्नपूर्णा योजना’ के चावल का इस्तेमाल करके लोगों को हिन्दू से ईसाई बनाने की कोशिश की जा रही है।

‘अन्नपूर्णा योजना’ का चावल लोगों को ईसाई बना रहा

जी हाँ, सही पढ़ा है आपने केंद्र सरकार के द्वारा चलाई जा रही ‘गरीब कल्याण अन्न योजना’ और राज्य सरकार की ‘अन्नपूर्णा योजना’ के तहत दिए जा रहे चावल का ईसाई मिशनरियों द्वारा गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। आपको बता दें कि ईसाई मिशनरियों ने एक योजना चलाई है ‘एक मुट्ठी चावल योजना’ . इस योजना के तहत वो प्रदेश में रह रहे क्रिश्चियन परिवारों से चावल इकठ्ठा करते हैं और इस चावल को बाजार में बेचकर पैसों का इंतेज़ाम करते हैं।

आप सोच रहे होंगे कि मिशनरियां ऐसा क्यों कर रही हैं तो आपको बता दें कि 2019 में ‘विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम’ के तहत मिशनरियों को विदेशों से मिलने वाली फंडिंग पर रोक लगा दिया गया था। जिससे धर्मांतरण गतिविधियों में गिरावट आई थी और विदेशों से मिलने वाली फंडिंग बंद हो गई थी। लेकिन अब मिशनरियों ने एक नया रास्ता निकाला है, सरकार के दिए गए चावल को बेचकर पैसों के इंतेज़ाम करने का। आपको बता दें कि ‘एक मुट्ठी चावल योजना’ से मिशनरी सालाना 100 करोड़ों रूपए इकट्ठा कर रहे हैं और इन पैसों का इस्तेमाल हिन्दू समुदाय के लोगो को ईसाई बनाने के लिए किया जा रहा है।

ईसाई जनसंख्या में तेजी से हो रही बढ़ोतरी

एक रिपोर्ट में दिए गए आंकड़ों के अनुसार 2011 में छत्तीसगढ़ के जशपुर में केवल 1.89 लाख लोग ईसाई थे। वर्तमान में यह संख्या 3 लाख को पार कर गई है। आपको ये सोंचकर हैरानी होगी कि इन लाखों लोगों के धर्मांतरण में केवल 210 लोगों ने ही क़ानूनी प्रक्रिया से ईसाई धर्म को अपनाया है। ये आंकड़े किसी किताब या फिर रिसर्च का हिस्सा नहीं हैं बल्कि 2024 में फाइल किए गए RTI के हैं।

सरकार के इतने प्रयासों के बावजूद धर्मांतरण के ये आंकड़े हैरान करने वाले हैं।

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Watch : https://youtu.be/6Abvkb2C2o4?si=8lniboW2zBnnJhiJ

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